अजमेर रास्ट्रीय मानव अधिकार परिषद के प्रदेश अधयक्ष शैलेश गुप्ता ने मुख्यमन्त्री वसुंधरा राजे सिंधिया को एक हस्ताक्षर युक्त पत्र भेज के बिहार की तरह राजस्थान में भी शराब पे पूरी तरह से रोक लगाने की मांग की हे।
शैलेश गुप्ता ने कहा क़ि दुर्भाग्य की बात हे की इस पर रोक लगाने की मांग करने वाले पूर्व विधायक को अपनी जान तक देनी पड़ी आज उनकी पुत्र वधु 6 दिन से धरने पर बैठी हे परन्तु सरकार के सर पे जू तक नही रेकी हे।कोई मंत्री कोई अधिकारी अभी तक धरना स्थल पर मिलने नही पंहुचा हे।
शैलेश गुप्ता ने कहा की राजस्थान में सबसे ज़यदा अपराध शराब पिने के बाद ही होते हे ।हर घर में महिलाये इसकी बिक्री से दुखी हे ।आज बिहार जैसा पिछड़ा प्रदेश जब शराब पे रोक लगा सकता हे तो राजस्थान में इस पे रोक क्यों नही लग सकती।सरकार कहती हे के इस से सब से जयदा रेवन्यू मिलती हे।परन्तु लोगो की जान से बढ़ के नही हे सरकार रेवेन्यू के दूसरे विकल्प ढूंढे।इस पे अब रोक लगनी ही चाइये जेसे गुजरात में भी हे।