20 साल बाद हनुमान जयंती पर खग्रास चंद्रग्रहण

दिनभर ग्रहण के आसार, आज नही होंगे शुभ कार्य

ज्योतिषी सीमा कृपलानी। फोटो- सुमन प्रजापति
ज्योतिषी सीमा कृपलानी। फोटो- सुमन प्रजापति

ब्यावर, (हेमन्त साहू)। हनुमान जयंती 4 अप्रैल को मनाई जाएगी। इस दिन खग्रास चंद्रग्रहण का संयोग बन रहा है। चंद्रग्रहण के कारण दिन में मारुतिनंदन की पूजा-अर्चना भंडारे नहीं हो पाएंगे। ऐसा संयोग 20 के बाद बन रहा है। इस बार का चंद्रग्रहण देश के अलावा श्रीलंका, पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, चीन बांग्लादेश में भी दिखाई देने का अनुमान है।
ज्योतिषी सीमा कृपलानी के अनुसार इस हनुमान जयंती पर दिनभर ग्रहण के आसार है। शाम को सूतक बाद पूजा, अर्चना आरती हो पाएगी। जबकि हनुमान जयंती के भंडारे अगले दिन तक टल जाएंगे। ज्योतिषी सीमा कृपलानी ने बताया कि 15 अप्रैल 1995 को हनुमान जयंती पर चंद्रग्रहण का योग बना था। हनुमान जयंती पर सूर्योदय सुबह 6.19 बजे से रहेगा। ग्रहण का स्पर्श अपरान्ह 3.14 बजे से होकर मोक्ष शाम 7.20 बजे होगा। चंद्रग्रहण हस्त नक्षत्र कन्या राशि पर होने की वजह से इस राशि जातक के लिए ग्रहण देखना वर्जित माना गया है। ग्रहण काल में स्नान, दान का विशेष महत्व है। हवन करने से वायुमंडल शुद्ध होता है। ग्रहण के सूतक में भोजन वर्जित रहेगा। बालक, बुजुर्ग बीमार को दोष नहीं लगता। ग्रहण काल में ऊं चंद्रमसे मंत्र का जाप श्रेष्ठ माना गया है।

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