जिले के 220 राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थी पढ़ेगे स्मार्ट क्लास से

स्मार्ट क्लास रूम में पढ़ाएंगे स्मार्ट टीचर
सैन्ट्रल गल्र्स स्कूल और सिलोरा में शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में

IMG_20160723_121448अजमेर, 23 जुलाई। जिले के 220 राजकीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लास के माध्यम से अध्यापन करवाया जाएगा। इसका पायलट प्रोजेक्ट अजमेर के सैन्ट्रल गल्र्स स्कूल तथा सिलोरा के विद्यालय में आरम्भ किया जाएगा। जिला कलक्टर गौरव गोयल ने शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग तथा मोईनी फाउंडेशन की बैठक में यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि राजकीय विद्यालयों के बच्चों को आधुनिक तरीकों से अध्यापन करवाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए स्मार्ट क्लास के माध्यम से पढ़ाया जाएगा। इसके प्रथम चरण में जिले के उन 220 राजकीय विद्यालयों को शामिल किया गया है जहां पूर्व में आईसीटी लैब स्थापित है। इनमें एक कक्षा कक्ष को स्मार्ट क्लास रूम बनाया जाएगा। इन विद्यालयों के शिक्षकों को स्मार्ट क्लास से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित कर स्मार्ट टीचर बनाया जाएगा। आईसीटी लैब में स्थापित कम्प्यूटर के साथ एक-एक प्रोजेक्टर तथा अध्यापन सामग्री के सोफ्टवेयर उपलब्ध रहेंगे। स्मार्ट क्लास आरम्भ होने के पश्चात विषय अध्यापक के नहीं होने पर भी विशेषज्ञों द्वारा प्रोजेक्टर पर अध्यापन करवाया जा सकेगा। इससे अध्यापकों की कमी वाले विद्यालय में भी अध्यापन बाधित नहीं होगा।
उन्होंने बताया कि इसके तहत छात्रों को कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर रूचि पूर्ण तरीके से सिखाया जाएगा। विषय के साथ खेलने का आत्मविश्वास विकसीत करने के लिए क्विज एकेडमी पर आधारित प्रश्नों को हल करवाया जाएगा। राजस्थान शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान के द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर आॅडियो, विडियो, एनिमेशन तथा प्रयोगों द्वारा सरल हिन्दी भाषा में सुरूचिपूर्ण अध्यापन करवाया जाएगा। उन्होने बताया कि स्मार्ट क्लास के माध्यम से विद्यार्थियों में स्वअध्ययन की प्रवृति को बढ़ावा मिलेगा। इसमें प्रत्येक विद्यालय एवं विद्यार्थी को अलग-अलग पासवर्ड जारी किए जाएंगे। इससे जिला स्तर पर अध्यापक द्वारा पढ़ाए गए पाठ तथा विद्यार्थी द्वारा किए गए कार्य की माॅनिटरिंग आसन रहेगी।
इस अवसर पर ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर अबु सूफियान चैहान , अजमेर उपखण्ड अधिकारी जय प्रकाश, जिला शिक्षा अधिकारी सुशील कुमार गहलोत, दीपक जौहरी, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा, उद्यमिता विकास संस्थान के निदेशक प्रो. बी.पी.सारस्वत, मोईनी फाउंडेशन के अरविंद थानवी, मनीष शर्मा एवं भामाशाह उपस्थित थे।

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