अजमेर 27 नवम्बर। महंत रामदास सदैव सेवा व स्मरण के प्रेरणास्त्रोत रहे हैं बाल्यकाल से ही संतो के सानिध्य में समाज के सभी वर्गों के लिए सदैव समर्पित रहकर अपना संत जीवन सादगी से जिया और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर श्रृद्धालुओं को पथचिन्ह पर चलना ही सच्ची श्रृद्धांजलि होगी। ऐसे आर्शीवचन ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में महन्त रामदास उदासी गुरू बाबा विशम्भर देवदासी की श्रृद्धांजलि सभा में महामण्डलेश्वर श्रीमहंत हंसराम उदासीन भीलवाडा ने प्रकट किये।
उनके भ्राता स्वामी ईसरदास सहित ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास उदासीन, गौतम सांई, श्री शांतेश्वर उदासीन आश्रम पुष्कर के महंत हनुमानराम, भीलवाडा के स्वामी गणेशदास, श्री अमरलाल राजकोट, श्री दर्शनदास गांधीधाम, श्री अमरदास जयपुर, श्री रामदास उज्जैन, श्री माधवदास इंदौर, श्री नन्दलाल कोटा, श्री सुदामा लाल कोटा, श्री जयकिशन पाटन, स्वामी संतोषदास इंदौर, स्वामी गुलराज जयपुर, सांई देवीदास दीवाना, स्वामी बंसतराम सेवा ट्रस्ट के ओमप्रकाश, स्वामी आत्मदास, भाई फतनदास, दादा नारायणदास, श्रीराम दरबार की दादी मोहिनी देवी सहित अनेक संतो के साथ भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अजमेर सिन्धी सेन्ट्रल महासमिति के अध्यक्ष नरेन शाहणी भग्त, सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी, पार्षद मोहन लालवाणी, पूर्व पार्षद खेमचन्द नारवाणी, अजयनगर सिन्धी समाज के अध्यक्ष भगवान कलवाणी, प्रकाश जेठरा, मुखी कन्हैयालाल, डॉ.प्रकाश नारवाणी, शंकर सबनाणी,भागचन्द व लक्षमदास दौलताणी, घनश्यामदास, कन्नू खानचंदाणी, सिन्धी योगडाट कॉम के मनीष प्रकाश, प्रकाश मूलचंदाणी सहित अनेक श्रृद्धालु उपस्थित थे। सभा का संचालन राष्ट्रीय महामंत्री महन्त श्यामदास उदासी ने करते हुय बालकधाम किशनगढ की ओर से भी श्रृद्धासुमन अर्पित किये।
