जगदगुरु श्याम शरण देव का श्रद्धा से स्वागत

निम्बार्क पीठाधीश्वर बनने के बाद पहली बार ब्यावर आगमन
PIC_01ब्यावर, 19 अगस्त। अखिल भारतीय निम्बाकाचार्य पीठ के नए पीठाधीश्वर श्याम शरण देव जगदगुरु बनने के बाद पहली बार धार्मिक नगरी ब्यावर में पधारे। यहां उन्होंने नेहरू गेट बाहर स्थित अशोक जोशी के आवास पर पधरावणी की। पंडित मुकुंदशरण दाधीच के सानिध्य में निम्बार्क संप्रदाय के वैष्णवजनों ने उनका श्रद्धापूर्वक स्वागत कर आरती की। श्रद्धालुओं ने जगदगुरु के पाद प्रछालन कर वंदन किया। इसके बाद उन्होंने जवाहर भवन में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम नंदोत्सव में भक्तों को संबोधित किया। निम्बार्क पीठाधीश्वर ने कहा कि धर्म का प्रचार, दुष्टों का नाश और गौ रक्षा के लिए भगवान श्रीकृष्ण का अवतार हुआ। गौ सेवा से श्रीहरि प्रसन्न होते हैं। भगवद् भक्ति, संतों का संग और नाम संकीर्तन वैष्णवजन का प्रथम कर्त्तव्य है। उत्सव, महोत्सव सनातन संस्कृति के अभिन्न अंग हैं। इन्हें मनाने से अनवरत ऊर्जा मिलती है। साथ ही नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति पहचानने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि ब्यावर की पवित्र भूमि पूजनीय है। सनातन धर्म की रक्षा में इसका अहम योगदान है। यहां जगदगुरु शंकराचार्य निरंजनदेवतीर्थ जैसे दिव्य महापुरूषों का जन्म हुआ है। कार्यक्रम में चेतनप्रकाश जोशी, शिवेंद्र जोशी, राकेश बंसल, सुमित सारस्वत, राजेश हेड़ा, जितेंद्र जोशी, बृजेश शर्मा, मधु जोशी, रेखा गोयल, रीना बंसल, नूतन लाटा, रश्मि शर्मा, अंजू हेड़ा, कमलेश बंट, सुमित्रा जैथल्या, रेणु जोशी, निधि झंवर, दीप्ति, स्वाति सहित कई वैष्णवजन शामिल हुए।

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