फैसलों में महिलाओं की भागीदारी आवश्यक – श्रीमती भदेल

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर रैली एवं महिला सम्मेलन का आयोजन
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा करवाए गए विभिन्न कार्यक्रम
PROAJM PHOTO Dt. 08 March 2015अजमेर। महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए फैसलों में उनकी भागीदारी आवश्यक है। केन्द्र एवं राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने  के लिए सतत् प्रयत्न कर रही है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व मे ंराज्य में महिलाओं को उनका हक दिलाने तथा उन्हें समाज में बराबरी की भागीदारी दिलाने के लिए कार्य किया जा रहा है। हमें महिलाओं को सम्मान देने के लिए खुले में शौच से मुक्ति पानी होगी। साथ ही कन्याभ्रूण हत्या तथा लिंग परीक्षण के खिलाफ भी सख्त रवैया अपनाना होगा। उन्होंने माताओं से आग्रह किया कि वे अपने बेटे व बेटी में प्रारम्भ से ही ऐसे संस्कार विकसित करें कि आगे जाकर वे देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल रविवार शाम विजयलक्ष्मी पार्क में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित महिला सम्मेलन को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार ने महिलाओं को समाज में बराबरी दिलाने तथा उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरी गम्भीरता के साथ कार्य शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना शुरू की गई है।
श्रीमती भदेल ने कहा कि निर्मल भारत अभियान के तहत सभी घरों में शौचालय बनवाएं जाएंगे। यह महिलाओं के सम्मान के लिए आवश्यक भी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिए शिक्षा एवं आर्थिक स्वावलम्बन सर्वाधिक जरूरी है। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए महिलाओं में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाना होगा। जिस परिवार में महिलाओं की घर के निर्णयों में भागीदारी होती है वह परिवार खुशहाल होता है। महिलाएं सशक्त और सहनशील होती है। वर्तमान में महिलाओं की जो स्थिति है उसे बदलने के लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी।
महिला एवं बाल विकास मंत्राी ने सभी महिलाओं और पुरूषो से आग्रह किया कि एक बेहतर समाज के निर्माण के लिए अपने बच्चों में बचपन से ही संस्कारों का निर्माण करे। बेटा और बेटी में किसी तरह का अन्तर नहीं करें। जो काम बेटियां कर सकती है। वह काम बेटे भी कर सकते है। उन्होंने ऐतिहासिक उदाहरणों के जरिए अपनी बात समझायी। बच्चों को लाड-प्यार करे लेकिन लापरवाही नही बरते। उन्होंने सभी को शपथ भी दिलवायी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर ने कहा कि महिला दिवस पर महिला मेले का आयोजन प्रशंसनीय है लेकिन अगले वर्ष से हमें इसमें महिलाओं की भागीदारी को और बढ़ाना होगा। पूरा विश्व स्त्राी पुरूष के आपसी सामंजस्य से चल रहा है। दोनों पलड़े बराबर है। उन्होेंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए महिलाओं को शिक्षित एवं आर्थिक रूप से सक्षम बनाना होगा।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि किसी भी योजना की सफलता के लिए आवश्यक है कि उसमें महिलाओं की सक्रिय भागीदारी हो। नारी का सम्मान करना हमारी संस्कृति रही है और इस अवधारणा को आगे बढ़ाकर ही विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डाॅ. आरूषी मलिक ने कहा कि लड़की के जन्म पर भी कुंआ पूजन और थाल बजाने की परम्परा को मजबूत बनाया जाना चाहिए। उन्होंने अजमेर में घटते लिंगानुपात पर चिन्ता जाहिर की और कहा कि लड़कियों का कम होना बेहद चिन्ताजनक है। हमें इस स्थिति से उभरना होगा।
डाॅ. मलिक ने कहा कि अजमेर में स्वच्छता तथा महिलाओं को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए प्रत्येक पंचायत समिति में एक ग्राम पंचायत को पूरी तरह खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए सम्बन्धित ग्राम पंचायत क्षेत्रा में प्रत्येक घर में शौचालय का निर्माण किया जाएगा। यह अलख हर घर में जगानी होगी।
  कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि मसूदा विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में महिला सशक्तिकरण के विशेष प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने महिलाओं को दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती एवं काली स्वरूप बताते हुए कहा कि महिलाएं हर क्षेत्रा में पुरूषों के बराबर खड़ी है। राजनीति हो या व्यापार या नौकरी, सभी जगह महिलाओं ने अपना परचम फहराया है।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि जिला प्रमुख सुश्री वन्दना नोगिया ने कहा कि राजस्थान मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलायी जा रही है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि देहात अध्यक्ष प्रो. बी.पी.सारस्वत ने कहा कि दुनिया में  हमेशा से महिलाओं का वर्चस्व एवं महत्व रहा है। इस महत्व को हमें पुनः दिलाना है इसके लिए हमे अपनी सोच में परिवर्तन लाना होगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक प्रियंका जोधावत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इससे पूर्व महिला सम्मेलन में मेहन्दी एवं रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सम्मेलन में प्रतियोगिता की विजेताओं तथा विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाली  कार्यकर्ताओं  को सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व दोपहर में जिला प्रमुख सुश्री वन्दना नोगिया, महापौर श्री कमल बाकोलिया, श्री संपत सांखला एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने सूचना केन्द्र से रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
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