20वीं सिन्धु दर्शन यात्रा लेह लद्धाख में सम्पन्न

भव्य सिन्धु भवन का हुआ लोकार्पण
देश विदेश से तीर्थ यात्रियों ने लिया भाग
महाराणा दाहरसेन के रंगीन फोल्डर का विमोचन

2zअजमेर 29 जून। 23 से 26 जून तक लेह लद्धाख में 20वीं सिन्धु दर्शन महोत्सव सम्पन्न हुआ। महोत्सव में राज्यभर से 300 अधिक तीर्थ यात्रियों ने भाग लिया। जिनका पहला हवाई मार्ग का जत्था अजमेर लौट आया। जिनका नेतृत्व सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने किया।
सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थानी ने बताया कि महोत्सव का मुख्य नारा ‘‘मेरा भारत, सारा भारत, एक भारत’’ के साथ शुरू हुआ। 23 जून को भवन का लोकार्पण हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि पूर्व गृहमंत्री श्री लालकिशन आडवाणी थे। इस अवसर पर महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, पीठाधीश्वेर हरिशेवाधाम भीलवाड़ा रायपुर छतीसगढ़ के सन्त युधिष्ठरलाल, पुष्कर के हनुमानराम सहित कई संत उपस्थित थे।
संरक्षक माननीय इन्द्रेश जी ने कहा कि सभी के सहयोग से निर्मित यह भवन सिन्धु संस्कृति से परिपूर्ण होगा। सभी पंथों को मानने वालों की मूर्तियां लगेगी। इस अवसर पर शिक्षा केन्द्र का भी शुभारंभ किया गया। जो पूर्ण रूप से कम्प्यूटर पर आधारित होगा। महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन ने इसमें हंसगंगा हरिशेवा की ओर से कम्प्यूटर सेट देने की भी घोषणा की। समारेाह में भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय की ओर से भव्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया। अलवर राजस्थान की सिन्धी शहनाई वादन पर सभी भ्रम व उत्सव का आनन्द लिया।
दूसरे दिन सिन्धु घाट पर शाही स्नान के साथ पूज्य बहिराणा साहिब की पूजा अर्चना की गई। देश विदेश से आये श्रद्धालुओं ने सुबह सिन्धु माता की पूजा अर्चना प्रारम्भ की। माननीय इन्द्रेश कुमार, महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, पीठाधीश्वेर हरिशेवाधाम भीलवाड़ा रायपुर छतीसगढ़ के सन्त युधिष्ठरलाल, पुष्कर के हनुमानराम सहित कई संतों ने पूजा कर स्नान शुरू किया। स्वामी हंसराम उदासीन ने पुष्करराज के जल से सभी तीर्थो के जल से पूजा अर्चना शुरू की। सिन्धु माता का जल मिट्टी का महत्व बताते हुए सभी से अपने शहरों में पूजा करने का महत्व भी बताया।
दिल्ली के हेमनदास मोटवाणी, सतना झूलेलाल मंदिर के सेवाधारियों द्वारा बहिराणा साहिब की पूजा अर्चना की गई। शहनाई वादन पर सभी श्रद्धालुओं को छेज डांडिया करवाई। स्वामी हंसराम ने उपस्थित सभी अतिथि का राजस्थानी साफा बांधकर स्वागत किया। कार्यक्रम में जम्मूकश्मीर के उपमुख्यमंत्री, स्ािानीय सांसद, नगर निगम अध्यक्ष सहित कई नेता उपस्थित थे। घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित आम भण्डारे का आयोजन किया गया। आये सभी अतिथियों व तीर्थ यात्रियों को स्मृति चिन्ह दिये गये। तीर्थ यात्रियों द्वारा निशव प्रसिद्ध पेटांऊ झील व सर्वश्रेष्ठ ऊंचाई वाली सड़क खाईगला पहाड़ी पर पहुंचकर भ्रमण किया व आनन्द लिया।
लेह लद्धाख में आये सभी तीर्थ यात्रियों को 26 जून शाम को खेल मैदान में विशाल विदाई कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें स्थानीय कलाकारों, भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के कलाकारों के साथ शादाणी दरबार, रायपुर के बच्चों द्वारा मन मोहक प्रस्तुतियां दी गई। जिससे सभी ने भरपुर आनन्द लिया।
महोत्सव में अजमेर से शांता भम्भानी, आई.जी. भम्भानी, एम. टी. वाधवानी, नानकी वाधवानी, प्रकाश रामसिंघानी, नानकी रामसिंघानी, प्रतीक रामसिंघानी, जया रामसिंघानी, राजेश रामसिंघानी, लता रामसिंघानी, श्रद्धा रामसिंघानी, नीरज रामसिंघानी, संत कुमार कृपलानी, मीना कृपलानी, किशन कुमार पाहुजा, आशा पाहुजा, रमेश कुमार कंजानी, सीमा देवी, सुनीता आसुदानी, महेश आसुदानी, गोवर्धनदास वरिन्दानी, जानकी देवी वरिन्दानी, महेन्द्र कुमार तीर्थानी ने भाग लिया।

सिन्धुपति महाराणा दाहरसेन के रंगीन फोल्डर का विमोमचन

सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने बताया कि अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से छपवाये गये रंगीन पोस्टर का विमोचन सिन्धु भवन लोकार्पण के समरूप माननीय इन्द्रेश कुमार, यात्रा समिति के अध्यक्ष मुरलीधर माखीजा, भारतीय सिन्धु सभी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लक्ष्मणदास चदीरामाणी, महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन, पीठाधीश्वेर हरिशेवाधाम भीलवाड़ा रायपुर छतीसगढ़ के सन्त युधिष्ठरलाल, पुष्कर के हनुमानराम सहित संतों के करकमलों द्वारा करवाया गया। रंगीन फोल्डर के साथ महाराणा दाहरसेन स्मारक के भव्य चित्र को सिन्धु भवन में लगवाया गया। सभी तीथयात्रियों को फोल्डर वितरण के साथ स्मारक पर आने का निमंत्रण भी दिया गया। फोल्डर में महाराणा दाहरसेन का जीवन परिचय चित्रों सहित स्मारक पर सिन्धु संस्कृति में चित्र सहित अब तक किये गये महाराणा दाहरसेन राष्ट्रीय सम्मान के चित्र भी दिये गये है।

महेन्द्र कुमार तीर्थाणी,
प्रदेश महामंत्री,
9414705705

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