स्वयं सहायता समूहों का बैंकिंग लिंकेज कार्यक्रम आयोजित

अजमेर, 26 फरवरी। नाबार्ड के द्वारा स्वयं सहायता समूहों का बैंकिंग लिंकेज कार्यक्रम सोमवार को आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में आठ जिलों के बैंकर्स ने भाग लिया।
नाबार्ड की सहायक महाप्रबंधक श्रीमती स्मृति भगत ने बताया कि भारत सरकार के स्वयं सहायता समूह बैंकिंग लिंकेज कार्यक्रमों की समीक्षा के अन्तर्गत लिंकेज बढ़ाने पर चर्चा की गई। इसके अन्तर्गत 40 हजार नए स्वयं सहायता समूह बनाए जाएंगे। इसके साथ ही 60 हजार स्वयं सहायता समूहों को क्रेडिट लिंकेज की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। इसमें अजमेर, अलवर, दौसा, टोंक, नागौर, भीलवाड़ा, भरतपुर एवं धौलपुर में स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियां बढ़ाकर सदस्याें को लाभान्वित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि सरकार के ई शक्ति प्रोजेक्ट के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों के डिजीटलीकरण के तृतीय चरण में सात जिलों को लाभान्वित किया जाएगा। यह जिले अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, जाधपुर, झुंझुनूं, कोटा एवं उदयपुर हैं। इस चरण में लगभग 37 हजार 500 स्वयं सहायता समूहों का डिजिटलीकरण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह क्षेत्र में कार्यरत एजेंसियों को एक पोर्टल पर लाया जाएगा। इससे बैंकों को स्वयं सहायता समूह की सम्पूर्ण स्थिति के बारे में जानकारी एक क्लिक पर मिल जाएगी। समूह की गतिविधि एवं आर्थिक स्थिति के बारे में पोर्टल पर ही जानकारी उपलब्ध होने से समूह को ऋण आसानी से उपलब्ध हो पाएगा। समय पर वैरिफिकेशन हाने से समूह की आर्थिक सुदृढ़ता में वृद्धि होगी।
कार्यक्रम में बड़ौदा राजस्थान क्षेत्री ग्रामीण बैंक के महाप्रबंधक श्री के.के.मिश्रा, यूको बैंक के आंचलिक प्रबंधक श्री यू.के.गर्ग, नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक श्री बी.बी.खरबंदा सहित भारतीय रिजर्व बैंक, आजीविका विकास मिशन, गैर सरकारी संगठनों के सदस्य उपस्थित थे।

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