ब्रह्मा मन्दिर विस्तार कार्य पर होंगे 15 करोड़ रूपए व्यय

जिला कलक्टर ने अन्तिम कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश
प्रसाद और हृदय योजना के कार्यों का किया अवलोकन

bramha mandir 7अजमेर, 7 फरवरी। विश्व प्रसिद्ध ब्रह्मा मन्दिर के पुर्नरूद्धार के तहत मन्दिर परिसर, बगीचे एवं परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए प्रसाद योजना के अन्तर्गत 15 करोड़ की राशि स्वीकृत हो गयी है। जिसके तहत ब्रह्मा मन्दिर परिसर, बगीचा एवं परिक्रमा मार्ग का समुचित विकास करने के लिए जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल की अध्यक्षता में मन्दिर परिसर में मंगलवार को बैठक आयोजित की गई।
बैठक में जिला कलक्टर एवं ब्रह्मा मन्दिर प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष श्री गौरव गोयल ने बताया कि ब्रह्मा मन्दिर में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते है। उन्हें समस्त प्रकार की सुविधाएं एवं सहायता उपलब्ध हो इसके साथ ही मन्दिर परिसर के समीप खुले क्षेत्रा में मन्दिर विस्तार के रूप में कार्य कराए जाऐंगे। जिला कलक्टर ने मौके पर ही आर्किटेक्ट एवं सलाहकारों से विकास कार्यों के संबंध में विस्तार से चर्चा की तथा उन्हें निर्देश दिए की समस्त कार्यों का सर्वे कार्य पूर्ण कर 15 दिवस में अन्तिम कार्ययोजना प्रस्तुत करें। उन्होंने बताया कि मन्दिर परिसर के समीप खुले पड़े क्षेत्रा से मन्दिर का मुख्य मार्ग बनाया जाएगा। जिसमें एन्ट्री प्लाजा निर्माण, लाईटिंग, पार्किंग की सुविधाए उपलब्ध कराने के साथ ही मन्दिर के पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने का प्रयास भी किया जाएगा ताकि आने वाले श्रद्धालु मन्दिर की सम्पूर्ण जानकारी के साथ पुष्कर के ऐतिहासिक महत्व को भी जान सकेंगे। मुख्य उप मार्ग पर चारों वेदों, पंचतत्व तथा नवग्रह की सम्पूर्ण जानकारी के साथ ओपन एम्फी थियेटर बनाने का भी प्लान है। एम्फी थियेटर का उपयोग सत्संग, धार्मिक कथाओं के वाचन तथा रामलीला, रासलीला जैसे कार्यों के लिए किया जा सकेगा। समस्त कार्य वास्तुशास्त्रा के हिसाब से कराए जाएंगे। उन्होंने मन्दिर परिसर में बने शौचालय को हटाने के भी निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने बताया कि मन्दिर के विकास के लिए विभिन्न माध्यमों से सुझाव प्राप्त हुए है। इनके आधार पर मन्दिर का मुख्य द्वार भव्यता लिए हुए होगा। जहां से मन्दिर तक सृष्टि की रचना से कलयुग तक के विभिन्न पड़ावों को दर्शाया जाएगा। सतयुग, त्रोतायुग, द्वापर युग एवं कलयुग के बारे में जानकारी देने के लिए पुष्कर के धार्मिक विशेषज्ञों की सलाह ली जाएगी। मन्दिर तक पहुंचने वाले नवीन मार्ग में आने वाले पेड़ों को नवीनतम तकनीक से अन्यत्रा रोपित किया जाएगा। तीर्थ यात्रियों एवं दर्शानार्थियों का प्रवेश द्वार पर पंजीयन करने के लिए भी व्यवस्था करने के बारे में चर्चा की गई। प्रवेश द्वार से मुख्य मन्दिर में पहुंचने के लिए स्वचालित सीढ़िया बनायी जाएगी। ब्रह्मा मन्दिर की दिव्यता दर्शनार्थियों को बारम्बार दर्शन की उत्कण्ठा पैदा करेगी। ब्रह्मा मन्दिर एवं सरोवर में गायी जाने वाली वैदिक ऋचाओं एवं मंत्रों को पूरे पुष्कर क्षेत्रा में गुंजायमान करने के लिए भी प्रयास किया जाएगा। इससे इस तीर्थ नगरी का वातावरण और आध्यात्मिक और सकारात्मक हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि मन्दिर के विस्तार होने से तीर्थ यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ातरी होगी। मन्दिर में प्रवेश और निकास का एक सर्कुलर रूट होगा। दशर्नार्थी जहां से प्रवेश करें वहीं उसका दर्शन के पश्चात निकास हो। श्रद्धालु को दर्शन के पश्चात बैठकर विश्राम करने के लिए पैवेलियन का निर्माण किया जाएगा। मन्दिर में धर्म और दर्शन की विभिन्न विधाओं के माध्यम से प्रस्तुति की जाएगी। जगत पिता ब्रह्मा के बारे में सम्पूर्ण कथा मूर्तियों एवं अन्य कला से जीवंत की जाएगी। यह मूर्तिया ब्रह्मा की कथा को प्रदर्शित करने के साथ ही चारों युगों का भी बखान करेगी। प्रवेश द्वार के साथ-साथ कई फोटो स्पोट भी विकसित किए जाएंगे। इसे श्रद्धालु मन्दिर तथा पुष्कर क्षेत्रा का परफेक्ट फोटो कैप्चर कर सकेंगे। ऐसी व्यवस्था करने का प्रयास किया जाएगा की कंवेयर बैल्ट के माध्यम से प्रवेश द्वार पर उतारे गए जूते निकास द्वार पर प्राप्त किए जा सके।
श्री गोयल ने निर्देशित किया कि राजस्थान पर्यटन विकास निगम के परियोजना निदेशक श्री राजेश मोदी मन्दिर विकास कार्याें के लिए नोडल अधिकारी होंगे। वे संबंधित आर्किटेक्ट एवं अधिकारियों से समन्वय बैठाकर कार्यों को गति प्रदान करेंगे।
ब्रह्मा मन्दिर में आए चढ़ावे का पारिदर्शिता के साथ संबंधित बैंक खाते में जमा करवाने से पूर्व गणना की जाएगी। पारदर्शिता में वृद्धि के लिए मन्दिर परिसर में एक स्थान निर्धारित किया गया। इसमें प्राप्त दान राशि का साप्ताहिक रूप से गणना की जाएगी। जिसकों आमजन भी देख सकेंगे। देखने की सुविधा के लिए कक्ष की एक पूरी पारदर्शी दीवार कांच की बनायी जाएगी।
जिला कलक्टर ने कहा कि पुष्कर के विकास के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पर्याप्त बजट स्वीकृत किया गया है। आवश्यकता होने पर अतिरिक्त फण्ड की भी व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने हृदय योजना के तहत पुष्कर में परिक्रमा मार्ग पर करवाए जा रहे कार्यों का भी मौके पर जाकर अवलोकन किया है तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पुष्कर सरोवर पर अवलोकन के दौरान प्रसाद योजना के अन्तर्गत किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने के लिए पर्यटन विभाग के उप निदेशक श्री संजय जौहरी को नियमित माॅनिटरिंग के निर्देश दिए। पुष्कर सरोवर के समस्त घाट एक ही रंग से सुसृजित होंगे। जहां पर्याप्त लाइटिंग की भी व्यवस्था होगी। सम्पूर्ण पुष्कर क्षेत्रा के मुख्य मार्गो में आने वाले भवनों के मुख्य भाग पर भी एक ही रंग का उपयोग किया जाएगा
इस मौके पर पुष्कर नगर पालिका अध्यक्ष श्री कमल पाठक, उपखण्ड अधिकारी श्री मनमोहन व्यास, तहसीलदार श्री प्रदीप चैमाल, पार्षद श्री गजेन्द्र बाकोलिया, अरूण वैष्णव, पवन राजगुरू, प्रसाद योजना के लिए कार्यरत गुड़गांव के आर्किटेक्ट श्री सुमित सिंगरोहा , अहमदाबाद के आर्किटेक्ट श्री अतुल पारीक सहित मन्दिर पूजारी एवं संबधित अधिकारी उपस्थित थे।

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