बिजली आपूर्ति व्यवस्था निजी हाथों में सौपने के फैसले का कांग्रेस विरोध करेगी

vijay-sachinअजमेर 3 मार्च। अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं अजमेर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को निजी हाथों में सौपने के सरकार के फैसले का कांग्रेस विधायक दल विधानसभा के पटल पर और शहर कांग्रेस जन आंदोलन का रूप देकर अजमेर की सड़क पर पुरजोर विरोध करेगी। कांग्रेस का आरोप सरकार का जन विरोधी निर्णय भाजपा के कमजोर राजनीतिक नेतृत्व के कारण।
इस संबध में गुरूवार को जयपुर में शहर अध्यक्ष विजय जैन की अगुवाई में तीनों ब्लाॅक अध्यक्षों ने कांग्रेस के प्रदेषाध्यक्ष सचिन पायलट और राजस्थान में नेता प्रतिपक्ष रामेष्वर डूडी से मुलाकात कर इस मसले से अवगत करवाया। प्रतिनिधी मण्डल ने प्रदेष स्तरिय नेताओं को बताया कि राज्य सरकार ने अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं अजमेर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था को निजी हाथों में सौपने का जन विरोधी फैसला कर लिया है और इस फैसले को लागु करने की प्रक्रिया के तहत टेंडर की शर्तों के मुताबिक किसी निजी कंपनी को 20 साल के लिए फ्रेंचाइजी दी जाएगी 16 मार्च को टेंडर किये जाएंगे टेंडर होने के बाद अजमेर में बिजली सप्लाई से लेकर बिल वसूली, शिकायतें के निस्तारण तक के तमाम काम प्राइवेट कंपनी को सौंप दिया जाऐगा।
विजय जैन ने आरोप लगाया कि अजमेर में भाजपा के एक केन्दीय मंत्री दो राज्य सरकार में मंत्री, राज्ससभा सांसद, विधानसभा सचिव नगर निगम महापौर सहित प्राधिकरण के अध्यक्ष होने के बावजूद कमजोर राजनीतिक नेतृत्व एवं अजमेर की जनता के प्रति उत्तरदायित्व की कमी के कारण अफसरों और सरकार ने अजमेर का नंबर पहले ले लिया है। उदयपुर और जयपुर के नेताओं ने निजीकरण से अपने जिले को बाहर निकलवा लिया है। ऐसा तब हो रहा है जबकि अजमेर डिस्कॉम के अजमेर सिटी सर्किल मुनाफे में राजस्थान में दुसरे नम्बर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि अलवर नागौर भरतपूर सहित राज्य के कई सर्किल घाटे में चल रहे है मगर सरकार को अजमेर सबसे पहले इस लिऐ याद आया क्योंकि यहां के भाजपा नेता महारानी के सामने बोलने तक की हिम्मत नहीं रखते हैं इसलिये अजमेर के हितों पर कुठाराघात किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि निजीकरण होने के बाद फ्रेंचाइजी फर्म एकाधिकार के सिद्धांत पर काम करेगी जिसका नतीजा मध्यप्रदेष के उज्जैन में देखा गया है कि वहां विद्युत सप्लाई की अनिमित्ता और दरों में मनमानी बढ़ोतरी हो रही है इसके अलावा जनता से बकाया वसूली प्राइवेट ऋण कंपनियों की तरह की जाएगी। यदि सरकार ऐसे जन विरोधी निर्णय करेगी तो अजमेर के साथ कुठाराघात होगा। उन्होने भाजपा पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि यह पार्टी पूंजी पतियों की पार्टी है और इनका मुनाफे में चल रहे अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड तथा बिजली आपूर्ति व्यवस्था का निजीकरण करके किसी पूंजी पति का भला करने का मानस है।
शहर अध्यक्ष विजय जैन सहित ब्लाॅक अध्यक्षों विजय नागौरा, आरिफ हुसैन व अषोक बिंदल ने दोनों नेताओं से इस मुद्दे को विधानसभा के पटल पर रखकर सरकार के इस फैसले को निरस्त करवाने की मांग रखी नेता प्रतिपक्ष श्री रामेष्वर डूडी ने इस इसी सत्र में विधानसभा मे उठानें का अष्वासन दिया जैन बताया कि अजमेर मे भी इस मुद्दे को जन आंदोलन के रूप उठाया जाकर अजमेर को सरकार के कुठाराघात से मुक्ति दिलाई जाऐगी। चाहे इसके लिऐ शहर कांग्रेस को सड़क पर उतर के बड़ा आंदोलन क्यों न करना पड़े।

error: Content is protected !!