प्रेम प्रकाष आश्रम में कार्तिक पूर्णिमा एवं गुरू नानक जयन्ति मनाई

_SNY2513प्रेम प्रकाष आश्रम, देहली गेट, अजमेर की ओर से पवित्र कार्तिक मास में आयोजित कार्तिकोत्सव के अंतर्गत पिछले 8 दिनों से हरिनाम संकीर्तन यात्रा (प्रभात फेरी) का संचालन संत ओमप्रकाष जी के सानिध्य में किया जा रहा था। जो कि गोपश्टमी से पूर्णिमा तक आश्रम की ओर से प्रतिवर्श आयोजित की जाती है।
पूर्णिमा (सत्यनारायण) के पावन अवसर पर कल अंतिम दिवस हरिनाम संकीर्तन यात्रा(प्रभात फेरी) का पदार्पण फॉयसागर रोड स्थित कीर्ति नगर क्षेत्र में हुआ।
प्रभात फेरी का कीर्ति नगर क्षेत्र के श्रद्वालुआंे की ओर से हर्शोल्लास से जगह-जगह पुष्प-वर्षा व प्रसाद वितरण के साथ स्वागत किया गया।’
संत ओम प्रकाष जी के नेतृत्व में अन्य संतों के साथ श्रद्धालु हरिनाम संकीर्तन यात्रा में श्रद्धापूर्वक नाचते-गाते-बजाते, संकीर्तन करते आगे बढ़ रहे थे। ’ स्वामी टेऊँराम भजन मण्डली के श्री प्रताप तनवानी के साथ निरंजन जोषी, हषू आसवानी, ममता तुल्सयाणी आदि ने अपने भजनों के द्वारा श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।
प्रभात फेरी का समापन प्रेम प्रकाष आश्रम परिसर में श्री सत्यनारायण व्रत कथा व आरती के साथ हुआ।
सायंकालीन सत्र में कार्तिक पूर्णिमा व गुरू नानक जयन्ति के उपलक्ष में विषेश सत्संग सभा का आयोजन किया गया। जिसमें कार्तिक मास की कथा का उद्यापन किया गया। तत्पष्चात्् श्री गुरू नानक देव जी के जीवन पर प्रकाष डालते हुए संत ओमप्रकाष जी ने अपने प्रवचनों में बताया कि श्री गुरू नानक जी ने सभी पुरानी धारणाओं व अन्धविष्वासों को नश्ट करते सभी को सत्य की राह दिखाई । पूरे विष्व में जीव मात्र में परमात्मा का दर्षन करने का उपदेष दिया एवं सभी को परमात्मा का नाम स्मरण करने का प्रचार किया।
इसी के साथ स्वामी टेऊँराम जी महाराज का पवित्र दिवस षनिवार भी मनाया गया जिसमें संतों ने स्वामी टेऊँराम जी महिमा के भजन गाये।
अंत में प्रसाद वितरण व आरती के साथ कार्यक्रम की समाप्ति हुई । संतों ने सभी श्रद्धालुओं को श्री गुरू नानक देव जी के प्रकाषोत्सव की हार्दिक षुभकामनाएं दीं।

संत ओमप्रकाष षास्त्री
9784065000

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