अजमेर 22 जनवरी। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बी.एल. चौधरी ने कहा है कि आगामी 7 फरवरी को होने वाली रीट परीक्षा-2015 के सफल आयोजन से राज्य सरकार की प्रतिष्ठा जुडी है। सभी जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन इस परीक्षा आयोजन को एक चुनौती के रूप मे लें क्योकि इसमें हुई एक छोटी त्रुटि भी अक्षम्य है। सरकार के संकल्प पत्र में भी रीट परीक्षा आयोजन का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है।
प्रो. चौधरी शुक्रवार को राज्य के सभी जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों और शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सीधा संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा के लिए प्रदेश भर मे 2065 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है, जिनमें 8,75,000 परीक्षार्थी परीक्षा में प्रविष्ठ होगें। एक जिले के परीक्षार्थी को उसी संभाग में अन्य जिले में परीक्षा देने के लिये परीक्षा केन्द्र आंवटित किया जायेगा। परीक्षा में अनुचित साधनों पर कड़ाई से अंकुश लगाने की दृष्टि से परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे के अलावा जैमर की भी व्यवस्था की जा रही है। सभी सी.सी.टी.वी. कैमरों को जिला मुख्यालय के अतिरिक्त सीधे अजमेर स्थित बोर्ड कार्यालय से भी जोडा जा रहा है।
बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थी प्रवेश पत्र एवं एक मान्य फोटोयुक्त पहचान पत्र मय स्व-प्रमाणित फोटो प्रति के साथ ही प्रवेश कर सकेंगे। इसी प्रकार परीक्षा केन्द्रों पर केवल फोटोयुक्त परिचय पत्र से ही परीक्षा कार्यो में नियुक्त अधिकारियों और कार्मिकों को प्रवेश दिया जायेगा। परीक्षा केन्द्रो पर मोबाईल, केलक्यूलेटर, ब्लूटूथ, पैजर या अन्य कोई इलेक्ट्रोनिक उपकरण, घड़ी, चेन, अगंूठी, मंगलसूत्र, कान के टॉप्स, लॉकेट, पर्स, हैण्डबैग, डायरी इत्यादि लाना निषेध होगा। परीक्षार्थी इस प्रकार की कोई सामग्री साथ लाता है तो उसे अपनी स्वयं की जिम्मेदारी पर परीक्षा केन्द्र के बाहर रखना होगा। परीक्षा केन्द्र पर इन वस्तुओं को रखने व सुरक्षा की कोई व्यवस्था एवं जिम्मेदारी नहीं होगी।
राज्य के माध्यमिक शिक्षा सचिव नरेश पाल गंगवार ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि चूंकि इस परीक्षा की मैरिट और प्राप्तांक सीधे नौकरी से जुडे है, इसलिये इसकी संवेदनशीलता को दृष्टिगत रखते हुए प्रश्न-पत्रों की सुरक्षा और परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों पर अंकुश लगाने के हर संभव कदम उठाये जायंे। यह परीक्षा बोर्ड की स्कूली परीक्षा से भिन्न है।
प्रारम्भिक शिक्षा सचिव कुंजीलाल मीणा ने कहा कि किसी भी जिले में इस परीक्षा आयोजन में यदि कोई व्यवधान होगा तो पूरे राज्य की परीक्षा प्रभावित होगी, इसके लिए उस जिले का जिला प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा। उन्होंने प्रशासन को यह भी निर्देश दिये कि परीक्षार्थियों की सघन तलाशी के बाद ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश दिया जाये। राज्य के गृह विभाग ने प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर पर्याप्त पुलिस बल मय महिला पुलिस कर्मियों के तैनात करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि जिला परीक्षा समिति को यह भी निर्देशित किया कि जिले में निष्पक्ष परीक्षा आयोजन के लिये जो भी आवश्यक व्यवस्था करनी हो वह अपने स्तर पर की जाये।
बोर्ड की सचिव श्रीमती मेघना चौधरी ने बताया है कि इस परीक्षा अयोजन को लेकर बोर्ड से सम्बन्धित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। परीक्षार्थियों के रोल नम्बर आगामी सप्ताह में रीट की वेबसाईट पर उपलब्ध करा दिये जायेगें और परीक्षार्थी प्रवेश-पत्र भी ऑन-लाईन डाउनलोड कर सकेगें। उन्होंने कहा कि चार परीक्षा केन्द्रों पर न्यूनतम एक फ्लाईंग स्क्वॉड का गठन किया गया है। इस फ्लाईंग स्क्वॉड मे जिला प्रशासन के साथ पुलिस अधिकारी और शिक्षा विभाग के अधिकारी भी सम्मिलित होगें। वीडियों कॉन्फ्रेसिंग मंे राज्य के सभी जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला शिक्षा अधिकारी और बोर्ड प्रतिनिधि उपस्थित थे। अजमेर से जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत, जिला शिक्षा अधिकारी दीपक जौहरी, श्रीमती प्रिया भार्गव, श्रीमती आनन्द आशुतोष, आर.बी. गुप्ता और सुशील बिस्सु भी शामिल हुए।
राजेन्द्र गुप्ता, उपनिदेशक (जनसम्पर्क)