नवासा-ऐ-रसूल के ताजिये कर्बला में सहराब

fb_img_1476278059900fb_img_1476278000365fb_img_1476277986944दौराई/12 अक्टूबर । निकवर्ती ग्राम दौराई में बुधवार को शिया समुदाय के लोगों ने कर्बला के शहीदो की याद में खूनी मातम मनाया। सुबहा आठ बजे दरगाह हजरत अब्बास पर मौलाना शबीहुल हसन ने आमाले रोजे आशूरा के आमाल ( विशेष नमाज ) अदा कराई। आमाल के बाद मौलाना जक़ी काजमी ने तकरीर की। इसके बाद मोहर्रम के कार्यक्रम की पहली मजलिस को मौलाना शबीहुल हसन ने खिताब फरमाया। इसी क्रम मे दूसरी मजलिस हुसैनिया बाबुल मुराद में शुरू हुई जिसे मौलाना आसिफ अली जैदी ने खिताब किया। तकरीर के बाद बड़ी मस्जिद से ताजिये के जूलूस के साथ नोजवान व बच्चे सिनाजनी करते हुवे मुख्य बाजार पहुंचे। कार्यक्रम की अंतिम मजलिस अन्दर वाली इमाम बारगाह मे मौलाना शबीहुल हसन कि तकरीर के बाद अंजूमन के नौजवान व बच्चे कर्बला के शहीदो कि याद मे खूनी मातम करते हुए मुख्य चौक पहुचें। नजरे शोहदा ऐ कर्बला के बाद ताजियो को कर्बला में सहराब किया गया । मग़रिब कि नमाज के बाद शामे गरीबा का मजंर पेश क्या गया । ऑल इंडिया शिया फाउन्डेशन के जिलाध्यक्ष सैय्यद आसिफ अली ने बताया कि दौराई मे मोहर्रम के कार्यक्रम का आयोजन अन्जूमने शहीदाने फुरात, अंजूमने जाफरिया विकास समिति एवं अंजूमने फातहे फुरात के तत्वावधान में किया गया।

अन्जूमन ने पंचायत व जिला प्रशासन का शुक्रिया अदा किया

ग्राम पंचायत दौराई ने अशरा ऐ मोहर्रम के दौरान दस दिनो तक साफ सफाई, बिजली, पानी आदि सभी व्यवस्थाओं को बा खूबी निभाया। इसके साथ ही चिक्तिसा विभाग व रामगंज पुलिस जाप्ते ने भी चाक चौंबंद हो कर अपनी सेवाएं दी। इसके लिए शिया समुदाय की तीनो समितियों ने ग्राम पंचायत व जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुवे शुक्रिया अदा दिया।

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