स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा कर स्वस्थ राजस्थान का निर्माण करें

अजमेर, 20 फरवरी। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा जन सम्पर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि चिकित्सा सेवाओं में आयुर्वेद एक पुरानी पद्धति है। इसमें लोगों का विश्वास सुदृढ़ करने तथा उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना जरूरी है। उसी से हम एक स्वस्थ राजस्थान का निर्माण कर पायेंगे।

चिकित्सा तथा जन सम्पर्क मंत्री बुधवार को अजमेर में आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय आरोग्य मेला 2019 के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता चिकित्सा एवं जन सम्पर्क राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने की।

डॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा आयुष विभाग को सुदृढ़ करने की है। उसी के अनुरूप प्रदेश के साढ़े सात करोड़ लोगों को स्वस्थ रखने का संकल्प लिया गया है। यह मेला उसी दिशा में एक कदम है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद पद्धति एक सुरक्षित चिकित्सा पद्धति है जिसके कोई साईड इफेक्ट नहीं है। देश में पांच आयुर्वेद विश्व विद्यालय खोले गये है जिनमें एक जोधपुर में भी है। जहां दुनियाभर के विशेषज्ञ अध्ययन एवं शोध कर रहे है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि विभाग में संसाधनों की कोई कमी नहीं है। मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए आयुर्वेद से भी काढ़ा पिलाया जाकर अच्छा प्रबंधन किया गया। गत दिनों स्वाईन फ्लू से हुई मौतों में अधिकांश व्यक्ति वृद्ध या अन्य किसी बीमारी से पहले से ही ग्रसित थे जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो गयी थी। ऎसे समय में चिकित्सा विभाग ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को समय पर जांच कराने पर निरोगी रहने में मदद मिलती है। इसके लिए व्यक्तिगत जाागरूकता जरूरी है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पर्यटन को आयुष पद्धति के साथ जोड़कर मेडि टयूरिज्म सेंटर विकसित करने की जरूरत है। इसके लिए प्राकृतिक स्थलों पर आयुष को जमीन आंवटन के प्रयास भी किए जा रहे है ताकि लोगों को योगा, नैचूरोपैथी से मानसिक सुकून मिले। वहां अच्छी हवा व प्राकृतिक वातारण हो ताकि चिकित्सा का बेहतर लाभ भी मिल सके। मेले के दौरान विभाग द्वारा विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने विभाग से मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए अग्रिम योजना भी बनाने के लिए कहा।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए चिकित्सा एवं जन सम्पर्क राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि दूर छोर पर बैठे गरीब एवं वंचित वर्ग को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयास किए जा रहे है। उन्होने ऎसे शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगाने की जरूरत बतायी ताकि ग्रामीणजनों को अधिकाधिक लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि आयुष को और अधिक विकसित और लोकप्रिय बनाने के लिए प्रयास किए जाए। इस पद्धति को डिस्पेंशरियों के माध्यम से भी ग्राम स्तर तक पहुंचाया जा सकता है।

डॉ. गर्ग ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ग्राम स्तर तक उपलब्ध कराने के लिए देश भर में 12 हजार से अधिक हैल्थ एवं वैेलनेस सेंटर खोले जाएंगे। प्रदेश में ऎसे 1500 सेंटर खुलेगें इसके लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव भिजवाए जाएं। उन्होंने अण्डर वन अम्ब्रेला की तर्ज पर एक ही स्थान पर लोगों को सभी तरह की सुविधाएं मिले इसके लिए भी प्रसास किए जा रहे है।

आयुष विभाग का सोफ्टवेयर लॉच किया

समारोह में आयुष विभाग की एक सोफ्टवेयर भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने लॉच किया। जिसमें विभाग से संबंधित समस्त सुविधाए एवं अन्य जानकारिया उपलब्ध है।

इस मौके पर आयुर्वेद निदेशक श्रीमती स्नेहलता पंवार ने बताया कि आयुष (आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी चिकित्सा) में सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण के अन्तर्गत विगत वर्षो से आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा राज्य के बडे शहरों में राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय आरोग्य मेलों का आयोजन किया जाता रहा है। राष्ट्रीय स्तर का आरोग्य मेला जयपुर में तथा राज्य स्तरीय आरोग्य मेला उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर व भरतपुर में आयोजित हो चुके है। आरोग्य मेले के आयोजन का उद्देश्य ‘स्वास्थ्य सबके लिए लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सस्ती, सरल एवं सुलभ आयुष पद्धति की प्रभावशीलता के बारे में नागरिकों मे जागरूकता उत्पन्न करना, आयुष पद्धति से जुडे हुए लोगों के ज्ञान एवं अनुभव का आदान-प्रदान करने के लिये उचित मंच उपलब्ध करवाना तथा आयुष पद्धतियों की रोगों से बचाव एवं उपचार में विशेषता से जनसामान्य को लाभान्वित करना है।

शहीदों को 2 मिनट का मौन रखकर दी श्रद्धांजली

इस मौके पर पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजली भी दी गई।

प्रदर्शनी एवं स्टालो का किया अवलोकन

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा तथा चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने मेला स्थल पर आयुष विभाग से संबंधित प्रदर्शनी तथा विभिन्न स्टालो का अवलोकन भी किया। जहां योग, दवा वितरण, ईलाज की सुविधा एवं औषधि पौधों को भी रखा गया है।

अन्त में आभार आयुर्वेद विभाग के विशेषाधिकारी श्री मनोहर पारीक ने व्यक्त किया। समारोह में जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा, पूर्व विधायक श्री श्रीगोपाल बाहेती, श्री रामनारायण गुर्जर, श्री राजकुमार जयपाल, अध्यक्ष विजय जैन, भूपेन्द्र सिंह राठौड़ सहित अनेक जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।

प्रभारी मंत्री गुरूवार को लेंगे बैठक

अजमेर, 20 फरवरी। जिले के प्रभारी मंत्री तथा खान एवं गोपालन मंत्री श्री प्रमोद जैन भाया गुरूवार 21 फरवरी को सांय 4 बजे जिला कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेंगे। जिला कलक्टर ने यह जानकारी दी।

डिस्ट्रीक्ट क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक 21 को

अजमेर, 20 फरवरी। जिला स्तरीय डिस्ट्रीक्ट क्राईसिस मैनेजमेंट ग्रुप समिति की बैठक 21 फरवरी को दोपहर 3.30 बजे जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की जाएगी। उप वन संरक्षक श्रीमती सुदीप कौर ने यह जानकारी दी।

बाल फिल्म महोत्सव

छात्र -छात्राओं के लिए शिक्षाप्रद फिल्मों का प्रदर्शन

अजमेर, 20 फरवरी। बाल चित्र समिति भारत सरकार एवं जिला प्रशासन के सहयोग से चल रहे बाल फिल्म महोत्सव के तहत आगामी 23 फरवरी तक विभिन्न सिनेमाघरों में राजकीय विद्यालयों के छात्र -छात्राओं के निशुल्क दिखायी जाएगी। गुरूवार को 11 स्थानों पर फिल्म प्रदर्शित होगी।

गुरूवार को बाल फिल्मोत्सव के तहत ऑयनोक्स सिनेमा अजमेर में गारू, माया मन्दिर में पप्पू की पगडण्डी, मिराज सिनेमा में दी गोल एवं हालो, नटराज सिनेमा विजयनगर में पहले आप, प्लाजा सिनेमा में हैप्पी मदर्स डे, मृदंग सिनेमा में हेडा होड़ा, जय मन्दिर ब्यावर में दी गोल, सांवरियां सिनेमा केकड़ी में हैप्पी मदर्स डे, गगनदीप किशनगढ़ में पहले आप तथा क्रिस्टल सिनेमा किशनगढ़ में हालो फिल्म का प्रदर्शन निशुल्क किया जाएगा।

गुरूवार को 13 स्थानों पर लगेंगे कृषि फसल ऋण माफी शिविर

अजमेर, 20 फरवरी। राज्य सरकार के निर्देशानुसार कृषि फसल ऋण माफी शिविर के द्वितीय चरण में गुरूवार 21 फरवरी को 13 स्थानों पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा ने बताया कि गुरूवार को नारेली, सांदोलिया, बलाड़, सराना, शिखरानी, केकड़ी, सलेमाबाद, किराप, शेरगढ़, भडसूरी, गनाहेड़ा, मनोहरपुरा तथा बिड़ला में ऋण माफी शिविर लगेंगे। शिविरों के लिए प्रभारी अधिकारी नियुक्त कर दिए गए है।

जिला कलक्टर ने बताया कि नियुक्त किए गए प्रभारी अधिकारी शिविरों के सफल संचालन के लिए जीएसएस व्यवस्थापक और सीसीबी के अधिकारियों के साथ बैठक कर ऋण प्रपत्र-1 को जारी किए जाने की प्रक्रिया को पूरा किया जाना सुनिश्चित करेंगे। वे जीएसएस से संबंधित बैंक की शाखा पर संधारित ऋण वितरण रजिस्टर से लाभार्थियों के नाम और उनको दिए गए ऋण का सत्यापन शत प्रतिशत करेंगे। समस्त पात्र किसानों के डाटा फीडिंग/वैलिडेशन, लोन सुपरवाईजर/पैक्स मैनेजर के द्वारा दो दिवस में किया जाना सुनिश्चित करेंगे और सभी काश्तकारों का आधार सत्यापन किया जाना भी सुनिश्चित करेंगे।

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