अजमेर, 25 अगस्त। अजमेर डेयरी अध्यक्ष श्री रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि भारत सरकार घी की जीएसटी दर कम करने पर गंभीर है। इस संबंध में शुक्रवार को नई दिल्ली में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के उप सचिव श्री गौरव सिंह के साथ देश के जाने माने डेयरी क्षेत्र के विशेषज्ञों से इस संबंध में विस्तृत चर्चा की गयी है।
चर्चा में श्री रामचन्द्र चौधरी, अध्यक्ष, अजमेर डेयरी एवं कार्यकारी सदस्य, आईडा, डॉ. जी.एस. राजोरिया, अध्यक्ष, इंडियन डेयरी एसोसियेशन, श्री संजीव खरबन्दा, महा प्रबन्धक, मदर डेयरी एवं श्री मनीष बन्दलीश, सी.ई.ओ. उमंग डेयरी ने भाग लेकर गत वर्ष जुलाई 2017 से घी की जीएसटी दर जो 12 प्रतिशत है, उसे घटाकर 5 प्रतिशत रखने पर चर्चा हुई। श्री चौधरी ने उन्हें अवगत कराया कि जीएसटी बढ़ने से प्रति किलो घी पर टैक्स 26 रू. की वृद्धि हुई है। इससे संगठित क्षेत्र के पशुपालको एवंम् डेयरी उद्योग को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है क्योंकि संगठित क्षेत्र वाले संस्थान शत-प्रतिशत जीएसटी का भुगतान कर रहे है। इसमें घी की बिक्री पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। गत एक वर्ष से घी का भारी स्टॉक हो गया है, लगभग सभी उद्योग भारी घाटे में चल रहे है क्योंकि असंगठित क्षेत्र एवंम् खुले कारोबारी जीएसटी का भुगतान नाममात्र का करते है जिससे की भारत सरकार को भी राजस्व की भारी हानि होती है ।
उन्होंने बताया कि गत वर्ष इन दिनाें 15 किलो वाले घी के टिन का बाजार भाव 7300 रू. था वर्तमान में यह भारी मंदी के कारण यह 10/20/50 टन घी एकमुश्त लेने पर 4800 रू. प्रति टिन की दर पर देना पड़ रहा है। शेष फुटकर 5350 रू. प्रति टीन की दर से दिया जा रहा है। उपरोक्त मूल्यों में गिरावट से पशुपालको को पूरे देश में दुग्ध की क्रय दर 40 – 43 रू. प्रति लीटर औसत जो गत वर्ष दिया जा रहा था। अब उस दुग्ध की क्रय दर 32 रू. प्रति लीटर से दिया जा रहा है। इससे पशुपालकों को गत वर्ष की तुलना में 10 रू. कम मिल रहे है। इसके कारण भारत सरकार के जो लक्ष्य है कि सन् 2022 तक पशुपालको की आय दोगुनी की जाये, इसके विपरित आय में कमी हुई है।
श्री गौरव सिंह द्वारा वर्तमान में देश में प्रतिदिन घी का कितना उत्पादन हो रहा है एवंम् वर्ष भर में कितना घी बन रहा है, की जानकारी मांगी गई जो उनको उपलब्ध करा दी गई। वार्ता सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई एवंम् उनका रूख भी पशुपालको के पक्ष में सकारात्मक रहा। इससे यह सम्भावना है की भारत सरकार निकट भविष्य में घी पर जीएसटी की दर 12 प्रतिशत से घटाकर के 5 प्रतिशत करने का मानस बना रही है।