महाभारत के संवादों से गूँज उठा सभागार

राजस्थान संगीत नाटक अकादमी का कार्यक्रम हुआ

IMG_20170120_131407अजमेर/राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा प्रदेशभर में चलायी जा रही ‘कला व्याख्यान व प्रदर्शन योजना‘ के अन्तर्गत अजमेर में दूसरा आयोजन शुक्रवार को टर्निंग पाइंट पब्लिक स्कूल में हुआ। कार्यक्रम में अनुभवी रंगकर्मी एवं फिल्म स्क्रिप्ट लेखक अशोक सक्सेना ने नाट्य विधा के व्यावहारिक पहलुओं की विस्तृत जानकारी देते हुए अभिनय के प्रमुख पक्ष ‘वाइस मोड्युलेशन‘ पर व्याख्यान व प्रशिक्षण दिया। सक्सेना ने हाल ही में रचित महाभारत पर आधारित नाट्ययालेख के पाण्डव-श्रीकृष्ण संवादों को प्रस्तुत करते हुए बताया कि नाटक या फिल्म में अभिनय को प्रभावी बनाने में संवाद महत्वपूर्ण होते हैं। संवादों के ठीक उच्चारण व उतार-चढ़ाव को नियंत्रित रखने की कला ही मोड्यूलेशन है। उनके साथ आए अभिनेता दिनेश, प्रिंस राज, निर्मल सहवाल व युवराज वाही ने जब महाभारत के संवादों को सस्वर पढ़ा तो पूरा हॉल तालियांें की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। बड़ी संख्या में उपस्थित विद्यार्थियों और दर्शकों ने इसे खूब सराहा।
प्रारंभ में समन्वयक उमेश कुमार चौरसिया ने विशेषज्ञ कलाकारों को नयी पीढ़ी तक ले जाने की अकादमी की योजना के बारे में बताया। संस्था निदेशक डॉ अनन्त भटनागर ने विशेषज्ञ कलाकारों का स्वागत करते हुए कहा कि नाट्य विधा से बच्चों का व्यक्तित्व विकसित होता है। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी वर्षा शर्मा ने किया तथा प्राचार्या रश्मि जैन ने आभार अभिव्यक्त किया। दूसरे सत्र में बच्चों का अशोक सक्सेना के साथ संवाद भी हुआ। उन्होंने अपने 50 वर्ष के रंगमंच व फिल्म क्षेत्र के रोचक अनुभव भी साझा किये। इस अवसर पर विजेन्द्र चतुर्वेदी ने माउथआरगन पर मधुर फिल्मी गीत भी सुनाए। कार्यक्रम में अंकित शांडिल्य, लखन चौरसिया, दिनेश खण्डेलवाल आदि का सहयोग रहा।

उमेष कुमार चौरसिया
समन्वयक ‘कला व्याख्यान योजना‘
संपर्क-9829482601

error: Content is protected !!