देश का धर्म संविधान – कैलाश मेघवाल

समाज के उत्थान का कार्य करें – निहालचन्द मेघवाल
ब्यावर में मेघवाल समाज का पंचम सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित

1ब्यावर, 21 मई। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष श्री कैलाश मेघवाल ने कहा कि देश का धर्म संविधान है, संविधान की प्रस्तावना को प्रत्येक कक्षा में पढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि संविधान सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक आदि क्षेत्रों में सभी को न्याय व समान अवसर प्रदान करने के साथ एकता व भाईचारे का संदेश देता है।
श्री मेघवाल आज ब्यावर में मेघवाल समाज के पंचम सामूहिक विवाह सम्मेलन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अम्बेडकर ने आजादी से पूर्व अछूत अवस्था को भोगा था और इसकी समाप्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम भी उठाये। इसी कारण उन्होंने देश के संविधान में सभी वर्गा को बिना किसी भेदभाव के समान अवसर एवं एकता व भाईचारे का संदेश दिया है।
उन्होंने सामूहिक विवाह आयोजन समिति को सामाजिक कल्याण के महत्वपूर्ण कार्य के लिए बधाई देते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को तन,मन व धन से समाज के विकास के लिए सहयोग करना चाहिए। साथ ही उन्होंने वर-वधुओं को आशीर्वाद देते हुए स्वस्थ व सुखी दाम्पत्य जीवन के लिए शुभकामनाएं भी दी। इस मौके पर उन्होंने ब्यावर को जिला बनाने की जन-मानस की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि इस संबंध में राज्य स्तर पर गठित समिति द्वारा निर्णय लिया जाना है जो ब्यावर के हित में रहे, इसके प्रयास किये जाएंगे।
केन्द्रीय पंचायतराज मंत्रा श्री निहालचन्द मेघवाल ने कहा कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि विभिन्न समाज प्रगति करें और सामाजिक उत्थान के लिए समाज के प्रबुद्धजनों, युवाओं व जनप्रतिनिधियों को सम्मिलित प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर मेघवाल समाज के 56 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में मिला अभिनन्दन व सम्मान उनके लिए अविस्मरणीय रहेगा, साथ ही उन्होंने नवविवाहित जोड़ों को स्वस्थ सुखी जीवन के लिए शुभकामनाएं भी दी।
श्री मेघवाल ने कहा कि सन् 1857 की क्रान्ति व आजादी की लड़ाई में मेघवाल समाज का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, समाज ने लोकतंत्रा को सशक्त करने में अहम भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि मेघवाल समाज सभी क्षेत्रा में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है, समाज के कई युवा महत्वपूर्ण प्रशासनिक व राजनीतिक पदों पर सेवाएं दे रहे हैं और समस्त देश के विकास में सहभागी बने हुए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि समाज को शिक्षित करते हुए सभी को समाज के उत्थान के लिए सम्मिलित रूप से कार्य करना चाहिए।
विधायक श्री शंकरसिंह रावत ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि सामूहिक विवाह जैसे महत्वपूर्ण आयोजन से मेल-मिलाप बढ़ता है और एकता व सद्भाव की भावना प्रबल होती है। उन्होंने नव विवाहित जोड़ों को दीर्घायु व स्वस्थ वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएं दी और प्रत्येक जोड़े को एक-एक हजार रूपये की राशि देने की घोषणा की। साथ ही उन्होंने मेघवंश छात्रावास रामसर बलाइयान में हॉल निर्माण कराने की घोषणा भी की।
इस मौके पर सामूहिक विवाह समिति के अध्यक्ष श्री हजारी लाल भाटी ने बताया कि मेघवाल समाज के पंचम सामूहिक विवाह सम्मेलन में 56 जोड़े परिणय सूत्रा बंधन में बंधे हैं, इनमें अजमेर, पाली, नागौर, भीलवाड़ा, राजसमंद एवं गुजरात के भी जोड़े शामिल हैं। समारोह को जिला प्रमुख राजसमन्द श्री परवेश सालवी , श्री घनश्याम मेघवाल, मेघवाल महासभा के संरक्षक श्री जफरूराम भाटी, श्री अर्जुनराम दुखाड़िया, भंवर मेघवंशी ने भी सम्बोधित किया।
इससे पूर्व समारोह में अतिथियों का साफा पहना व माल्यार्पण कर स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इसके बाद समाज की स्मारिका ’’मेघोत्सव स्मृतियां 2016’’ का विमोचन अतिथियों द्वारा किया गया। साथ ही नव विवाहित जोड़ो को अतिथियों द्वारा मुख्यमंत्रा श्रीमती वसुन्धरा राजे के संदेश वाले प्रशस्ति पत्रा देकर प्रोत्साहित भी किया गया। समारोह का संचालन श्री भगवान सहाय जारोडिया ने किया। इस मौके पर समाज के भामाशाहों का सम्मान भी अतिथियों द्वारा किया गया। –00–

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