राष्ट्र और प्रकृति की रक्षा करना सब का दायित्व – वन मंत्राी

dsc_0253अजमेर, 01 दिसम्बर। राष्ट्र और प्रकृति की रक्षा करना देश के समस्त नागरिकों का कर्तव्य है। यह एक दिव्य कार्य है। जीवन यापन के लिए व्यक्ति किसी एक क्षेत्रा का चुनाव करता है। रक्षा के क्षेत्रा में प्रवेश करने वाले व्यक्ति ईश्वरीय कार्य करते है। प्रकृति अपना संतुलन स्वयं स्थापित करती है। उससे छेडछाड और प्रदूषण के भयावह परिणाम सामने आते है। ये विचार राज्य के वन, पर्यावरण एवं खान राज्य मंत्राी श्री राजकुमार रिणवां ने गुरूवार को अजमेर फाॅयसागर रोड़ स्थित केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल समुह 2 में नवनियुक्त 302 वन पाल एवं वन रक्षकों के दीक्षांत समारोह में सम्बोधन के दौरान कहे।
उन्होंने कहा कि महिला वन रक्षकों ने 90 दिन के कठिन प्रशिक्षण के दौरान विशेष दक्षता प्राप्त की है। उनके द्वारा सीखा गया कौशल उनके व्यवहार में स्पष्ट झलक रहा है। दीक्षांत समारोह की परेड के दौरान आत्मविश्वास से भरे हुए उनके सधे कदम इस बात की गवाही दे रहे है। स्त्राी को भारतीय परम्परा में शक्ति का स्वरूप माना गया है। यह माॅ, बहन तथा बेटी के रूप में अमृत प्रदान करने वाली है। वन विभाग द्वारा वन, वन्य जीवन तथा प्रकृति को साथ लेकर चलने के लिए कार्य किया जाता है। वनों की वृद्धि से प्रकृति प्रसन्न होती है। पेड़, पहाड़ और यज्ञ बरसात को बुलाने में सहयोग प्रदान करते है। इससे भूमि पर हरियाली की बढोतरी होती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी जलस्वावलम्बन अभियान के कारण डार्कजोन घोषित ब्लाॅको की संख्या में कमी हुई है। भू जल स्तर बढने से फसलों तथा वनों को लाभ प्राप्त हुआ है। अपने संबोधन के दौरान श्री रिणवा ने कहा कि बुजूर्गों द्वारा बताए गए सात सुखों मे से पड़ोसी का अच्छा होना भी एक सुख है। आंतकवादी राक्षसी प्रवृति के पशुवध जीवन जीने वाले प्राणी है। कायरों की तरह हमला करने वालों को भारत की सशस्त्रा सेनाएं कड़ा सबक सिखाने के लिए हमेशा तैयार है। वनमंत्राी ने चुरू राजस्थान के लोक गायक, कवि एवं संगीतकार गजानन वर्मा के द्वारा लगभग 54 वर्ष पूर्व तैयार किए गए गीत ‘सुण दिखणादी बादळी उतरादै छेड़ै जा, पीव जठै रण मैं झूझै तू वांनै हँस बतळा’ का वाचन करके सैनिकों को याद किया।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल राजस्थान क्षेत्रा के पुलिस महानिरीक्षक श्री भृगु श्रीनिवासन ने कहा कि महिला वन रक्षकों में आत्म विश्वास का स्तर बहुत उच्च है। इनकी फायरिंग क्षमता में प्रशिक्षण के दौरान जबरदस्त निखार आया है। मैराथन दौड में लिया गया समय पुरूष वर्ग द्वारा लिए गए समय से कम है। भविष्य में भी सीआरपीएफ प्रशिक्षण के क्षेत्रा में नवाचार के साथ अपना योगददान बनाए रखेगा। प्रधान वन संरक्षक एवं वन विभाग प्रशिक्षण केन्द्र जयपुर के निदेशक दुर्गा प्रसाद शर्मा ने कहा कि टाईम्स आॅफ इंडिया के दिल्ली संस्करण में सीआरपीएफ महिला बटालियन की पासिंग आउट परैड से प्रोत्साहित होकर वन विभाग ने महिला वन रक्षकों का प्रशिक्षण सीआरपीएफ के माध्यम से करवाने का निर्णय लिया। वन विभाग का सीआरपीएफ के द्वारा गहन प्रशिक्षण का यह पहला प्रयास है। इन्हें इन्सास, एकेएम तथा एके47 जैसे हथियारों के चलाने का प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है।
पासिंग आउट परैड में नव नियुक्त महिला वन रक्षकों ने राष्ट्रीय ध्वज के तले वन एवं वन्य जीवों के संरक्षण तथा वानिकी विस्तार के कार्य को ईमानदारी, निष्ठा तथा कटिबद्धता से करने के लिए शपथ ली। परैड के साथ-साथ हथियार चालन, कराटे तथा शारीरिक का भी प्रदर्शन किया गया। परैड का नेतृत्व उप निरीक्षक प्रबीशा के तथा कार्यक्रम का संचालन सुनिता जोशी ने किया।
दिक्षांत समारोह में विभिन्न गतिविधयों के अन्तर्गत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली महिला वन रक्षकों को प्रमाण पत्रा एवं मेडल प्रदान किया गया। बेस्ट लीडरशिप के लिए सुमन यादव, बेस्ट आउटडोर एक्टीविटी के अनुराधा जाट, बेस्ट फायरर के लिए ललिता और बेस्ट कंडक्ट माक्र्स के लिए रिंकु राठौड़ ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। 8 किलोमीटर की मैराथन दौड़ में 36 मिनट 19 सैकण्ड का समय लेकर रचना बाई मीना ने प्रथम तथा 38 मिनट 38 सैकण्ड का समय लेकर तीजों ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। तीजों ने ही 400 मीटर की दौड़ 56 मिनट 26 सैकण्ड में पूरी कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। अर्चना शर्मा 100 मीटर दौड़ में प्रथम तथा 400 मीटर दौड़ में द्वितीय स्थान पर रही। सुमन कुमारी चंदेलिया ने 200 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार 100 मीटर दौड़ में रेणु शर्मा तथा 200 मीटर दौड़ में गोरन्ती मीना द्वितीय स्थान पर रही। वन सुरक्षा एवं कानून में रितुबाला शर्मा, प्रारम्भिक कम्प्यूटर शिक्षा में सुनिता यादव, वन वर्धन में सरोज जाट, वन वनस्पति विज्ञान में रिंकु कुमारी, सामाजिक वानिकी एवं साझा वन प्रबंध में राजकरंता मीणा, वन सर्वेक्षण, वन अभियांत्रिकी, वन मिति, पास्थितिकी एवं पर्यावरण में कृष्णा कुमारी माली अव्वल रही।
इस अवसर पर सीआरपीएफ अजमेर के ग्रुप केन्द्र दो के पुलिस उप महानिरीक्षक श्री अनिल ढोंडियाल, उप वन संरक्षक श्री अजय चितौड़ा उपस्थित थे।

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