एबेकस एण्ड मेंटल अर्थमेटिक इंटरनेशनल कॉम्पिटिशन में पाया प्रथम स्थान
राजस्थान का नाम दुनिया भर में किया रोशन
जानकारी के अनुसार प्रसन्न दिवान ने गत वर्ष भारत ( दिल्ली) में आयोजित इस अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता की छठी श्रेणी के रनरअप का खिताब जीता था। बकौल प्रसन्न की माता श्रीमती नीलम दिवान; तब से ही प्रसन्न ने इस प्रतियोगिता की शीर्ष श्रेणी में अव्वल आने का मन बना लिया था। दुबई के हमदान स्पोर्टस कॉम्प्लैक्स में 11 नवम्बर को सम्पन्न 21 वीं इन्टरनेशनल एण्ड 13 वीं नेशनल प्रतियोगिता 2016 में तकरीबन 57 देशों के 3000 से अधिक बच्चों के बीच प्रसन्न ने फर्स्ट प्लेसिंग अर्जित कर आखिर वह खुशी पा ही ली जिसे वह मन से चाहता था। उन्होंने बताया कि प्रसन्न में लगन है। जो वह चाहता है; वह करता है। इस साल स्टेट लेवल पर प्रसन्न इस प्रतियोगिता का चैम्पियन रहा। उसने इसकी तैयारी तब की जबकि उसके एसए वन के एक्जाम्स सिर पर थे।
श्रीमती नीलम ने बताया कि दरअसल वह यह ट्राफी अपने पिता स्वर्गीय राजेश दिवान को समर्पित करना चाहता था और उसने यह कर दिखाया। प्रसन्न ने अपने स्कूल की पढ़ाई के साथ गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर, फ्रेंच जैसे जटिल विषय से जुड़े नेशनल व इंटरनेशनल ऑलम्पियाड कॉम्पिटिशनों में भी सिल्वर व गोल्ड मैडल जीते हैं। इस प्रतियोगिता में प्रथम आने की गंभीरता और अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बच्चों को 8 मिनट में 200 सवाल हल करने होते हैं। इन प्रश्नों में अनेक जटिल ही होते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रसन्न अब इस प्रतियोगिता के पोस्टग्रेज्युएट श्रेणी जिसे ग्रेंड लेवल कहते हैं देने की इच्छा रखता है। जिसकी वह तैयारी कर रहा है। प्रसन्न शुरू से ही स्वयं अध्ययनशील है। वह किसी तरह की ट्यूशन में विश्वास नहीं करता। यह बात अलग हेै कि उसकी बहन इशिता दिवान जो स्वयं एमबीबीएस छात्रा है प्रसन्न की पढ़ाई में उलझन सुलझा देती है। वैसे प्रसन्न को पढ़ाई के अतिरिक्त बास्केट बाल खेलना, अंग्रेजी न्यूज पेपर पढ़ना, स्पोर्टस में क्रिकेट के प्रति रुचि रखना, महापुरुषों की बायोग्राफी पढ़ना काफी अच्छा लगता है। गौरतलब है कि प्रसन्न का अजमेर से बेहद नजदीकी रिष्ता है। प्रसन्न का ननिहाल अजमेर में है। मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च संेटर के संरक्षक एम एल मित्तल प्रसन्न दिवान के नाना है।
