नसीराबाद में मुनीम की हत्या कर 13 लाख से ज्यादा की लूट का राजफाश

वारदात में ट्रांसपोर्ट कंपनी के मुनिम की चाकू लगने से मौत हुयी थी,
जबकि नसीराबाद विधायक रामनारायण गुर्जर का भतीजा रवि गुर्जर गंभीर रूप से घायल हो गया था

nasirabadअजमेर। जिले के नसीराबाद सिथत श्रीनगर चौराहा के पास धनतेरस के दिन एक ट्रांपोर्टर के मुनीम की हत्या कर 13 लाख 70 हजार की लूट की वारदात का आखिरकार रविवार को अजमेर जिला पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। लूट की वारदात बैंक में कार्यरत अस्थार्इ सफार्इकर्मी ने योजना बनार्इ थी।

जिला पुलिस अधीक्षक डा नितिनदीप ब्लग्गन ने बताया कि नसीराबाद के जयश्री बालाजी ट्रांसपोर्ट में कार्यरत मुनीम शम्भू प्रकाश और उसका साथी नसीराबाद विधायक रामनारायण गुर्जर का भतीजा रवि गुर्जर एसबीबीजे बैंक पहुंचे, जहाँ उन्होंने दीपावली के मध्यनजर स्टाफ ड्राइवरों को वेतन और बोनस देने के लिए 19 लाख 20 हजार की राशि निकलवार्इ। दोनों मोटरसाइकिल पर सवार हो कर अमित टायर की दुकान पहुंचे जहाँ उन्होंने 5 लाख 50हजार की रकम उन्हें सौप दी और बाकी 13 लाख 70 हजार बैग में रख कर श्रीनगर रोड की तरफ जा रहे थे तो मोटरसाइकिल सवार दो युवको ने उन्हें टक्कर मार कर गिरा दिया और नगदी से भरा बेग छीनने का प्रयास किया। विरोध करने पर उन्होंने मुनीम शम्भू प्रकाश पर चाकू से हमला कर दिया और रवि को मारपीट करके जख्मी करके बेग छीन कर फरार हो गए। शंभूप्रकाश व रवि गुर्जर को अस्पताल लाया गया जहाँ चिकित्सकों ने शंभूप्रकाश को मृत घोषित कर दिया था और रवि गुर्जर को भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया था। इस पर नसीराबाद सिटी थाने में अज्ञात बदमाशो के खिलाफ हत्या और लूट का मामला दर्ज किया था।

पुलिस के लिए यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था। एसपी के निर्देशन पर एक विशेष टीम का गठन किया, जिसमे तीन थानो का पुलिस जाप्ता शामिल था। टीम को मुखबिर के जरिए सूचना मिली की नसीराबाद के रहने वाले संदीप हरिजन और दीपक आज कल काफी रूपये खर्च कर रहे है। पुलिस ने इन पर नजर रखी तो जानकारी में आया कि ये रोजाना अजमेर के कैलाश उर्फ करण और सोनू उर्फ चेतन के काफी संपर्क में है। पुलिस ने नसीराबाद के ही संदीप और दीपक हरिजन को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। पहले तो दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे, लेकिन बाद में दोनों से अलग-अलग सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने लूट और हत्या की वारदात कबूल कर ली।

एसपी डा नितिनदीप ने बताया कि दीपक और संदीप घटना के 10-15 दिनों पहले रुपयो की तंगी को लेकर चर्चा कर रहे थे, इसी दौरान बैंक में सफार्इ करने वाला एक नाबालिग भी वहां आ गया। नाबालिग ने इन्हे बैंक लूट करने के लिए कहा जिस पर उन्होंने बडी रिस्क होने की बात कह कर टाल दी। उसी दिन यह योजना बनार्इ कि जो भी ग्राहक बडी रकम ले कर निकलेगा उसे लूट लेंगे। लूट के लिए इन्होने अजमेर निवासी उनके फुफेरे भाइयो को भी शामिल कर लिया। 9 नवम्बर को जैसे ही मुनीम शम्भू प्रकाश और उसका साथी रवि गुर्जर एसबीबीजे बैंक से 19 लाख 20हजार की रकम ले कर निकला, बैंक में सफार्इ करने वाले नाबालिग ने उन्हें फोन से सूचना दे दी, जिस पर दो मोटर साइकिलों पर सवार हो कर चारो युवकों ने उनका पीछा करने लगे और मौका देख कर लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि बदमाशो का हत्या करने का कोर्इ इरादा नही था, लेकिन विरोध करने पर इन्होने डराने के लिए चाकू से वार किया, लेकिन वार सीधा दिल पर होने से रवि की मौत हो गर्इ। फिलहाल पांचो आरोपियों को बापर्दा रखा गया है, जिनकी शिनाख्त करवार्इ जाएगी। पुलिस इन्हे रिमांड पर लेकर लूट की रकम और हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद करेगी।
सुमित कलसी

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