कांग्रेस के अध्यक्ष विजय जैन ने सोमवार को जारी ब्यान मे कहा कि वादों से मुकर चुकी सरकार सत्ता मे बने रहने का अधिकार खो चुकी है सरकार के मंत्री पासवान सरकार के झूठे बखान करके जनता को भ्रमित करने आऐ हैं जनता सच्चाई से वाकिफ है और अब किसी नऐ बहकावे मे आने वाली नहीं है पासवान जनता को गुमराह करना बंद करें। जैन ने आरोप लगाया कि विदेशों से कालाधन लाने, भूमि अधिग्रहण बिल, समर्थन मूल्य पर खेती पर हुए पूरे खर्च पर 50 फीसदी मुनाफा दिलाने, प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत एक भी सड़क का निर्माण न होना, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी के बावजूद केंद्र द्वारा एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने, सामाजिक क्षेत्र के खर्च में कटौती, निर्भया फंड के उपयोग के बारे में स्थिति स्पष्ट न करना, रोजगार उपलब्ध न करवाना जैसे भाजपा के चुनावी मुद्दों पर सरकार का नजरिया स्पष्ट करने के बजाऐ पासवान एक बार फिर जनता को फिर भ्रमित कर रहे हैं।
जैन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित नरेंद्र मोदी की सरकार ने अपने कार्यकाल के तीन साल पूरे कर लिये हैं नरेंद्र मोदी ने चुनाव के वक्त मतदाताओं से कई वादे किये थे जो झूठे वादों का माया जाल था लेकिन, फिर भी मतदाताओं ने भाजपा के इस नेता की बातों पर भरोसा किया और सरकार बनाने का मौका दिया। चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने महंगाई की मार से राहत दिलाने का वादा किया था। ये वादा भी किया था कि विदेशी बैंकों में जमा काला धन भारत लाया जाएगा। ये तार्किक वादा नहीं था, पर मतदाताओं को लगा कि शायद ऐसा हो सकता है मगर काला धन लाने पर सरकार का प्रयास शुन्य रहा अब विदेषों से धन वापस लाने के बजाऐ सरकार देष के लोगों को ही धमका रही है की 30 सितम्बर तक धन जमा कराओ वर्ना कार्यवाही होगी।
उन्होने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी सरकार कोई ठोस कदम उठाते नजर नहीं आई जिससे लगे कि सामाजिक क्षेत्र में कोई बदलाव आएगा। आम बजट में मोदी सरकार ने स्वास्थ्य के बजट में 15 प्रतिशत की कमी कर दी जबकि, शिक्षा के बजट में 16 प्रतिशत कटौती की गई। मोदी ने कृषि के क्षेत्र में सुधार लाने का वादा किया था लेकिन, अभी तक उन्होंने इस पर भी कोई ध्यान नहीं दिया है यही कारण है की देष मे प्रतिदिन किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं।
कांग्रेस का ये भी कहना है कि पासवान ने मोदी सरकार की जो उपलब्धियां गिनाई हैं, उनमें से एक भी उनकी मौलिक नहीं है क्योंकि पासवान खुद यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल का हिस्सा थे पासवान यह बात अच्छी तरह जानते है कि मोदी सरकार यूपीए सरकार की नीतियों का जिस तरह से अनुसरण कर रही है वह जग जाहिर है भाजपा कांग्रेस सरकार की जिन योजनाओं का विरोध कर रही थी आज उन्ही का बखान करके वाहवाही लूट रही है। मोदी हमेशा मैक्सिमम गवर्मेंट, मिनिमम गवर्नेंस का नारा देते हैं लेकिन, गवर्मेंट मिनिमम होकर पीएमओ तक सिमट गई है। उन्होने कहा कि पिछले सालों में मोदी कई विदेश यात्राओं पर रहे किसी भी प्रधानमंत्री ने विदेश यात्रा पर रहते हुए कभी भारत की आलोचना नहीं की, लेकिन मोदी ने विदेशी धरती पर भारत को स्कैम इंडिया कहा, मोदी ने यहाँ तक कह दिया कि पहले लोगों को भारत में जन्म लेने पर ही अफसोस होता था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने सरकार लचर विदेष नीति पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि चुनावी भाषणों में मोदी ने कहा था कि सीमा पर भारत के एक नागरिक का सिर कलम होने पर हम पाकिस्तान का आठ सिर कलम करेंगे सवाल उठ रहा है कि क्या वे पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे भारतीयों के कलम किए सिरों को गिन रहे हैं ? मोदी सरकार एक व्यक्ति की सरकार बनकर रह गई है। रक्षा खर्च कम करना, लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन, भारतीय भूभाग में पाकिस्तानी और चीनी घुसपैठ और वन रैंक वन पेंशन योजना पर कोई फैसला नहीं करना सरकार की दिलचस्पी का अभाव को दर्शाता है। पासवान कांे चाहिये की वास्तविकता का बखान करें ना कि झूठ बोलकर जनता को भ्रमित करने से बाज आऐ क्योंकि जनता पहले ही बहुत धोखे खा चुकी है।
जैन ने कहा की कांग्रेस शासन के दौरान एफ.डी.आई का विरोध करने वाली भाजपा ने सत्ता मे आते ही विदेशी निवेश यानी एफ.डी.आई के कई बड़े फैसले किए हैं। रक्षा, उड्डयन और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों में 100 फीसदी एफ.डी.आई को मंजूरी दी गई है। कांग्रेस ने सवाल उठाया कि क्या यह एक आर्थिक फैसला है या इसका देश की समारिक ताकत पर असर पड़ेगा भाजपा सरकार को जवाब देना चाहिये।
