कांग्रेस प्रवक्ता मुजफ्फर भारती के अनुसार शहर कांग्रेस ने 21 अगस्त को संगठन के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में शहर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के एक शिष्टमंडल ने जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा के समक्ष यह दावा किया था कि अजमेर शहर की दक्षिण एवं उत्तर विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में तीन प्रकार से फर्जी एवं समानार्थ प्रविष्टियां की गई है जिसके तहत अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 10918 वोटरों के नाम मतदाता सूची में फर्जी एवं डुप्लीकेट प्रविष्ट किए गए हैं ठीक इसी प्रकार दक्षिण क्षेत्र में 11603 मतदाता ऐसे हैं जिनको अलग-अलग भाग संख्या में समानार्थ रूप से इंद्राज किया गया है जिनकी कुल संख्या 23565 है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि 15 सितंबर को जिला निर्वाचन अधिकारी आरती डोगरा ने शहर कांग्रेस को जरिए पत्र के यह बताया कि कांग्रेस की 21 अगस्त तथ्यात्मक आंकड़ों सहित शिकायत के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी के पर्यवेक्षण में उत्तर एवं दक्षिण विधानसभा के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों के नेतृत्व में गठित दलों ने आक्षेपित अंकित बहुप्रविष्टियों का फील्ड में भौतिक सत्यापन किया और भौतिक सत्यापन में उत्तर में दक्षिण में 6742 बहूप्रविष्ठियां पाई गई जिन्हें जिन्हें 27 सितंबर को प्रकाशित होने वाली अंतिम मतदाता सूचियों में से विलोपित किया जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी की इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस ने दावा किया है कि इससे स्पष्ट हो गया है कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 23565 डेमोग्राफिकल सिमिलर एंट्री होने का जो तथ्यात्मक प्रतिवेदन कांग्रेस ने जिला निर्वाचन अधिकारी को दिया था उस पर मोहर लग है की मतदाता सूचियों में इतनी बड़ी तादाद में डुप्लीकेट मतदाता जोड़े गए थे जो कांग्रेस के तथ्यात्मक प्रतिवेदन से सामने आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष जैन ने कहा कि यह चिंताजनक है कि अजमेर शहर के 2 विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 23565 मतदाताओं की समानार्थ डुप्लीकेट एंट्री से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य विधानसभा क्षेत्र में कितने मतदाता डुप्लीकेट होंगे यह स्थिति निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया के लिए चुनौती खड़ी करती है।
जिला निर्वाचन विभाग की इस आंशिक कार्यवाही को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने जिला निर्वाचन अधिकारी को जवाबी पत्र लिखते हुए कहा कि जब कांग्रेस शहर की दोनों विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में 23565 हज़ार डेमोग्राफिकल सिमिलर एंट्री यानी फर्जी एवं समानार्थ मतदाताओं की प्रविष्टियों का दावा प्रस्तुत किया था और सबूत के तौर पर 23565 हजार मतदाताओं की डुप्लीकेट एंट्री की दो सीडी बतौर साक्ष्य के प्रस्तुत की थी बावजूद इसके निर्वाचन विभाग ने केवल 6742 सिमिलर एंट्री को ही मतदाता सूचियों से हटाया है कांग्रेस का आरोप है कि मतदाता सूचियों में इतनी बड़ी गड़बड़ियों को दुरुस्त करने के लिए कहीं ना कहीं निर्वाचन विभाग के अधिकारी स्तर पर कोताही बरती गई है इसलिए दोनों विधानसभा क्षेत्र के फर्जी एवं डुप्लीकेट डेमोग्राफीकल सिमिलर एंट्रीज का फिर से आधिकारिक निगरानी में भौतिक सत्यापन मतदाता सूचियों के अंतिम प्रकाशन से पूर्व किया जाना अपेक्षित है जो निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया का तकाजा भी है।