डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी के नेतृत्व में करनाल में जानेंगे नई तकनीक।
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पंजाब के करनाल शहर में 18 से 20 फरवरी तक होने वाले इंडियन डेयरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय सम्मेलन में अजमेर के छह सौ पशु पालक भाग लेंगे। ये पशु पालक 17 फरवरी को अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी के नेतृत्व में अजमेर से शताब्दी ट्रेन से करनाल के लिए रवाना हुए। चौधरी ने बताया कि दिल्ली तक शताब्दी के सफर के बाद लग्जरी बसों में करनाल जाएंगे। अजमेर जिले के दूरदराज की गांव ढाणी में रहने वाले पशुपालकों के लिए यह गर्व की बात थी कि वे शताब्दी जैसी वातानुकुलित ट्रेन से करनाल जा रहे हैं। इस दल में ऐसे अनेक पशुपालक थे जो पहली बार शताब्दी जैसी लग्जरी ट्रेन में बैठे थे। वहीं कुछ ऐसे भी पशुपालक थे जो पहले भी हवाई यात्रा कर चुके है। गत वर्ष कोलकाता में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में पशुपालकों को जयपुर से कोलकाता तक का हवाई सफर करवाया गया था। चौधरी ने बताया कि करनाल के अधिवेशन में जहां अजमेर के पशुपालक कृषि वैज्ञानिकों के विचार सुनेंगे, वहीं करनाल में संचालित पशु अनुसंधान केन्द्र का भी अवलोकन करेंगे। राष्ट्रीय स्तर के इस केन्द्र में पशुपालकों को जहां पशुओं के पालन की नई तकनीक के बारे में बताया जाता है, वहीं पशुओं के चारे के बारे में भी जानकारी दी जाती है। चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में सरकार के समक्ष पशुओं के पैरों में होने वाली लाइलाज बीमारी का मुद्दा प्रमुखता के साथ रखा जाएगा। जिस प्रकार सरकार ने पोलियो रोग को जड़ से उखाडऩे के लिए अभियान चलाया है उसी प्रकार पशुओं के पैरों में होने वाली बीमारी के लिए भी अभियान चलाया जाना चाहिए। मनुष्य का पूरा जीवन चक्र पशुओं के दूध पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि पशुपालकों के हितों के लिए वे हमेशा प्रयासरत रहते हैं। 17 फरवरी की दोपहर रेलवे स्टेशन पर जब छह सौ पशुपालक अपनी ग्रामीण वेशभूषा में एकत्रित हुए तो स्टेशन का माहौल ग्रामीण पृष्ठभूमि का नजर आया। पशुपालकों ने स्टेशन पर ही रामचन्द्र चौधरी के जिंदाबाद के नारे लगाए। छह सौ पशुपालकों में महिलाएं भी शामिल है।
(एस.पी. मित्तल) (17-02-2016)
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