पुलिस ने मोेबाइल चोर तत्परता से पकडे

policeअजमेर। पुलिस ने तत्परता दिखा कर मोबाइल चोरों को पकडने में सफलता हासिल की है; वाकया इस प्रकार है। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार दिंनाक 26.12.14 को परिवादी श्री अमित कुमार पुत्र श्री उमेश चन्द्र जाति ब्राहाण उम्र 28 साल नि बी 76 पंचशील कालोनी थाना क्रि0गंज अजमेर ने उपस्थित थाना होकर एक लिखित रिपोर्ट इस आशय की पेश कि दिंनाक 24.12.14 को रात्रि 9.45 पीएम पर मेै मार्टिण्डल ब्रीज से रेल्वे स्टेशन की तरफ आ रहा था। रात्रि मे दो लडके एक ने लाल कलर का जेकेट पहन रखा था और एक ने काले रग का जैकेट पहन रखा था दोनो ने यामाहा मोटर साईकिल सिल्वर एण्ड ब्लैक कलर की पर सवार थे जिसका नंबर त्श्र.01.2 ड .6500 था। अत मुझसे मेरा मोबाईल सेमसंग ग्राण्ड 2 ब्ल्यू कलर का छीनकर स्टेशन की तरफ ले गये। अत मेरा मोबाईल ढुढने मे सहायता प्रदान करे।
आदि रिपोर्ट पर मु नं 276/14 धारा 392 आईपीसी मे कायम किया जाकर तलाष माल मुलजिमान हेतु श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय जिला अजमेर के निर्देषानुसार मन थानाधिकारी रमेन्द्र सिह पु0 नि0 ने एक टीम श्री केशाराम सउनि,श्री भगवान सिह, हैड कानि श्री दयानन्द शर्मा, श्री कुम्भाराम, श्री डुगांराम व कानि0 मुकेश,शिवकुमार, प्रहलाद सिह,भवानी सिह,सुरेन्द्र सिह, का गठन किया जाकर तलाष माल मुलजिमान के निर्देष फरमाये। टीम ने बडी मेहनत व लगन से विधि से सधर्ष रत बालक 1 घनश्याम पुरी उर्फ श्याम पुत्र श्री अशोक पुरी जाति गोस्वामी उम्र 15 साल नि एफ 14 गणेश गढ मदिर के पास अजमेर 2 नरेन्द्र सिह पुत्र श्री अमर चन्द्र जाति राजपूत उम्र 14 साल नि 712 गणेश गढ मदिर के पास अजमेर 3 श्री विक्की उर्फ कालु पुत्र श्री नारायण लाल जाति गुर्जर उम्र 17 साल नि गणेश गढ मदिर के पास अजमेर को निरूद्व किया गया। व 4 श्री यतिश उर्फ बबलु पुत्र श्री हुकमचंद जाति सरगरा उम्र 19 साल नि गणेश गढ मदिर के पास अजमेर को गिरफतार कर उनके कब्जे से एक मोटर साईकिल नंबर त्श्र.01.2 ड .6500 व चार मोबाईल फोन जिनमे 1 एप्पल ै4.।.1387 2 एप्पल ै5.।.1530 3 सेमसगं गलेक्सी ग्राण्ड ळज्.19082 4 सेमसगं गलेक्सी ग्राण्ड 2 ैड.ळ.7102 को बरामद किये गये। जो वारदात का तरीका अपनाते है। जिनमे धनश्याम पुरी व नरेन्द्र सिह मोटर साईकिल पर मार्टिनल ब्रीज पर खडे रहते थे जहा कोई महंगा फोन लेकर गुजरता उससे फोन छीनकर अपने साथी विक्की उर्फ कालु व यतिश उर्फ बबलु जो गाधी भवन पर पैदल खडे रहते थें उनको देकर भाग जाने की वारदात करते थे।
प्रकरण का अनुसधान जारी है।
-विजय कुमार हंसराजानी

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