मित्तल हाॅस्पिटल में हुआ ‘‘अर्नोल्ड चियारी मालर्फोशन’’ का सफल इलाज

एक से दस हजार में एक-दो को ही होता है यह रोग
न्यूरो सर्जन डाॅ सिद्धार्थ ने किए 1 माह में 5 जटिल आॅपरेशन
सभी रोगियों को भामाषाह स्वास्थ बीमा योजना का मिला लाभ

MHRC Mr. Bhanwaru Ram (bhamashah pt (1)अजमेर, 17 जुलाई। गर्दन में दर्द, हाथ पैरों में सूनापन-कमजोरी तथा हाथों में ठंडे व गर्म का अहसास ना होने जैसे गंभीर रोग से पीड़ित नागौर जिले के गुठा जग मालोता निवासी भंवरू राम को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत मित्तल हाॅस्पिटल में निःशुल्क उपचार से जीवन की 25 साल पुरानी बीमारी से पूरी तरह निजात मिल गई। भंवरू राम अब पूरी तरह स्वस्थ है और आराम से अपने खेत में काम भी करने लगा है। सही मायने में उसका जीवन लौट आया है।
जानकारी के अनुसार चिकित्सकीय भाषा में ‘‘अर्नोल्ड चियारी मालफोर्मेशन’’ नामक इस रोग से पीड़ित बिरले ही मिलते हैं। करीब एक से दस हजार लोगों में एक या दो को यह रोग होता है। मित्तल हाॅस्पिटल के ब्रेन व स्पाइन रोग विशेषज्ञ डाॅ सिद्धार्थ वर्मा ने इस जटिल आॅपरेशन को मित्तल हाॅस्पिटल अजमेर में करके रोगी को बड़ी राहत पहुंचाई। डाॅ वर्मा ने यूं तो भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में गत एक माह में पांच जटिल आॅपरेशन कर गरीब-जरूरत मंद रोगियों को निःशुल्क लाभ पहुंचाया है। इनमें यह आॅपेशन अत्यंत ही जटिल था। बकौल डाॅ सिद्धार्थ वर्मा इस आॅपरेशन को ‘‘फोरामेन मेग्नम डिकम्प्रेशन’’कहा जाता है। उन्होंने बताया कि लगभग 50 वर्षीय भंवरू राम ‘‘अर्नोल्ड चियारी मालफोर्मेशन टाईप-1’’ रोग से विगत 25 सालों से पीड़ित था। गत 2 से 3 साल में भंवरू राम की पीड़ा काफी बढ़ गई थी। उसके दायें हाथ ने काम करना बंद कर दिया था, हाथ प्रायः सूखने लगा था, उसे ठंडे व गर्म का पता नहीं चलता था, गर्दन में असहनीय दर्द होने लगा था। डाॅ वर्मा ने बताया कि ऐसा इस रोग में ब्रेन के पीछे का हिस्सा नीचे सरक जाने के कारण होता है। उन्होंने बताया कि इस आॅपरेशन में थियेटर स्टाफ मुकेश, रामेश्वर, रुचिर, सिस्टर हेमा तथा एनेस्थेेटिस्ट डाॅ राजीव पांडे का सहयोग रहा। आॅपरेशन करीब ढाई घंटे तक चला।
किशनगढ़ निवासी सोना साहू को भामाशाह में मिला निःशुल्क उपचार
तीस वर्षीय महिला साहू ब्रेन ट्यूमर से थी पीड़ित
डाॅ सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि किशनगढ़ निवासी महेन्द्र साहू की पत्नी सोना साहू विगत लम्बे समय से ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित थी। महिला के दिमाग के दायें (फ्रंटल-टेम्पेारल-पराइटल) हिस्से में करीब 10 गुणा 8 गुणा 7 सेंटीमीटर तक यह ट्यूमर फैला हुआ था। डाॅ वर्मा ने इसका सफल आॅपरेशन कर साहू को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा में निःशुल्क लाभ पहुंचाया।

पुष्कर निवासी संतोष कंवर की हुई ‘‘क्रेनियोप्लास्टी’’
पुष्कर निवासी संतोष कंवर सड़क दुर्घटना में चोटग्रस्त होने पर गंभीर अवस्था में थी। पीड़ित को राहत देने के लिए क्रेनियोप्लास्टी आॅपरेशन किया जाना था। संतोष कंवर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत लाभार्थी होने के कारण उसका जीवन संरक्षित किया जाना आसान हो गया। अजमेर मित्तल हाॅस्पिटल में डाॅ वर्मा ने उसका निःशुल्क उपचार किया। आॅपरेशन के तहत संतोष के ब्रेन की एक साइड की हड्डी बाहर निकालकर रख ली गई। दिमाग के चोटिल हिस्से में जमा खून के थक्के आदि साफ कर दिए गए। करीब डेढ़ माह बाद सूजन उतरने पर संतोष कंवर के दिमाग की हड्डी फिर से लगा दी गई। अब संतोष कंवर स्वस्थ है।
श्रृंखलाबद्ध निःशुल्क सुपर-स्पेशियलिटी चिकित्सा एवं परामर्श शिविर का बड़ा असर
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि गरीब एवं वंचित वर्ग के लोग सामान्य रूप से आर्थिक तंगी के रहते ऐसी गंभीर बीमारियों के उपयुक्त उपचार को टालते रहते हैं, जब योजना के बारे में समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से अजमेर के सभी 60 वार्डों में श्रृंखलाबद्ध शिविर आयोजित किए गए तो क्षेत्रीय विधायक, पार्षद आदि जनप्रतिनिधि सक्रिय हुए। जनप्रतिनिधियों के प्रेरक प्रयासों से जरूरमंद रोगी निश्चिंत होकर उपचार लाभ पाने लगे हैं। किडनी फेल्योर रोगी के लिए तो यह योजना वरदान बन गई है किडनी फेल्योर रोगी को नियमित रूप से डायलिसिस कराने की जरूरत होती है, अधिक खर्च एवं डायलिसिस सुविधा की उपलब्धता के अभाव में मरीज पीड़ा पाते थे अब वे योजना अन्तर्गत मित्तल हॉस्पिटल में नियमित रूप से डायलिसिस सुविधा का लाभ पा रहे हैं। ब्रेन व स्पाइन रोगियों के लिए यह योजना दर्द निवारक मरहम बन गई है। हृदय रोगियों के लिए योजना जीवनदायनी हो गई है। योजना का लाभ पाने के लिए मरीज को सिर्फ भामाशाह कार्ड दिखाने की जरूरत होती है।
क्षेत्रीय विधायकों, वार्ड पार्षदों की सक्रियता आई काम
पाली विधायक ज्ञानचंद पारख और अजमेर वार्ड 3 पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत की पीड़ितों को राहत पहुंचाने के प्रति चिंता और सक्रियता काबिल-ए-गौर रही।
पाली विधायक अब तक 40 से अधिक गंभीर रोगियों का अकेले मित्तल हाॅस्पिटल के जरिए भामाशाह स्वास्थ बीमा योजना अन्तर्गत निःशुल्क उपचार करवा चुके हैं। वार्ड पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत ने अपने क्षेत्र के 4 गंभीर रोगियों का निःशुल्क उपचार करवा कर उन्हें बड़ी राहत पहुंचाई है। इनमें कोटड़ा निवासी 13 वर्षीय तमन्ना नामक बालिका के हृदय का वाॅल्व रिपलेशमेंट और वाॅल्व रिपेयर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत हाल ही में निःशुल्क किया गया है।
इसके अलावा महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल, शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री वासुदेव देवनानी, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, उपमहापौर संपत सांखला, पूर्व उप महापौर सोम रत्न आर्य, उद्योगपति एवं समाजसेवी हेमन्त भाटी, सहित अजमेर के वार्ड पार्षद सुनील केन, संतोष मोर्य, उर्मिला नायक आदि भी पीड़ितों को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ पहुंचाने में अपनी अह्म भूमिका निभा रहे हैं।
बीते 16 माह में 1375 से ज्यादा का हुआ निःशुल्क रोग निदान
मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर बतौर निजी चिकित्सा संस्थान राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पीड़ितों के गंभीर से गंभीर रोगों का निःशुल्क एवं स्तरीय ईलाज मुहैया कराने के प्रति खरा उतरा है। बीते 16 माह में 1375 से अधिक रोगियों ने मित्तल हाॅस्पिटल में 30 हजार से लेकर 3 लाख रुपए के खर्च तक अपने रोगों का निःशुल्क निदान पाया है।
आंकड़े बताते हैं कि हृदय रोगों से पीड़ित तकरीबन 125 (सवा सौ) रोगियों की हृदय की बाईपास सर्जरी, हृ्रदय का वाल्व रिपलेसमेंट, पेसमेकर इम्प्लांट, एंजियोप्लास्टी कर मित्तल हाॅस्पिटल ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में उनका जीवन रक्षित बनाया है। पथरी, प्रोस्टेट व मूत्र संबंधित बीमारियों से पीड़ित 40 से अधिक बुजुर्ग महिलाएं एवं पुरुष पीड़ा मुक्त हुए हैं। गुर्दा पीड़ित करीब 12 से अधिक रोगियों की तो भामाशाह योजना अन्तर्गत प्रति माह 8 से 10 डायलिसिस निःशुल्क हो रही है। ब्रेन व स्पाइन रोग तथा विभिन्न तरह के कैंसर रोगों से पीड़ित 25 से अधिक रोगियों ने रोग का निदान पाया है।

भामाशाह योजना गंभीर रोगियों का ‘‘जीवन रक्षा कवच’’
प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना गंभीर रोगियों का ‘‘जीवन रक्षा कवच’’ बनकर उभरी है। अजमेर संभाग और उसके नजदीकी जिलों के निर्धन और वंचित वर्ग के रोगी क्षेत्रीय विधायकों एवं वार्ड पाषर्दों की संवेदनशीलता एवं तनिक सक्रियता से बेझिझक निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ पा रहे हैं। मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, संभाग का एक मात्र ऐसा निजी चिकित्सा संस्थान है जहां सर्वाधिक रोगियों ने अपनी गंभीर बीमारियों से निःशुल्क निजात पाई है। राज्य सरकार ने मित्तल हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत सुपरस्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाओं कार्डियोलॉजी तथा हार्ट एवं वास्कुलर सर्जरी, गुर्दारोग, मूत्र, पथरी व प्रौस्टेट रोग, कैंसर तथा ब्रेन व स्पाइन रोग विभाग के 119 पैकेज में उपचार के लिए अधिकृत किया हुआ हैं। सरकार ने गत 13 दिसम्बर 2015 को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की थी।

डाॅ दिलीप मित्तल, निदेशक मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर
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भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जुड़ी अन्य सफल स्टोरी-संक्षेप में

केस एक–
चितौडगढ़ जिले केे रावतभाटा क्षेत्र की रहने वाली 35 वर्षीय मीना बाई को आज पूरा सुकून है। वह आराम से सांस ले पा रही है और चैन की नींद भी सो लेती है। दिल का वाल्व खराब होने की वजह से वह विगत पंद्रह बरस से बेचैन थी। बिना रुके खांसी उठने और सांस भी ठीक से नहीं ले सकने के कारण उसका जीवन दूभर हो चला था, तिस पर आर्थिक तंगी ने तो उसके तमाम हौंसले ही पस्त कर दिए थे। तीन बच्चों की मां मीना बाई का पुष्कर रोड, अजमेर स्थित मित्तल हॉस्पिटल में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अन्तर्गत हार्ट व वास्कुलर सर्जन डाॅ सूर्य द्वारा दिल का वाल्व निःशुल्ःक बदल दिए जाने से उसे बड़ी राहत मिली है। मानो उसके दिल ़कोे चैन आ गया।

केस दो—-
अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 44 की पार्षद श्रीमती सन्तोष मोर्य की सजगता ईंट भट्टा मजदूर राकेश मोर्य के लिए जीवन रक्षक साबित हुई। राकेश मोर्य को होली की भाई-दूज के दिन सुबह दिल का दौरा पड़ा था। वार्ड पार्षद ने एक बहन का दायित्व समझते हुए बिना समय गंवाए मरीज को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ दिलाने के लिए दौड़धूप की और नतीजा रहा कि मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के वरिष्ठ हृदय रोग विषेषज्ञ डाॅ राहुल गुप्ता ने मरीज की एंजियोग्राफी फिर एंजियोप्लास्टी कर बड़ी राहत प्रदान कर दी।

केस तीन-
मित्तल हाॅस्पिटल के हार्ट व वास्कुलर सर्जन डाॅ सूर्य ने निम्बाहेड़ा चितौड़गढ़ निवासी 53 वर्षीय सुशीला देवी की सूक्ष्म चीरे (मिनिमल इन्वेज़िव) से बाईपास सर्जरी कर बड़ी राहत दी है। अत्यन्त निर्धनता के कारण सुशीला देवी विगत 50 साल से जन्मजात दिल में छेद का उपचार नहीं करा पा रही थी। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना सुशीला देवी के लिए जीवनदायिनी साबित हुई। मित्तल हाॅस्पिटल में सुशीला देवी का पूर्णतया निःशुल्क ईलाज संभव हो सका।

केस चार-
मित्तल हाॅस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर अजमेर के यूरोलाॅजिस्ट डाॅ. कुलदीप शर्मा ने दौलतपुरा नागौर निवासी एक सत्तर वर्षीय वृद्ध बन्ना राम के पेशाब की थैली के हाईग्रेड कैंसर का भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में निःशुल्क सफल आॅपरेशन किया। मरीज को पेशाब की थैली के कैंसर के कारण पेशाब करते समय जलन होती थी और खून आता था तथा कैंसर इतना बढ़ गया था कि वह प्रोस्टेट और पेशाब की थैली में अंदर तक पहुंच गया था। बन्ना राम के पेशाब की थैली एवं प्रोस्टेट को ‘रेडिकल आॅपरेशन’ के द्वारा जड़ से निकाल दिया गया। सर्जरी करीब पांच घंटे चली जो पूर्णतः सफल रही एवं बन्ना राम अब स्वस्थ महसूस कर रहे हैं।

केस पांच-
मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. राहुल गुप्ता ने दस वर्षीय बच्ची लताशा के दिल में छेद का बिना चीर फाड़ के छतरी (पीडीए डिवाइस) लगाकर सफल आॅपरेशन कर राहत प्रदान की। बच्ची को बार-बार बुखार आने, दिल की धड़कन बहुत तेज चलने, सांस फूलने तथा वजन और लम्बाई उम्र के अनुसार नहीं बढ़ने की शिकायत थी। बच्ची के पिता योगेश बोहरा भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी होने के बावजूद जानकारी नहीं होने के कारण उपचार को लेकर विगत दो साल से संशय में थे। आखिर मित्तल हाॅस्पिटल का भगवानगंज स्थित शहीद अविनाश माहेश्वरी आदर्श विद्या निकेतन माध्यमिक विद्यालय में आयोजित निःशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर में बच्ची का भामाशाह योजना के तहत निःशुल्क उपचार के लिए चयन कर लिया गया।
केस छह-
खेतावत चैक डिग्गी बाजार निवासी रामनिवास विगत पांच साल से ब्रेन में बढ़े हुए पानी के प्रेशर से पीड़ित था। इस रोग को मेडिकल भाषा में ‘हाइड्रो सिफेलस’ कहा जाता है। इस रोग से ग्रसित रहते रामनिवास के आंखों की रोशनी कमजोर हो गई थी, उसे एक के बजाय दो दिखाई देने लगे थे, वह बहकी-बहकी बातें करने लगा था, सिर में दर्द रहने, उलटी आने, मिर्गी के दौरे पड़ने, बिस्तर में ही मल-मूत्र त्याग देने से स्वयं रामनिवास ही नहीं पत्नी सहित पूरा परिवार बेहद तकलीफ भोग रहा था। तिसपर अज्ञानता और गरीबी ऐसी कि रामनिवास पर झाड़फूंक से लेकर देसी उपचार के सभी नुस्खे अपनाए पर किसी को यह सुझाई नहीं आया कि राज्यसरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उसका अजमेर के मित्तल हाॅस्पिटल में ही निःशुल्क उपचार संभव है। परिवारजन रामनिवास के फिर से स्वस्थ होने की उम्मीद ही छोड़ चुके थे। ऐसे में उन्हें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, डिग्गी चैक, मातृ मंदिर कार्यालय के एक स्वयं सेवक ने भगवानगंज स्कूल में निःशुल्क शिविर के आयोजन की सूचना दी। आखिर रामनिवास मित्तल हाॅस्पिटल के ब्रेन व स्पाइन रोग विशेषज्ञ डाॅ सिद्धार्थ वर्मा के सम्पर्क में आ गया और उसकी जिंदगी में फिर से रोशनी लौट आई।
केस सात-
नीमकाथाना सीकर की रहने वाली एक महिला श्रीमती भगवानी देवी ने मित्तल हाॅस्पिटल में कैंसर सर्जन डाॅ प्रशांत शर्मा से ब्रेस्ट कैंसर का उपचार कराकर भामाशाह योजना अन्तर्गत स्वास्थ्य लाभ पाया। पीड़िता के पुत्र राजेश कुमार का कहना था कि कैंसर से पिता को खो चुका हूं। मां का भामाशाह योजना में उपचार होने से उसे बचा सका। राज्य सरकार का शुक्रिया।
केस आठ–
अजमेर के रातीडांग क्षेत्र की अत्यंत ही गरीब महिला मुन्नी बानो के हृदय का वाॅल्व खराब होने के कारण उन्हें लम्बे समय से श्वास की तकलीफ थी। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर हार्ट व वास्कुलर सर्जन डाॅ. सूर्य ने उनके हार्ट का आॅपरेशन कर वाॅल्व बदल दिया। अब वे ठीक से बोल पा रही हैं और चल पा रही है। मुन्नी बानों को यह नवजीवन महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती अनिता भदेल के प्रयासों से मिला। स्वयं भदेल मुन्नी बानो की कुशल क्षेम पूछने हाॅस्पिटल आईं। भदेल ने इस अवसर पर कहा कि गरीबों को स्वास्थ्य लाभ के लिए बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बूथ कार्यकर्ता विक्रम सिंह की वजह से ही मुन्नी बानो उनके सम्पर्क में आई थी। श्रीमती भदेल ने कहा कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना प्रदेश की बड़ी कामयाबी है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में स्वस्थ और स्वच्छ राजस्थान का सपना साकार हो रहा है।
केस नौ-
बीसनगढ़ जालौर निवासी 45 वर्षीय जबराराम के हृदय का वाॅल्व खराब होने के कारण उन्हें श्वास की काफी तकलीफ थी। जबराराम अच्छे से बोल नहीं पा रहा था और चलने पर उसे खांसी उठने लगती थी। इस अवस्था में वह मेहनत मजदूरी भी नहीं कर पा रहा था। परिवार की अत्यंत ही दयनीय स्थिति होती जा रही थी। तीन बच्चों और पत्नी का भरण-पोषण करना दुश्वार होने लगा तो वह पालनपुर के डाक्टर पी एल देसाई के सुझाने पर पाली के विधायक ज्ञानचंद पारख के सम्पर्क में आया जहां से उसे सामाजिक कार्यकर्ता पारसमल के साथ मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर भेजा गया। यहां जबरा राम का भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना अंतर्गत निःशुल्क आॅपरेशन कर स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर दिया गया। अब जबराराज पूरी तरह से चल-फिर लेता है। मेहनत मजदूरी करने लगा है जिससे परिवार भी खुशहाल रहने लगा है।
केस दस-
वीराना खेड़ा जालौर में खेतीबाड़ी कर परिवार का भरण पोषण कर रहे तोला राम की 16 वर्षीय बच्ची भंवरी देवी के हृदय का वाॅल्व खराब होने के कारण उसे अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी। वह ना बोल पाती थी ना ही चल फिर सकती थी। पाली के विधायक ज्ञानचंद पारख के सम्पर्क में आने पर उसे भी सामाजिक कार्यकर्ता पारसमल के साथ मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर भेजा गया जहां भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत उसका उपचार निःशुल्क प्रदान कर बच्ची को स्वास्थ्य लाभ दिया गया।
खरल सापला, जालौर निवासी भवन निर्माण कारीगर राजाराम मेघवाल की पत्नी 30 वर्षीय दरसी देवी को भी विधायक ज्ञान चंद पारख की संवेदनशीलता से मित्तल हाॅस्पिटल में निःशुल्क उपचार उपलब्ध हो पाया। दरसी देवी के हृदय का वाॅल्व खराब होने से वह पीड़ा में थी। राजाराम मेघवाल पैसा नहीं होने के कारण उसका इलाज नहीं करा पाने को मजबूर था। आखिर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना ने उनकी राह आसान कर दी। ऐसे और भी बहुत से मामले हैं जिनमें गरीब व वंचित वर्ग को जनप्रतिनिधियों के प्रेरक प्रयासों से स्वास्थ्यलाभ मिल रहा है।

सन्तोष गुप्ता/प्रबन्धक जनसम्पर्क/9116049809

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