20वीं सिन्धु दर्शन यात्रा के लिए अजमेर का हवाई यात्रा दल रवाना

1012अजमेर, 22 जून। सिन्धु दर्शन यात्रा समिति की ओर से 20 वीं तीर्थयात्रा में अजमेर से जाने वाला जत्था बुधवार को शताब्दी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हो गया, जहां से लेह के लिए हवाई मार्ग से 23 जून को प्रात काल रवाना होगा।
सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवलप्रकाश किशनानी ने बताया कि उनके साथ इस जत्थे में शांता भम्भानी, आई.जी. भम्भानी, एम. टी. वाधवानी, नानकी वाधवानी, प्रकाश रामसिंघानी, नानकी रामसिंघानी, प्रतीक रामसिंघानी, जया रामसिंघानी, राजेश रामसिंघानी, लता रामसिंघानी, श्रद्धा रामसिंघानी, नीरज रामसिंघानी, संत कुमार कृपलानी, मीना कृपलानी, किशन कुमार पाहुजा, आशा पाहुजा, रमेश कुमार कंजानी, सीमा देवी, सुनीता आसुदानी, महेश आसुदानी, गोवर्धनदास वरिन्दानी, जानकी देवी वरिन्दानी रवाना हुए।
उन्होंने बताया कि लेह में तीन मंजिला तैयार हुए सिन्धु भवन का लोकार्पण 23 जून को किया जायेगा। मन्दिर व सिन्धु सभ्यता संस्कृति की दीर्घाओं का कार्य निरंतर चलता रहेगा। भवन में संग्रहालय, सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ यात्रियों के लिये कई सुविधायें भी होंगी। इस अवसर पर पूर्व उप-प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी, महामंडलेश्वर व भीलवाड़ा हरीशेवा धाम के पीठाधीश्वर महंत हसंराम जी उदासीन, पुष्कर स्थित श्री शांतानद आश्रम के महंत स्वामी हनुमानराम, शादाणी दरबार, रायपुर के सांई युधिष्ठर लाल जी, उल्लाहासनगर वसणशाह दरबार के सांई परमानन्द जी, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इन्द्रेश जी और समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर अजमेर विकास प्राधिकरण के सौजन्य से प्रकाशित सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के स्मारक पर फोल्डर का विमोचन भी किया जायेगा।
उत्सव तीन दिन चलेगा।
उत्सव पर सिन्धु नदी किनारे पूज्य बहिराणा की पूजा के लिये सुन्दर स्थान तैयार करवाया गया है और देशभर से आये तीर्थयात्री पूजा अर्चना करने के साथ सिन्धु नदी पर स्नान व अपने बच्चों के मुण्डन संस्कार भी करवाते हैं। इस वर्ष यात्रा का स्लोगन – मेरा भारत, सारा भारत, एक भारत…… दिया गया है। केन्द्रीय व्यवस्था में निरंतर सेवारत हेल्पलाईन नं. 09821892711 कार्य करती रहेगी।
यात्रा पांच मार्गों से
सिन्धु दर्शन यात्रा पांच मार्गों से । प्रथम हवाई मार्ग दिल्ली-लेह से होगी। चार यात्रायें सड़क मार्ग से, जिसमें दूसरी चण्डीगढ-लेह-चण्डीगढ, तीसरी यात्रा जम्मू-लेह-जम्मू मार्ग, चौथी यात्रा जम्मू-लेह और चण्डीगढ से वापस आना और पांचवीं यात्रा चण्डीगढ से प्रारम्भ होकर लेह और वापस जम्मू के रस्ते सम्पन्न होगी।
उत्सव में देशभर से सांस्कृतिक दल अपनी प्रस्तुति देंगे
उत्सव में सिन्धु भवन लोकापर्ण, अलवर राजस्थान की प्रसिद्ध शहनाई वादन, सिन्ध नदी पर पूजन, स्नान, बहिराणा साहिब सिन्धु घाट पर, ध्वजारोहण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पेंगोग नदी भ्रमण, कैलाश मानसरोवर मुक्ति संकल्प और भ्रमण, लेह के मुख्य ग्राउण्ड पर भव्य विदाई समारोह के साथ स्थानीय भ्रमण किया जाएगा है।
सिन्धु दर्शन यात्रा में जाने वाले जत्थे को रवाना करने वालों में भारतीय सिन्धु सभा के मोहन तुलसियानी, महेश टेकचन्दानी, गोप मीरानी, प्रियंका, मीरा भाटिया, किशोर मंगलानी, के.टी. वाधवानी और नसीराबाद के जयकिशन, शेरसिंह आदि उपस्थित थे।

कंवल प्रकाश किशनानी
अध्यक्ष
सिन्धी समाज महासमिति
9829070059

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