शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने बांदनवाड़ा में “मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन रैली‘‘ को दिखाायी हरी झण्डी
अजमेर, 19 दिसम्बर। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान गांवों को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण अभियान है। गांव का पानी गांव के काम आए तभी अभियान की सार्थकता होगी। इस कार्य में जनप्रतिनिधियों के साथ ही ग्रामीणों का भी सक्रिय सहयोग आवश्यक है।
प्रभारी मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज बांदनवाड़ा में जल स्वावलम्बन रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उनके साथ समाजसेवी श्री भंवर सिंह पलाड़ा एवं प्रो. बी.पी.सारस्वत भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रो. देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के प्रयासों को हम सबको मिलकर पूरा करना है। अभियान का उद्देश्य गांवों में जल का संचय व जल संरक्षण कर पानी के अभाव से राज्य को मुक्त करना है। सम्पूर्ण राजस्थान मंे इसके लिए जन आंदोलन और जन चेतना चलाकर ही इस अभियान को पूरा किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हम अपने गांव को ऐसे माॅडल के रूप में तैयार करंे कि यहां वर्षा के पानी को रोककर उसका संचय कर सके जिससे जल स्तर भी बढे़गा और हमारी आवश्यकताओं की भी पूर्ति होगी। उन्होंने प्रत्येक नागरिक से जल के महत्व को समझने और इसके अपव्यय को रोकने का अनुरोध भी किया।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि “मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन योजना“ का शुभारम्भ आगामी 27 जनवरी 2016 को होगा जिसका प्रथम चरण जून तक चलेगा इसमें राजस्थान के 3400 गांव को जोड़ा गया है। अगले चरण में 21 हजार से अधिक गांवों को जोड़ा जाएगा।
समाजसेवी श्री भंवर सिंह पलाड़ा ने कहा कि हमें पानी का महत्व एवं इसकी कमी से होने वाली समस्याओं को समझना होगा। सभी को साझा प्रयास कर इसके दुरूपयोग को रोकना होगा। इसके लिए जन चेतना जरूरी है। प्रो. बी.पी. सारस्वत ने कहा कि यह अभियान सामूहिक कार्य है। जन आंदोलन द्वारा ही लक्ष्य पूर्ति सम्भव हैं। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश चैहान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
