मात्भाषा के ज्ञान से ही सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान

सिन्धी भाषा मान्यता दिवस पर विद्यार्थियों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां
अजमेर- 11 अप्रेल – मातृभाषा के ज्ञान से ही सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान शीघ्र ग्रहण होता है और बचपन में शिक्षा मिलती है तो जीवन भर स्मरण रहता है जैसे हम पौधे को सींचते है और पेड बडा होकर फल देता है ऐसे ही विद्यार्थियों को शिक्षण के साथ संस्कार मिलने से दूसरो को भी ज्ञान देते हैं ऐसे आर्शीवचन भारतीय सिन्धु सभा अजयनगर की ओर से आयोजित संगोष्ठी में ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूपदास उदासीन व गौतम सांई ने प्रकट किये। मुख्य वक्ता सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि सिन्धी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में सम्मिलित किये जाने के स्वर्ण जयंती वर्ष के समापन पर 10 अप्रेल प्रदेश में सभी ईकाईयों की ओर से संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। इस वर्ष संगठन वर्ष के रूप में कलण्डर तैयार कर कार्यक्रम किये जा रहे है और आगामी 17 जून को जयपुर में सिन्धु महाकुम्भ का आयोजन किया जा रहा है।
महानगर मंत्री महेश टेकचंदाणी ने बताया कि बाल संस्कार शिविर में तैयार हुये विद्यार्थियों की ओर से गीत, संगीत व लाद्ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता दो वर्ग 10 वर्ष व 10 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों ने भाग लिया। ईकाई अध्यक्ष रमेश लख्याणी ने बताया कि प्रथम वर्ग में प्रथम स्थान हार्दिक, द्वितीय जहान्वी, तृतीय हिंमार्शी व द्वितीय वर्ग प्रथम वर्ग रिया केवलाणी, द्वितीय गौरव छतवाणी, तृतीय दीक्षा लखानी ने प्राप्त किया। निर्णायक रूकमणी वतवाणी व राजकुमार थे। उपाध्यक्ष भगवान पुरसवाणी ने बताया कि बालक बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किये गये गीतों पर सभी को झुमाया व ग्रीष्मकालीन अवकाश में 15 दिवसीय बाल संस्कार शिविर लगाकर इनकी पूर्ण तैयारी करवाई जायेगी। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता, सिन्ध व ईष्टदेव झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन से किया गया। स्वागत भाषण रमेश वलीरामाणी व आभार संगठन मंत्री मोहन कोटवाणी ने दिया।
धोला भाटा ईकाई व पंचशील नगर स्थित सिन्धु भवन में गीत व साहित्यकारों द्वारा विचार प्रकट किये गये व विभिन्न विद्यालयों में सिन्धी भाषा लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के साथ संगोष्ठियां आयोजित की गई।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, संभाग प्रभारी नरेन्द्र बसराणी, प्रदेश मंत्री युवा मनीष ग्वालाणी, महानगर अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी, सांस्कृतिक सचिव घनश्याम भग्त, श्वेता शर्मा, पार्षद मोहन लालवाणी, पूर्व पार्षद खेमचंद नारवाणी, शंकर सबनाणी, खियल मंगलाणी, राम केसवाणी, प्रकाश मूलचंदाणी, गुरूमुख सोनी, सुनील लालवाणी, राजेश वाधवाणी, हरीश खत्री दौलत प्रवीण सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।

(महेश टेकचंदाणी)
मो.9413691477

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