विशेष शिक्षकों के 485 पदों पर शीघ्र होगी नियुक्ति

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर, 7 अप्रैल। शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राज्य सरकार ने विशेष शिक्षकों के 485 पदों का सृजन किया है। इनमें से 50 प्रतिषत पदोन्नति से और 50 प्रतिषत पद सीधी भर्ती से शीघ्र भरे जाएंगें। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया है कि वे केवल वेतन पाने वाले शिक्षकों के रूप में कार्य नहीं करें बल्कि अपने कार्य को ईष्वरीय मानते हुए बच्चों का जीवन संवारने में लगाएं।

श्री देवनानी आज यहां राजकीय सेठ आंनदीलाल पोद्दार मूक बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय में बालिकाओं को साईकिल वितरण और चैक वितरण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने मूक बधिर विद्यालय के बच्चों को पढ़ाने के साथ ही जीवन जीने की कला के साथ आगे बढ़ाने के लिए विषेष प्रयास किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने विद्यालय षिक्षकों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों की तरह ही मूक-बधिर बच्चों को पढ़ाएं। उनके जीवन का सर्वांगीण विकास कैसे हो, इस पर निरंतर विचार करें। उन्होंने कहा कि ईष्वर ने किसी को शारीरिक क्षमता में कहीं कोई कमी दी है तो प्रतिभा भी दी है। जो इस जन्म में षिक्षा के जरिए सेवा कार्य करेगा उसके आगे का जीवन अपने आप ही संवर जाएगा।
षिक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि यह जानकर अच्छा लग रहा है कि पिछले 70 सालों से जयपुर में मूक-बधिर विद्यालय चल रहा है। उन्होंने इसके लिए संचालक मंडल और षिक्षकों के कार्य की सराहना की तथा कहा कि पूरे उत्तर भारत से इसमें विद्यार्थी आते हैं। इन बच्चों के भीतर छीपी योग्यताओं को स्कूल और षिक्षा के माध्यम से आगे ले जाते ऐसे बच्चों के बेहतरीन भविष्य के निर्माण का हम सभी संकल्प लें। उन्होंने कहा कि पैसा तो सभी के पास रहता है परन्तु उसका उपयोग सेवा के लिाए करना पुण्य का काम है। मूक-बधिर स्कूल स्थापना सरल थी परन्तु निरंतर इसे चलाना आसान नहीं है। इसमें सेठ-साहुकारों ने जो योगदान दिया है, वह भी अपने आप में सेवा है। उन्हेांने कहा कि राज्य सरकार इस विद्यालय के विकास में कहीं कोई कमी नहीं आने देगी।
इस अवसर पर श्री देवनानी ने राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत विद्यालय की 19 बालिकाओं को साईकिल प्रदान करने के साथ ही कक्षा 9 से 12 वीं तक की छात्राओं में प्रत्येक को 2900 तथा छात्रों में प्रत्येक को 900 रूपये के चैक वितरीत किए। कुल 325 बालक-बालिकाओं को राजस्थान माध्यमिक षिक्षा अभियान की ‘आईईजी’ योजना के तहत चैक प्रदान किए गए। उन्होंने विद्यालय की गतिविधियों से संबंधित फोल्डर ‘आकांक्षा’ का विमोचन भी किया। इस मौके पर राजस्थान माध्यमिक षिक्षा अभियान के तहत विद्यालय में दो कक्षा कक्षों का भी शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम में षिक्षा विभाग के उप निदेषक श्री प्रदीप शील ने बताया कि सेठ आनंदीलाल मूक बधिर विद्यालय की स्थापना 1945 में हुई थी। इसमें 600 से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। विद्यालय प्राचार्य श्री महेष वाधवानी ने विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार के साथ-साथ विद्यालय को विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं से भी निरंतर सहयोग मिलता रहा है। आयोजन में श्री एस.एस. भंडारी, अंजू श्रीवास्तव, श्री पानगडि़या, पार्षद श्रीमती अर्चना आदि ने भी विचार रखे।
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