अब संघर्ष का नहीं आगे बढ़ने का समय – देवनानी

शिक्षा राज्यमंत्री ने शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सम्मेलन में की शिरकत
संसदीय सचिव श्री रावत एवं जिला प्रमुख वंदना नोगिया भी रहींं उपस्थित

प्रो. वासुदेव देवनानी
प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 16 सितम्बर। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षकों की ज्यादातर समस्याओं का समाधान किया है। अब संघर्ष का नहीं आगे बढ़ने का समय है। शिक्षकों की कड़ी मेहनत से आज सरकारी स्कूल अभिभावकाें की पहली पसन्द बनने लगे हैं। प्रदेश में 17 लाख से अधिक नामांकन बढ़ा है।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने आज पीसांगन में राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के जिला स्तरीय शैक्षणिक सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान की शिक्षा पूरे देश में रोल मॉडल बनती जा रही है। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान ने शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए हैं। राज्य सरकार और शिक्षकों के साझा प्रयासों से राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के परिणामों में 16.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह स्थिति शिक्षा के सकारात्मक परिवर्तन को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले साढ़े तीन सालों के कार्यकाल में शिक्षकों की दशकों पुरानी समस्याओं का निस्तारण किया है। एक लाख से अधिक शिक्षकों का प्रमोशन किया गया। रिक्त पदो की संख्या बहुत कम हो गई है। राज्य सरकार का प्रयास है कि शेष रही मांगों का भी तुरन्त निराकरण किया जाए। राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में देश के शीर्ष पांच राज्यों में शामिल हो गया है। यह उपलब्धि टीम एज्यूकेशन राजस्थान की हैं।
उन्होंने राज्य के शिक्षकों एवं समाज के भामाशाहों से विद्या के लिए विद्यादान कोष में दिल खोलकर दान देने की अपील की है। शिक्षा में सामाजिक सहभागिता के तहत चलाए जा रहे इस अभियान से प्राप्त राशि सरकारी स्कूलों में सुविधाओं के विकास में ही खर्च की जाएगी।
कार्यक्रम को संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत एवं जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने भी संबोधित करते हुए राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्र में हुए नवाचारों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में शिक्षा युवाओं को रोजगार और आत्म गौरव से रूबरू कराने की दिशा में आगे बढ़ रही है। इस अवसर पर शिक्षक संघ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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