महाराणा प्रताप के बिना राजस्थान अधूरा है – प्रो. देवनानी

zअजमेर। शिक्षा राज्य मंत्रा प्रो. वासुदेव देवनानी ने महाराणा प्रताप जयन्ती के अवसर पर लोहाखान प्रताप नगर में आयोजित समारोह में कहा कि जिस प्रकार छत्रापति शिवाजी के बिना महाराष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती उसी प्रकार महाराणा प्रातप के बिना राजस्थान अधूरा है।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने राष्ट्र प्रेम और मातृभूमि की आजादी के लिए जंगलों में रहना स्वीकार किया। उनका स्वाभीमान उनके संघर्ष के लिए प्रेरणा का कार्य करता था। वर्तमान पीढ़ी को देश प्रेम की शिक्षा देने के लिए शिक्षा के क्षेत्रा में परिवर्तन किया गया है। अंग्रेजों के द्वारा धोपी गई शिक्षा पद्धति हमें भारतीयता से दूर कर देती है। उन्होंने कहा कि इतिहास के माध्यम से नौजवानों को देश प्रेम का संदेश मिलना चाहिए। राजस्थान की माताओं में अपने बच्चों को प्रताप बनाने की क्षमता है। यहां के कण-कण में वीरता और शौर्य निवास करते है। प्रताप के चित्रा को देखने मात्रा से ही राष्ट्रभक्ति के भाव संचरित होने लगते है। उन्हें आदर्श मानने से यह देश एक मिसाल बन जाएगा। बालकों को प्रारम्भ से ही देश के वीरों एवं वीरांगनाओं की गाथाएं सुनने तथा पढ़ने को मिलती रहे तो इस धरती पर कोई भी राष्ट्रद्रोही पैदा नहीं हो सकता।
प्रो. देवनानी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्रा में पारदर्शिता के साथ कार्य सम्पादित किए जा रहे है। समारोह में उन्होंने प्रताप नगर क्षेत्रा में विधायक कोष से 10 लाख की राशि विकास कार्यों के लिए देने की घोषणा की।
इस अवसर पर भंवर सिंह पलाड़ा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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