अंकुर कार्यक्रम के साथ संस्कृति द स्कूल का वार्षिकोत्सव व वार्षिक प्रदर्षनी प्रारम्भ

(स्कूल प्रागंण मे पारम्परिक विधान के साथ प्रारम्भ हुआ भव्य शुभारम्भ)
संस्कृति द स्कूल का दो दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव क्रमषः अराउन्ड द वर्ल्ड तथा आरोहम थीम के साथ प्रारम्भ हुआ । सांस्कृतिक उत्सव के प्रथम चरण मे अंकुर कार्यक्रम मे रंगारंग प्रस्तुति देकर विद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया । प्रातः हैडबॉय प्रणव माथुर के अभिभावक डा.प्रवीण माथुर एवं डॉ. ऋतु माथुर एवं हैड गर्ल देवयानी कच्छावा के अभिभावक श्री षान्तनु कच्छावा एंव श्रीमती नीता कच्छावा के कर कमलांे से प्रदर्षनी का उद्घाटन किया गया । प्रदर्षनी की विषय वस्तु ’आयान’ पर आधारित है, अर्थाथ अहिंसा, आयुर्वेद, योग, आत्मनिर्भरता तथा निरपेक्षता पर आधारित प्रदर्षनी में भारत की प्राचीन उपलब्धियों विज्ञान, खेल, गणित, योग, वाणिज्य तथा कला का वर्तमान युग में क्या प्रभाव रहा है तथा अर्न्तराष्ट्रीय पटल पर इसने अन्य देषों को किस प्रकार प्रभावित किया इस तथ्य का मॉडल, प्रजन्टेषन, तथा सजीव चित्रण द्वारा विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया। प्रदर्षनी मे एक ओर जहॉ आर्ट एण्ड क्राफ्ट की एक से बढ़कर से बढ़कर एक कलाकृति को प्रदर्षित किया गया वही दुसरी ओर विभिन्न मॉडलों द्वारा विद्यार्थियों ने प्राचीन से नवीन उपलब्धियों को प्रदर्षित किया। मॉडलो द्वारा आत्मनिर्भर गॉव का चित्रण किया गया जिसमें दर्षाया गया कि सोलर, हाइड्रो एंव विण्ड के द्वारा किस भॉति ऊर्जा निर्मित गॉव आत्मनिर्भर एंव स्वावलम्बी बन सकते हैं। सिंधु घाटी सभ्यता के मॉडल का सजीव चित्रण किया गया जिससे ज्ञात होता है कि विष्व के आज के अत्याधुनिक शहर भी किस तरह भारतीय प्राचीन सभ्यता से प्रभावित रहे है। वैदिक गणित एवं गांधीजी द्वारा सुझाए गये वाणिज्य शास्त्र की परिकल्पना को मॉडल द्वारा सुन्दर प्रस्तुति दी गई। स्कूल के विद्यार्थियों ने इसी वर्ष ब्रिटीष काउन्सिल की सदस्यता ली है अतः इसके तहत् अंतराष्ट्रीय षिक्षण व क्रिया कलापों को मॉडल से जुडी ब्रिटीष कॉउन्सिल की गतिविधियों को प्रदर्षनी में प्रदर्षीत किया । प्रदर्षनी की अभिभावकों व दर्षकों ने भूरी भूरी प्रषंसा की।
संध्या बेला में प्री-प्राईमरी सेे कक्षा पाँच तक के बच्चों का सांस्कृतिक कार्यक्रम ’अंकुर’ व पुरस्कार वितरण समारोह प्रोत्साहन उत्तर पष्चिम रेलवे के डी आर एम माननीय श्री राजेष कुमार कष्यप् के मुख्य अतिथ्य मे धुमधाम से सम्पन्न से हुआ ।
कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि श्री राजेष कुमार कष्यप, विद्यालय के चेयरमैन श्री सीताराम गोयल, स्कूल के डाईरेक्टर्स, प्राचार्य ले.कर्नल ए.के त्यागी, प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना सिंह परमार द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन व मंगलाचरण के साथ किया गया । बच्चों ने बहुत ही सुन्दर गणेष वंदना प्रस्तुत कर भगवान गणेष से ज्ञान व संपन्नता प्रदान करने का आर्षीवाद माँगा। प्राचार्य ले. कर्नल ए. के त्यागी द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया। प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना सिंह परमार ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी । सर्वप्रथम पुरस्कार वितरण समारोह हुआ, जिसमें वर्ष भर शैक्षिक व सहशैक्षिक गतिविधियों मे उत्कृष्ट प्रदर्षन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया ।

बच्चों द्वारा स्वागत नृत्य की बेहद सुन्दर प्रस्तुति दी गई। समारोह की थीम ’अराउण्ड द वर्ल्ड’ में बच्चों ने भिन्न -भिन्न देषों की संस्कृतियों की झलक अपने नृत्य के माध्यम से दिखाई, जिसमें एल के जी के बच्चों ने 70 के दषक के लोकप्रिय डिस्को डांस-डिस्को दीवाने………..प्रस्तुत किया, वहीं कुछ बच्चों ने स्विजरलैण्ड की खुबसूरती अपने नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की। एच के जी के बच्चों ने यूरोपीयन व पोल्का कपल डांस के माध्यम से सभी दर्षकों का मन मोह लिया। रिद्दिम म्यूज़िक के ऊपर अफ्रीका के संाबा डांस की प्रस्तुति पहली कक्षा के नन्हें मुन्नों ने दी। दमदार म्यूज़िक के साथ न्यूयॉर्क का हिप-हॉप डांस की प्रस्तुति दूसरी कक्षा के बच्चों ने दी। कक्षा तीसरी के बच्चों द्वारा फ्लेमिंगो (स्पेनिष डांस) एंव कोरिया का कोरियन डांस की बेहद उम्दा प्रस्तुति हुई। कक्षा चार के बच्चों ने कन्टेम्पररी डांस जो कि यू.एस. और यूरोप का सबसे ज्यादा प्रसिद्ध नृत्य है, उसकी प्रस्तुति दी एंव साल्सा डांस की भी बेहद संुदर प्रस्तुति दी। अपने -अपने छातो के साथ मंच पर उतरे बच्चों ने चाइना का अम्ब्रेला डांस किया। कक्षा पाँच के नन्हें मुन्नों ने चाइनीज न्यू ईयर पर प्रस्तुत किया जाने वाला ड्रेगन डांस, जो कि गुडलक और आर्षीवाद का प्रतीक माना जाता है, उसकी सुंदर प्रस्तुति से कार्यक्रम का समा बांध दिया, सुंदर नृत्य प्रस्तुतियों के बाद अंग्रेजी नाटक द्वारा सोषल मीडिया के दुरूपयोग से आगाह करते हुए सभी को मोबाइल, इन्टरनेट से होने वाले नुकसान को उजागर किया, नाटक के माध्यम से यह भी बताया गया कि यदि इनका उपयोग सही दिषा में किया जाए, तो इनसे होने वाले लाभ भी अनगिनत है। संगीत विभाग द्वारा अरेबिक गीत व पाष्चात्य संगीत विभाग द्वारा मधुर गीत प्रस्तुत किया गया। ग्रेण्ड फिनाले – किड्स आर फायर वर्क्स पर प्रस्तुत किया गया । कार्यक्रम के अन्त मे मुख्य अतिथि ने सभी प्रतिभागियों कोे उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी तथा कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रषंसा की गई। स्कूल प्राचार्य ले. कर्नल ए. के. त्यागी ने पूरे वर्ष का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना सिंह परमार ने वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। विद्यालय के वाइस हैड ब्वॉय ईषान दत्ता ने सभी आगन्तुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया । इस प्रकार संस्कृति द स्कूल का वार्षिक उत्सव राष्ट्रगान के साथ समाप्त हुआ ।

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