जे.एन.यू. दिल्ली में भारत विरोधी गतिविधियों के दुस्साहस पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा

यूनिवर्सिटी से हो निष्कासन, विशेष कोर्ट गठित कर शीघ्र भेंजे दुष्साहसियों को अफजल के पास
vhpभारत देश की राजधानी दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा सरे-आम राष्ट्र विरोधी नारे लगाने, पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने एवं चेतावनी भरे शब्दों में हिन्दुस्तान के कई टुकडे कर देने की सरे आम धमकी तथा कश्मीर को अलग राष्ट्र घोषित कर देने की धमकियां जो की पाक समर्थित आतंकियों और चीन समर्थित कम्न्यूस्टों के इशारे पर भारत विरोधी षडयंत्र रच कर खुल्ले आम भारत के सपूतों को ललकारा गया है। घिनोंने नारे लगाये गये, अफजल मांगें आजादी, भट्टकल मांगे आजादी, हुर्रियत मांगे आजादी, कश्मीर मांगे आजादी, गोली के दंम पर आजादी, हर हाल में लेंगे आजादी, सुन ले मोदी आजादी, सुनले तोगडिया आजादी, आजादी ….. आदि जैसे नारे उस समय लगाये गये हैं जब राष्ट्र के सपूत देशभक्त लांसनायक हनुमनथप्पा राष्ट्र की सुरक्षा करते हुये 6 दिनों तक सियाचिन में 28-30 फुट निचे बर्फ में दबे हुये के जीवन को बचाने हेतु प्रार्थना, दुआयें मन्नते सम्पूर्ण राष्ट्र की जनता कर रही है। इतना बढा कार्यक्रम देश के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली में होने के बावजूद एक के भी खिलाफ सरकार व प्रशासन द्वारा एफआईआर दर्ज कर गिरफतार नहीं किया गया।
भारत विरोधी गतीविधियोें व आतंकियों का समर्थित केन्द्र जेएनयू भारतीय जनता के द्वारा दिये जाने वाले विभिन्न करों (टैक्स) की राशि व सरकारी सहायत पर संचालित होता है। ऐसे नमक हराम जो भारत में खाते हैं, भारत में पीते हैं, भारत की जनता के पैसों पढते हैं इनका शरीर का एक एक कण भारत माता का ऋणी है इन्होंने दुस्साहस की सीमा ही पार कर दी है हमारे भारत देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्र विरोधी कृत्य का दुस्साहस किया है। भगत सिंह, राजगुरू, सुखदेव, सुभाषचन्द्र, लाला लाजपत राय, मंगल पाण्डे, वीर सावरकर जैसे सपूतों की जननी भारत माता के सपूतों को ललकारने वाले जेएनयू कें पल रहे इन आतंकियों को राष्ट्रद्रोह का मुकदमा लगा कर स्पेशल कोर्ट गठित कर 15 दिनों में अफजल के पास भे दिया जाये जिससे भविष्य में भारत मां का ललकारने से पहले जुबां कांप उठे।
विश्व हिन्दू परिषद मांग करता है कि उक्त कार्यक्रम एक सोची समझी साजीश के तहत किया गया जिसमें कार्यक्रम आयोजक अनिर्वाण भट्टाचार्य व कन्हैया कुमार के साथ कई कश्मीरी छात्र छात्रायें थी जो आतंकवादीयों के समर्थन में भारत विरोधी नारेबाजी कर रहे थे इन सभी के खिलाफ भारत विरोधी गतिविधियों व देश में अशान्ति फैलाकर दंगें भडकाने देश कों बांटने जैसे आरोप व देश द्रोह का मुकदमा दर्ज कर इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जानी चाहिये यदि इनके खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो फिर आगे भारत देश के कई ओर राज्य में भी यह लोग अपनी आजादी के लिये इस प्रकार के प्रदर्शन कर सकते हैं।
शशि प्रकाश इन्दोरिया
महानगरमंत्री विश्व हिन्दू परिषद

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