
डाॅ. आरूषी मलिक ने जनसुनवाई के दौरान सामने आए मुद्दो ंपर त्वरित कार्यवाही करते हुए मौके पर ही उनका निस्तारण किया गया। सामेलिया से गोवर्धनपुरा एवं सोहनपुरा गांव के लिए जाने वाली पेयजल पाईपलाईन से सम्पूर्ण अवैध कनेक्शन हटाने के लिए निर्देशित किया और कहा कि राजकीय सम्पत्ति एवं सार्वजनिक जल का दुरूपयोग करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने मौके पर उपस्थित जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को संबंधित तत्वों के विरूद्ध प्रकरण बनाकर थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान जल योजना कादेड़ा की पेयजल सप्लाई को सुचारू करने के लिए मेहरूकलां जल योजना पर कार्यरत सहायक श्री गजेन्द्र सिंह वर्मा को व्यवस्थार्थ लगाने के आदेश मौके पर जारी किए गए। इसी प्रकार अजगरी के खेल मैदान को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कहा गया। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी तीन कार्य दिवसों में प्रत्येक विद्यालय से कोई पालन हार योजना का पात्रा विद्यार्थी योजना के लाभ से वंचित नहीं है का प्रमाण पत्रा लिया जाए। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन, भामाशाह योजना तथा मुख्य मंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की पंचायतवार, ग्रामवार एवं विभागवार समीक्षा की।
इस अवसर पर सरवाड़ प्रधान श्री किशनलाल बैरवा, केकड़ी प्रधान श्रीमती पूजा सैनी, सरवाड़ नगर पालिका अध्यक्ष, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश कुमार चैहान, उपखण्ड अधिकारी श्री जगदीश नारायण बैरवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की उपनिदेशक श्रीमती विजयलक्ष्मी गोड, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी श्री लक्ष्मण हरचन्दानी, स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक सहित क्षेत्रा के सरपंच, पटवारी, ग्राम सेवक एवं नागरिक उपस्थित थे।
दिहाड़ी मजदूर रतनलाल प्रजापत ने दिए 5 हजार रूपए

रतनलाल जिसके लिए 5 हजार रूपए बहुत बडी बात है ने जब लाखों का सहयोग करने वाले भामाशाहों की तरफ देखा और अपने हाथ में पकड़े हुए 5 हजार रूपयों पर एक दृष्टि डाली तो उसे संकोच हुआ। वह बोलकर के कहने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। रतनलाल से सहयोग राशि जिला कलक्टर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं विधायक ने खड़े होकर ग्रहण की। रतनलाल अपनी संवेदनाओं भरी सकुचाती हुई खुशी को छुपा नहीं पा रहा था। जहां लाखों का सहयोग देने के लिए धनिक पंक्तिबद्ध खड़े है वहीं एक दिहाड़ी मजदूर के सहस्त्रों की राशि लेने के लिए प्रशासन और जनप्रतिनिधि खड़े होकर श्रद्धा और सम्मान के साथ ग्रहण कर रहे है। इस गुदड़ी के लाल ने इस अवसर का फोटो लेने से भी मना कर दिया और ऊपर की तरफ ईशारा करते हुए कहा कि मुझे ‘यहां’ नहीं ‘वहां’ हिसाब बताना है। धन्य है ऐसे भामाशाह। अपने पिता पर भगवती आज अवश्य नाज करेगी।