अजमेर। अजमेर शहर का एक इलाका ऐसा भी है, जहां डेंगू और मलेरिया का प्रकोप विकराल रूप ले चुका है। न तो समय रहते चिकित्सा महकमा जागा और न ही नगर निगम। अब हालात यह है कि केसरगंज महावीर मोहल्ले में बच्चे और बड़े कुल सात लोग डेंगू बुखार से पीडि़त हैं, जिनका इलाज मित्तल अस्पताल, संत फ्रांसिस हॉस्पिटल और सरकारी अस्पताल जेएलएन में चल रहा है। इनमें तरंग जैन की हालत ज्यादा खराब है। वह पिछले सात दिन से तेज बुखार और उल्टी से पीडि़त है। लोगों का कहना है कि इस वार्ड से पार्षद भारती श्रीवास्तव और खेमचन्द नारवानी ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उन्हें इस वार्ड की कोई चिन्ता नहीं है। लिहाजा नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी और मेयर भी आंख, कान बन्द करे बेठे हैं। दीपावली के त्यौहार पर भगवान महावीर का निर्वाण महोत्सव मनाया जाता है, जिसमें जैन समाज के सभी लोग शामिल होते हैं, लेकिन घरों में फैली इस महामारी के चलते ये धार्मिक आयोजन भी औपचारिक बनकर रह गया। गन्दगी से इलाके के हालात काफी बदतर हैं। नाले से निकाली जाने वाली गन्दगी कई कई दिन तक सड़कों पर पड़ी रहती है, जिनमें सूअर अठखेली करते हैं।