अजमेर, 18 अप्रेल। जिला कलक्टर एवं अजमेर स्मार्ट लिमिटेड के मुख्यकार्यकारी अधिकारी श्री गौरव गोयल की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में स्मार्ट सिटी के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत एवं आयुक्त श्री प्रियव्रत पंड्या भी उपस्थित थे।
बैठक में पंचशील में झलकारी बाई स्मारक के पास साईंस म्यूजियम बनाने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। यह म्यूजियम लगभग 15 करोड़ 20 लाख की लागत से बनाने का प्रस्ताव रखा गया। इस राशि मे से लगभग 11 करोड़ 70 लाख परियोजना लागत तथा 3 करोड़ 50 लाख रूपए कारपस फण्ड के होंगे। भारत सरकार के द्वारा 3 करोड़ 50 लाख की सहायता उपलब्ध करवायी जाएगी।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि अजमेर शहर में साईंस म्यूजियम बनने से विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं आमजन को प्रयोग आधारित अधिगम में आसानी रहेगी। इससे जिले में नई प्रतिभाओं का सृजन होगा और युवाओं में विज्ञान के प्रति अभिरूचि एवं अभिवृति में वृद्धि होगी। इसके अन्तर्गत 2 बड़ी स्थायी गैलरियों का निर्माण किया जाएगा। एक गैलेरी विज्ञान विषय से संबंधित होगी। दूसरी गैलरी में विज्ञान के मंनोरंजक स्वरूप को विस्तार पूर्वक प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्य भवन के बाहर विज्ञान क्रिड़ावन विकसित किया जाएगा। साथ ही एक विकास प्रदर्शन लैब की स्थापना की जाएगी। इसके पास ही प्रदर्शनी कक्ष बनाने का भी प्रस्ताव है। विज्ञान के संबंधित प्रदर्शनों को संग्रहालय के बाहर भी प्रदर्शित करने के लिए मोबाईल साईंस एक्जीबिशन वैन लगाने पर भी विचार विमर्श किया गया। विज्ञान संग्रहालय में साईंस लाइब्रेरी एवं काॅनफ्रेंस हाॅल भी बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विज्ञान संग्रहालय में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित करने के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। विद्यार्थियों और शिक्षकों को विज्ञान संबंधी प्रशिक्षिण देने के लिए 150 सीटों का प्रशिक्षण हाॅल बनाया जाएगा। साथ ही युवाओं के लिए नवरचना कक्ष निर्मित किया जाएगा। यहां विज्ञान के प्रदर्शन व्याख्यान आयोजित करने की व्यवस्था रहेगी। आगन्तुक दूरबिन के माध्यम से आकाश दर्शन का आनन्द ले सकेंगे। विज्ञान प्रश्नोत्तरी, सेमिनार विज्ञान फिल्म प्रदर्शन, अंधविश्वास निरोधक कार्यक्रम एवं मेलो के आयोजन भी विज्ञान संग्रहालय में किए जा सकेंगे।
विद्यार्थी पढ़ेंगे कम्प्यूटर एडेड लर्निंग से
स्मार्ट सिटी के विद्यार्थी भी स्मार्ट तरीके से अध्ययन करेंगे। शहरी क्षेत्रा के विद्यालयों के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर एडेड लर्निंग मैथड़ से पढ़ाया जाएगा। इसके अन्तर्गत डिजीटल माध्यम से पढ़ाई करवाने के लिए प्रोजेक्टर, स्क्रीन, साउंड सिस्टम एवं कम्प्यूटर उपलब्ध करवाए जाएंगे। इस कार्यक्रम से जुड़ने के लिए संबंधित विद्यालयों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी को भेजे जाएंगे। जिला शिक्ष अधिकारी प्राप्त प्रस्तावों को समेकित करके स्मार्ट सिटी लिमिटेड को उपलब्घ करवाएंगे।
विकसित होंगे सनराईज एवं सनसैट पोइंटस
अजमेर शहर में पर्यटकों को अलग नजरिए से दिखाने के लिए सनराईज एवं सनसैट पोइंट विकसति किए जाएंगे। इसके लिए नई चैपाटी पर सनराईज तथा सागर विहार काॅलोनी के पास सनसैट पोइंट बनाने पर बैठक में चर्चा की गई।
आनासागर की लहरों पर हो सकेगी क्रूज पर सवारी
बैठक में चर्चा के दौरान आनासागर में क्रूज के संचालन के प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई। आनासागर में क्रूज का संचालन किया जा सकता है। इसमें व्यक्ति एक निर्धारित अवधि तक रूककर डिनर एवं झील में सैर का आनंद ले सकेंगे। यह पर्यटन के क्षेत्रा में एक नई मिसाल हो सकता है।
ग्रीन वाॅल से होगा अजमेर आने का एहसास
हाईवे पर अजमेर शहर की सीमा आरम्भ होने का एहसास ग्रीन वाॅल के माध्यम से करवाया जाएगा। इसके अन्तर्गत एक बहुत बड़ी ईको फ्रेंडली, पौधो से निर्मित दीवार का निर्माण किया जाएगा। इसे हाईवे पर काफी दूरी से विभिन्न कोनों से देख जा सकेगा। अजमेर आने वाले पर्यटकों साथ-साथ सीधे निकलने वाले व्यक्तियों के लिए भी यह आकर्षण का केन्द्र रहेगी। ग्रीन वाॅल बनाने के लिए स्थान चिन्हिकरण के लिए बैठक में विचार विमर्श किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अबु सूफियान चैहान सहित स्मार्ट सिटी परियोजना से जुडी कम्पनियों के प्रतिनिधि एवं सलहाकार विशेषज्ञ उपस्थित थे।