अजमेर 17 अगस्त। देश में 25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा लोक तंत्र की हत्या कर लगाये गये आपातकाल के दौरान हुए बर्बर अत्याचारों व अमानवीय यातनाओं को लोग आज भी नहीं भूलें हैं, यह बात लोक तंत्र रक्षा मंच राजस्थान द्वारा प्रकाशित पुस्तक आपातकाल के काले दिवस का विमोचन करते हुए शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कही देवनानी ने कहा कि इस दौर में पुरुषों के साथ महिलाओं को भी नहीं बक्सा गया राजमाता विजयराजे सिधिया, गायंत्रीदेवी व श्रीमती मृणालगोरे सहित असंख्य महिला नेत्रियों को तिहाड़ जेल में यातना पूर्वक बंद किया गया। मंगलवार को एक कार्यक्रम में आपात काल के दौरान 19 महिनें तक जेल में रहने वाले लोक तंत्र सेनानियों का सम्मान किया गया। इसमें आपात काल के दौरान अजमेर जेल में बंद रहे वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। इस अवसर पर भा.ज.पा. जिलाध्यक्ष अरविन्द यादव ने कहा कि लोक तंत्र के जो सेनानी जो हमारे बीच में मौजूद हैं हमारा ऐसा प्रयास रहना चाहिए कि इनके सम्मान में कोई कमी न हो तथा युवा पीढ़ी इनसे कुछ सीख कर भविष्य का लक्ष्य तय करें।
मीसा बंदी रहे वरिष्ठतम नेता श्री नवलराय बच्चानी ने आपात काल के दौरान की घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इस अवधि में पूरे देश में ही तानाशाही पूर्वक जनभावनाओं को कुचला गया था तथा जरा सा भी विरोध करने पर उस काल में सरकारी तंत्र द्वारा लोगों को जैलों में ठूसा जा रहा था।
वरिष्ठ नेता तथा मीसा बंदी तुलसी सोनी ने इस अवसर पर अजमेर सेंटल जेल में बंद मीसा बंदियों पर हुए अत्याचारों व अमानवीय कृत्यों की जानकारी देते हुए बताया कि यह ऐसा समय था की तत्कालीन सरकार ने किसी भी प्रकार का लिहाज नहीं कर लोगों को जैलों में भर दिया, यहाँ तक कि एक ही परिवार के पिता व पुत्र आपस में सगे भाईयों सहित कई परिवारों को भी जैलों में बंद कर उनके परिवार के लिए रोजीरोटी का गंभीर संकट उत्पन्न कर दिया। मीसा बंदी व अजमेर के संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक भाऊ प्रभुदास व उनके सगे भाई परमानंद को व भा.ज.पा. नेता सेवकराम सोनी व उनके पुत्र कन्हैया सोनी को एक ही जैल में होने के बावजूद आपस में दीपावली पर भी नहीं मिलने दिया व अमानवीय यातनाएं दी गई। इस कार्यक्रम में मीसा बंदी सर्वश्री जंवरीलालजी चौधरी, प्रेमसुख सुराणा, ओमनारायण शर्मा, हेमराज जटिया, घनश्याम व्यास, दौलतराज, सत्यनारायण खण्डेलवाल आदि लोक तंत्र सेनानियों का सम्मान किया गया।
इस अवसर पर लोक तंत्र रक्षा मंत्र अजमेर जिले का गठन भी सर्वसम्मति से हुआ। जिसमें संरक्षक नवलराय बच्चानी, अध्यक्ष तुलसी सोनी, महामंत्री जवरीलाल चौधरी, कोषाध्यक्ष प्रेमसुख सुराणा, उपाध्यक्ष हेमराज जटिया व गोविन्द बाहेती किशनगढ़, मंत्री सत्यनारायण खण्डेलवाल व दौलतराज ब्यावर, अंकेक्षक ओमनारायण शर्मा नसीराबाद, प्रचार मंत्री घनश्याम व्यास को चुन कर कार्यकारिणी गठित की गई।
इस मोके पर महापौर धमेन्द्र गहलोत भा.ज.पा. जिला महामंत्री जयकिशन पारवानी, रश्मी शर्मा, राजकुमार ललवानी, सीताराम शर्मा आदि सहित वरिष्ठ लोग उपस्थित थे।
नवगठित लोक तंत्र रक्षा मंच अजमेर ने जारी बयान में कहा कि अजमेर में यह मंच लगातार सक्रिय रह कर देश के इस दूसरे स्वतंत्रता आंदोलन में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने क्या और कैसे बलिदान किये किन परिस्थितियों का मुकाबला किया तथा देश भक्ति के इस आंदोलन की सफलता की रीढ़ कौन थे यह सब जानकारी आज की युवा पीढ़ी तक प्रभावी रूप से पहुँचाने का काम करेगा।
(तुलसी सोनी)
अध्यक्ष
लोकतंत्र रक्षा मंच-अजमेर (मो.) 9829029647