विकास हेतु समन्वय आवश्यक- अरविन्द मायाराम

उपखण्ड कार्यालय सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित
_DSC0801

सचिव केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय श्री अरविन्द मायाराम ब्यावर उपखण्ड कार्यालय सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए।
सचिव केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय श्री अरविन्द मायाराम ब्यावर उपखण्ड कार्यालय सभागार में विभागीय समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए।

ब्यावर। सचिव केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय श्री अरविन्द मायाराम ने कहा कि आपसी समन्वय व प्रबंधन से विकास के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सकता है। श्री मायाराम आज ब्यावर उपखण्ड कार्यालय के सभागार में आयोजित विभागीय प्रगति समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय व परिस्थितियों की मांग के अनुरूप बदलाव आवश्यक है, लेकिन ये बदलाव विकासोन्मुखी होना आवश्यक है, विभाग आपसी समन्वय व प्रबंधन से कार्य कर विकास के वांछित लक्ष्यों को निश्चित समयावधि में प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. आरूषी मलिक, उपखण्ड अधिकारी श्री भगवती प्रसाद कलाल समेत कई विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि आई.ए.एस. अधिकारी श्री मायाराम वर्ष 1980-81 में ब्यावर उपखण्ड अधिकारी के रूप में सेवाएं दे चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ब्यावर में जनसंख्या वृद्धि, नई कॉलोनियों के विस्तार व नगरीय क्षेत्रा के विकास के साथ नई समस्याएं व लक्ष्य है, जिनमें नगर नियोजन, पेयजल, बिजली, सीवरेज व डेªनेज, ठोस कचरा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था आदि प्रमुख है। उक्त सभी विभागों से जुडी समस्याओं के समाधान के लिए उचित प्रबंधन की आवश्यक है, यदि क्षेत्रा के विकास की योजनाओं को आने वाले समय की मांग के अनुरूप ढाला जाएगा तो कई समस्याओं का स्वतः निस्तारण हो जाएगा।
श्री मायाराम ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों से ब्यावर उपखण्ड क्षेत्रा में जारी विभिन्न विकास योजनाओं व विभागीय प्रगति की जानकारी ली एवं निर्देश प्रदान किए। उन्होंने ब्यावर में पेयजल आपूर्ति, जलस्त्रोतों की स्थिति के बारे में जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि ब्यावर में पेयजल की कोई गंभीर समस्या नही है यहां 48 घंटे के अंतराल में लगभग 45 मिनट तक जलापूर्ति की जा रही है। सरवाड़ पम्पिंग स्टेशन से ढाई करोड़ लीटर पानी की पम्पिंग की जा रही है। साथ ही अवैध पानी के कनेक्शनों पर भी कार्यवाही की जा रही है। श्री मायाराम ने उपखण्ड क्षेत्रा के जलस्त्रोतों मकरेड़ा, जालिया, जवाजा तालाब की क्षमता की जानकारी लेते हुए उक्त स्त्रोतों से पेयजल आपूर्ति की संभावनाओं के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की, साथ ही उन्होंने क्षेत्रा में फ्लोराईड की स्थिति की जानकारी भी ली।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ब्यावर का अमृतकौर अस्पताल ए श्रेणी का 305 बेड वाला अस्पताल है, यहां रोगियों को समस्त सुविधाएं उपलब्ध है। अधिकारियों ने ब्यावर अस्पताल में डाक्टरों व नर्सिंगकर्मियों से हुई मारपीट की घटनाओं की जानकारी दी, जिस पर कलक्टर डॉ. आरूषी मलिक ने बताया कि अस्पताल में उचित सुरक्षा उपलब्ध करवाई गई है। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्रा में 22 घंटे विद्युत सप्लाई दी जा रही है, छीज़त की भी यहां काफी कमी है। ग्रामीण क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर जल जाने पर 24 घंटे में बदल दिया जाता है।
श्री मायाराम ने महिलाओं की स्थिति, प्राथमिक शिक्षा के बाद सैकण्डरी में एडमिशन लेने वाली बालिकाओं की संख्या, पेंशनर्स व कानून व्यवस्था के संबंध में भी विस्तारपूर्वक चर्चा की। जिस पर उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग प्रियंका जोधावत ने बताया कि ब्यावर व ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत आंगनवाड़ी केन्द्रों में स्टॉफ की कमी है, जिसके चलते कई समस्याएं आती है। क्षेत्रा में विभाग की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बालिकाओं को न्यूट्रिशन व महिलाओं में एनिमिया के रोकथाम संबंधी कार्य किए जा रहे है। उपनिदेशक सामाजिक न्याय व आधिकारिता विभाग श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड ने बताया कि उपखण्ड क्षेत्रा में 51280 पेंशनर्स है, ब्लॉक लेवल पर विभाग का कार्यालय नही होने से समस्याएं आती है। सहायक पुुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि यातायात व्यवस्था में सुधार हेतु आवश्यक कदम उठाए गए है।
जिला कलक्टर डॉ. आरूषी मलिक ने कहा कि रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का कार्य शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में किया जाना आवश्यक है, जिससे भूजल के स्तर में सुधार किया जा सके। नये भवनों के साथ पुराने भवनों हेतु भी नियमों के तहत वॉटर हार्वेस्टिंग को आवश्यक किया जाना चाहिए। उन्होंने विद्यालयों में शौचालयों की उपलब्धता, बालिकाओं हेतु पृथक शौचालयों की स्थिति की जानकारी ली एवं अधिकारियों को निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सीएसआर (कार्पोरेट सोशल रेस्पोन्सिबिलिटी) के कार्यक्रमों का विस्तार कर उनको क्षेत्रा के विकास से जोडने की बात कही।
इस अवसर पर सभापति बबीता चौहान, उपसभापति सुनील कुमार मून्दडा ने भी ब्यावर में विकास की संभावनाओं के संदर्भ में विचार व्यक्त किए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, उपखण्ड अधिकारी श्रीमती अनुपमा टेलर, पीएमओ अमृतकौर चिकित्सालय डॉ. प्रमोद पोरवाल, श्री सीमेन्ट लिमिटेड के श्यामसुंदर शर्मा समेत कई जिला व उपखण्ड स्तरीय अधिकारी भी मौजूद थे।

सामाजिक संगठनों से की चर्चा-
सचिव केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्रालय श्री अरविन्द मायाराम ने ब्यावर में विभिन्न सामाजिक, व्यापारिक, औद्योगिक, स्वयंसेवी संस्थाओं, जनप्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों से विगत तीन दशकों में ब्यावर क्षेत्रा में आए विभिन्न परिवर्तनों एवं विकास की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
विधायक श्री शंकरसिंह रावत ने कहा कि ब्यावर में विकास की अपार संभावनाएं मौजूद है। सिरेमिक उद्योग के लिए भी क्षेत्रा में संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में क्षेत्रा के विकास हेतु विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही है, योजनाओं का पूर्ण लाभ वंचित वर्ग को पहुंचाया जा रहा है।
व्यापारी श्री राम पंजाबी ने ब्यावर खेल प्रतिभाओं के उन्नयन के लिए खेल स्टेडियम में मूलभूत खेल सुविधाओं को उपलब्ध कराने की बात कही। श्री चैनसुख हेडा ने मकरेडा व बीचडली तालाब को झील संरक्षण योजना में शामिल कर संरक्षित करने की आवश्यकता बताई। समाजसेवी महेन्द्र बोहरा ने शैक्षणिक विकास के लिए मेडिकल कॉलेज व इंजीनीयरिंग कॉलेज खोलने की बात कही, जिससे यहां के छात्रा लाभान्वित हो सके। मगरा क्षेत्रा के विकास हेतु प्रो. जलाउद्दीन ने कहा कि इसके लिए पर्याप्त आर्थिक अनुदान की आवश्यकता है। आरटीआई कार्यकर्ता अशोक सेन ने ब्यावर में संगीत व सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु रंगमंच के निर्माण की जरूरत बताई। पप्पू पहलवान ने अल्पसंख्यकों हेतु सामुदायिक भवन के निर्माण की बात कही। पप्पू काठात ने आवारा पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर गौशालाओं के निर्माण की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर ब्यावर में रेलगाडियों के उचित ठहराव की बात भी कई नागरिकों ने कही, जिससे यात्रियों असुविधा ना हो।
श्री मायाराम ने उक्त समस्याओं के निस्तारण के संबंध में नागरिकों से सुझाव भी आमंत्रित किए। उन्होंने कहा कि ब्यावर में कई बदलावों के दौर से गुजरा है, यहां के विकास में जनप्रतिनिधियों व नागरिकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ब्यावर के सर्वांगीण विकास के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है।

error: Content is protected !!