संवेदनशील होकर लोगों को राहत प्रदान करें-प्रो. देवनानी

वासुदेव देवनानी
वासुदेव देवनानी

अजमेर। जिले के प्रभारी मंत्राी व शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि आमजन से जुडी समस्याओं के निस्तारण हेतु संवेदनशील होकर कार्य करने की आवश्यकता है।

            प्रो. देवनानी आज हाथीभाटा पावर हाउस के सभागार में अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में जनता से सीधे तौर पर जुडी सेवाओं बिजली, पानी, सडक व स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु संकल्पित होकर कार्य कर रही है। अतः जिलें में अधिकारी आमजन को आवश्यक सेवाओं की सुचारू व समयबद्ध व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे लोगों को असुविधा ना हो।

            उन्होंने कहा कि अमूूमन बिजली, पानी व सडक से संबंधी शिकायतें लेकर लोग अधिकारियों के पास पहुंचते है, ऐसे में उक्त समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु संवेदनशील होकर कार्य करने की आवश्यकता है। जिससे लोगों को राहत मिलें एवं व्यवस्थाओं के प्रति उनका विश्वास दृढ हो सकें। यदि किसी समस्या के निस्तारण में दुविधा हो तो उसे जनप्रतिनिधियों के संज्ञान में लाकर सम्मिलित रूप से हल करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने जिले समस्त अधिकारियों को संबंधित क्षेत्रा के विधायक व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मासिक बैठक आयोजित कर जनसमस्याओं का समाधान करने हेतु निर्देशित किया।

            इस अवसर पर प्रो. देवनानी ने एवीवीएनएल के अधिकारियों से जिले में जीएसएस निर्माण की स्थिति, भूमिगत केबल प्रोजेक्ट, विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन, छीजत, खराब मीटर, बिजली के बिलों में त्राुटियां, अतिक्रमणधारियों को बिजली कनेक्शन पर रोक आदि विभिन्न विषयों पर जानकारी ली एवं निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि गर्मी की तीव्रता बढने वाली है, ऐसे में आमजन को शटडाउन व पावर ट्रिपिंग की समस्या से राहत दिलवाने हेतु कार्ययोजना तैयार करें, जिससे लोगों को असुविधा ना हो। बिजली के बिलों में त्राुटियों व देरी से मिलने की भी शिकायतें है साथ ही कई अतिक्रमण करने वालों को भी विद्युत कनेक्शन जारी कर दिए जाते है, जिसमें सुधार किया जाना चाहिए।

            डिस्काॅम के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि वर्ष 2014-15 में जिले में कुल 9 जीएसएस का निर्माण हुआ है जो कि कार्यरत है। शहरी वृत्त में कुन्दननगर व पीछोलिया में जीएसएस कार्यशील है। इसी प्रकार ग्रामीण वृत्त में किशनगढ के जाजोता,केकडी के घटियाली, ब्यावर, बघेरा, रामगढ, जूनियां एवं गोदियाना में जीएसएस बने है व कार्यशील है। वर्ष 2015-16 में सिलोरा के सिंगारा, जवाजा के बडाखेडा, भिनाय के नागोला,पीसांगन के करनोस व किशनगढ में जीएसएस निर्माण प्रस्तावित है। साथ ही उन्होंने बताया कि मोतीकटला जीएसएस का कार्य तकनीकी उपकरण की आपूर्ति ना होने के कारण पूरा नही हुआ है, जिसे शीघ्र ही पूरा किया जाएगा।

            अधिकारियों ने बताया कि अजमेर जिले के शहरी वृत्त में इस वर्ष छीजत 15.6 प्रतिशत रही है, वहीं ग्रामीण वृत्त में छीजत 10.15 प्रतिशत रही है। इसी प्रकार नसीराबाद में 10.2प्रतिशत, विजयनगर में 22 प्रतिशत एवं ब्यावर में 14.48 प्रतिशत रही है। जिस पर प्रभारी मंत्राी प्रो. देवनानी ने कहा कि छीजत को घटाने हेतु प्रभावी अभियान चलाने की आवश्यकता है। उन्होंने विजयनगर में छीजत को अधिक बताते हुए कहा कि पुष्कर,सराधना व अजमेर के दरगाह क्षेत्रा में अभियान चलाकर अवैध कनेक्शनधारियों पर कार्यवाही कर छीजत को कम करने की बात कही। जिस पर अधिकारियों ने उक्त क्षेत्रों में प्रभावी अभियान चलाने पर सहमति जताई।

            प्रभारी मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि जिले के 755 विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन नही है, जिससे अध्यापकों व बच्चों को काफी परेशानी होती है एवं कम्प्यूटर शिक्षा व अध्यापन कार्य भी प्रभावित होता है। ऐसे विद्यालयों तक बिजली पहुंचाने हेतु विभाग कोई कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। जिससे सरकार भी सर्वशिक्षा अभियान या रमसा के तहत वित्तिय सहायता दिलवाने का प्रयास करेगी।  जिस पर एवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक हेमन्त कुमार गेरा ने अधिकारियों को जिले के ऐसे विद्यालय जिनमें बिजली नही है, को शिक्षा विभाग के सहयोग से चिन्ह्ति कर कम से कम लागत में बिजली पहुंचाने हेतु कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए।

            इस अवसर पर प्रो. देवनानी ने एवीवीएनएल की भूमिगत केबल योजना की जानकारी लेते हुए उसे शीघ्रातीशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि विभाग सडकों की बेतरतीब खुदाई पर रोक लगाने हेतु अन्य विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्य करे। यदि सडकों की खुदाई की भी जाती है तो उनका तुरन्त समतलीकरण किया जाए, जिससे आमजन को असुविधा ना हो। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि शहरी क्षेत्रा में भूमिगत केबल योजना के तहत अजमेर, ब्यावर, नसीराबाद, किशनगढ एवं केकडी  के लिए कुल 129.46 करोड रूपए स्वीकृत हुए है। जिसमें में से 108 करोड रूपए का बजट अजमेर शहर के लिए है, लेकिन उक्त योजना के तहत अब तक 30 प्रतिशत कार्य ही हो पाया है। कार्य की गति को बढाने के लिए संबंधित एजेन्सी को पाबन्द किया जाएगा। साथ ही सडकों की खुदाई के बाद समतलीकरण के कार्य को भी सुचारू रूप से किया जाएगा।

            बैठक में संभागीय मुख्य अभियन्ता श्री बी.एस.रत्नू, अधीक्षण अभियन्ता शहर श्री वी.एस.भाटी, अधीक्षण अभियन्ता ग्रामीण श्री सत्यनारायण चावला, अधिशाषी अभियंता ब्यावर, किशनगढ व नसीराबाद समेत कई अधिकारीगण मौजूद थे।

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