विश्व बाल दिवस पर शिक्षा मंत्राी ने बच्चों को बताया अनमोल धरोहर

प्रो. वासुदेव देवनानी
प्रो. वासुदेव देवनानी
अजमेर, 20 नवम्बर। शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि बच्चों को स्वस्थ और शिक्षित नागरिकों के रूप में बढ़ने के अधिकाधिक अवसर मिलने चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे समाज की अनमोल धरोहर हैं, ये यदि आगे बढ़ते हैं तो इसका अर्थ है पूरा समाज आगे बढ़ता है। उन्होंने विद्यालयों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने, उनको सिखाने के अवसर उपलब्ध कराने, उनके सर्वांगीण व्यक्तित्व का विकास करने में शिक्षकों, अभिभावकों को सदैव तत्पर रहने पर जोर दिया।
विश्व बाल दिवस पर सोमवार को आकाशवाणी के एक जीवंत कार्यक्रम में श्री देवनानी ने बच्चों के साथ संवाद भी किया। उन्होंने बच्चों को देश के पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेने तथा उनके संदेश, खुली आंखो ंसे सपने देखने और उसके पूरा नहीं होने तक उसके पीछे भागते रहने को आत्मसात किए जाने पर जोर दिया।
शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि राजस्थान में शिक्षा को सर्वोपरी रखते हुए कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक पंचायत समिति पर आदर्श एवं उत्कृष्ट विद्यालयों की स्थापना के साथ ही पिछड़े क्षेत्रों में स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूलांे की स्थापना इसी उद्देश्य से की गई है कि वैश्विक आवश्यकता के अनुरूप बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्ता की शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विद्यालयी पाठ्यक्रम के अंतर्गत 200 से अधिक महापुरूषों की जीवनियों और प्रेरणास्पद व्यक्तित्व के पाठ सम्मिलित किए गए हैं। उद्देश्य यही है कि बच्चों को पढ़ने के अवसरेां के साथ-साथ व्यक्तित्व निर्माण का भी अवसर मिल सके।
श्री देवनानी ने बच्चों में नैतिकता, संस्कार निर्माण की शिक्षा प्रदान किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षक, अभिभावक बच्चों में उत्साह और उमंग के साथ जोश का संचार करे। उन्हांेने कहा कि बच्चे यदि आगे बढ़ेंगे तभी देश और समाज आगे बढ़ सकेगा। इसलिए सभी मिलकर बच्चो के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करें।
इस मौके पर बाल अधिकारिता आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी ने बच्चों के अधिकारों के बारे में जानकारी दी तथा कहा कि विश्व बाल दिवस बाल अधिकारों के लिए जागरूक करता है।

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