अजमेर के नृत्य प्रेमी पहली बार देखेंगे कत्थक शैली में दशावतार

हृदेव रॉय
हृदेव रॉय
अजमेर। यह पहला मौका होगा कि अजमेर के नृत्य प्रेमी कत्थक शैली में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित दशावतार नृत्य नाटिका का दिग्दर्शन करेंगे। रविवार, 20 अगस्त को सूचना केन्द्र सभागार में शाम साढ़े छह बजे इस नृत्य नाटिका का आयोजन रिदम डांस अकेडमी, दिल्ली व विविधा कला व सांस्कृतिक संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में होगा।
यह जानकारी देते हुए रिदम डांस अकेडमी के संचालक हृदेव रॉय ने बताया कि दशावतार नृत्य नाटिका में भगवान श्रीकृष्ण के दस रूपों का दर्शन होगा। इसकी रचना जयदेव जी ने की है व संगीत पंडित दुर्गालाल जी का है। नृत्य संरचना उन्होंने स्वयं ने की है। इसमें उनका साथ देंगे सतीश, सोनी व गौरव। इसके अतिरिक्त अजमेर कत्थक कला केन्द्र में प्रशिक्षण ले रहे शहर की चार स्कूलों के बाल कलाकार भी इस आयोजन का हिस्सा होंगे। यह एक सांस्कृतिक व पारंपरिक शैली है, जिसका मंचन अजमेर में पहली बार हो रहा है। इससे पहले वे चार बार इसका मंचन वे देश के अन्य बड़े शहरों में कर चुके हैं।
दृष्टि रॉय
दृष्टि रॉय
विविधा की संचालिका शहर की सुप्रसिद्ध नृत्यांगना दृष्टि रॉय ने बताया कि हृदेव रॉय पूर्व में भी अजमेर में अपना नृत्य प्रदर्शन कर चुके हैं। वे मूलत: नेपाल के सुगा गांव, भवानी पट्टी के रहने वाले हैं और नृत्य घराने से जुड़े होने के कारण बचपन से ही नृत्य करते रहे हैं। वे पिछले 18 साल से कत्थक नृत्य शैली से जुड़े हुए हैं और दिल्ली में अपनी अकादमी का संचालन 7 साल से कर रहे हैं।

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