हाइटेक हुए आंगनबाड़ी केंद्र, एंड्रायड मोबाइल से कार्यकर्ता रहेगी अपडेट

पहल: हर आंगनबाड़ी केंद्र को मिले मोबाईल, अब पेपर लेस की दिशा में महिला एवं बाल विकास विभाग, केंद्र कार्यकर्ता मोबाईल से करेगी ऑनलाइन कामकाज, चंद मिनटों में सूचना पहुंचेगी दिल्ली

ब्यावर । मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अथक प्रयासों से प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्र हाइटेक हो रहे हैं और कार्यकर्ता अब अपने विभाग का कामकाज ऑनलाइन करने लगेगी। ऑनलाइन होने से जिले का प्रत्येक केंद्र राष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार सभी जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को एंड्रायड मोबाइल फोन उपलब्ध करा रही है। इससे आइसीडीएस का पूरा सिस्टम हाइटेक होने के साथ ही ऑनलाइन फीडिग से जल्द पेपरलेस हो जायेगा ।
समेकित बाल विकास सेवाओं के अंतर्गत आइसीटी-आरटीएम (इंफोरमेशन कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी-रीयल टाइम मॉनीट¨रग) योजना के तहत राष्ट्रीय पोषण मिशन की गतिविधियों को सफल बनाने के महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री अनीता भदेल के निर्देशों पर राज्य के हर आंगनबाड़ी केंद्र को एंड्रायड मोबाइल मिलने लगे है। इससे विभाग को सीधा फायदा होगा। क्षेत्र के क्रियाशील आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता ‘रीयल टाइम मॉनीट¨रग सिस्टम’ के तहत काम करेगी। अब प्रतिदिन की गतिविधियां मोबाइल फोन के माध्यम से भेजने, नियत समय में आंगनबाड़ी केंद्र खोलने व बंद करने की जिम्मेदारी कार्यकर्ता की होगी। इसी के तहत शहर के साकेत नगर में सुपरवाइजर विमलेश डेटानी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को एंड्रायड मोबाइल फोन का वितरण किया। इस दौरान कृष्णा राठोड, साधना सारस्वत, कलावती माली, अंजू लाम्बा, सुनीता यादव, बेला, पूजा देवड़ा, लक्ष्मी गोठवाल, सीमा जैन, बिना राठोड आदि मौजूद थी।

प्रशिक्षण से होगी कार्यकर्ता अपग्रेट :
नई व्यवस्था लागू होने के पूर्व तकनीशियन द्वारा कार्यकर्ता को चरणबद्ध तरीके से एंड्रायड मोबाइल फोन को चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के माध्यम से ‘परिवार प्रबंधन, दैनिक पोषाहार, गृह भ्रमण, बाल विकास निगरानी, टेक होम राशन, ड्यू लिस्ट, आंगनबाड़ी केंद्र प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी।

फोन से हो सकेगी कार्यकर्ता की ट्रैकिंग:
एंड्रायड मोबाइल फोन देने से अब विभाग द्वारा कार्यकर्ता की ट्रैकिंग आसानी से की जा सकेगी। केंद्र खुला है या नहीं, इसका भी पता चल जाएगा। प्रतिदिन की रिपोर्टिग भी इसी माध्यम से ली जाएगी। हालांकि कार्यकर्ता को इस सिस्टम में को चलाने में समय लगेगा, फिर भी जो कठिनाई आएगी। उनकी मदद के लिए कई कर्मी लगाए गए है।

दूसरे नेटवर्क पर हो सकेगी बातचीत फ्री:
कार्यकर्ता को जो मोबाइल फोन मिला है उसमें हर माह ऑटो रीचार्ज की व्यवस्था है। इसके अलावा कार्यकर्ता अपने मोबाइल फोन से दूसरे केंद्र की कार्यकर्ता, महिला पर्यवेक्षिका और सीडीपीओ से आसानी से बातचीत कर पाएगी। वह दूसरे नेटवर्क पर मुफ्त में बातचीत भी कर सकती हैं।

इनका कहना है..
“आइसीटी-आरटीएम आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता को एंड्रायड मोबाइल फोन देने से विभाग पेपरलेस और अपडेट हो जायेगा, साथ ही सेवा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। केंद्रों की ऑनलाइन ट्रैकिंग आसान हो जाएगी और बच्चों के वजन में नियमित वृद्धि की भी निगरानी की जा सकेगी।” -विमलेश डेटानी, सुपरवाइजर, आइसीडीएस, ब्यावर ।

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