भेड़ निष्क्रमण के संबंध में प्रत्येक जिले में नियुक्त होंगे नोडल अधिकारी

अजमेर 30 मई। संभागीय आयुक्त श्री लक्ष्मीनारायण मीना ने समस्त जिला कलक्टरों को निर्देशित किया कि वे आगामी दिनों में उनके जिलों से होने वाले भेड निष्क्रमण के दौरान समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए नोडल अधिकारी को नियुक्त करें।
संभागीय आयुक्त गुरूवार को भेड़ निष्क्रमण के संबंध में संभाग स्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंनेे कहा कि भेड़ निष्क्रमण के दौरान पशुपालकों एवं भेड़ों की सुरक्षा आवश्यक है। इस दौरान कानून व्यवस्था पूरी तरह मुस्तैद होनी चाहिए। भेड़ पालकों के परंपरागत रास्तों पर से अतिक्रमण एवं बाधाओं का निराकरण कर सीधे रास्ते के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। इसके साथ ही समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर बैठक का आयोजन कर नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी की जाये।
उन्होंने कहा कि संभाग के भीलवाड़ा एवं अजमेर जिलांे में भेड़ पालकों का ठहराव होता है। जिले में पशुपालकों एवं ग्रामीणों के मध्य आपसी समन्वय सें भेड़ों का निष्क्रमण सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जिले में पुलिस और प्रशासन का संयुक्त दल निष्क्रमण के रास्तों का जायजा लेगा। साथ ही मार्ग की बाधाओं को समय रहते दूर करेगा। समस्त जिलों में चेक पोस्टों की स्थापना की जाए। इन पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जायें। प्रत्येक भेड़ पालक का परिचय पत्रा बनाया जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि परिचय पत्रा संबंधित के पास ही रहे। इस परिचय पत्रा के उपयोग से उचित मूल्य की दुकानों से राशन सामग्री प्राप्त की जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा भेड़ों के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाएं एवं टीकाकरण सामग्री उपलब्ध रहनी चाहिए। यह सामग्री निष्क्रमण मार्ग तथा चेक पोस्टों पर अग्रिम ही पहुंचाई जाए। प्रत्येक जिले में भेड़ निष्क्रमण के संबंध में नियंत्राण कक्ष की स्थापना की जाए। पशुपालकों के लिए रास्ते के स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचार की व्यवस्था भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि मार्ग में जहां बिजली के तार ढीले है उन्हें भी व्यवस्थित करवाये जायें।
इस अवसर पर जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा (अजमेर) तथा श्री दिनेश कुमार यादव (नागौर) ने भी अपने अपने जिलों में भेड निष्क्रमण के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. राष्ट्रदीप (अजमेर) तथा श्री गगनदीप (नागौर), अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री कैलाश चन्द लखारा, पशुपालन विभाग के अतिरिक्त निदेशक, पशुधन कल्याण एव पर्यावरण विकास संस्था के श्री होतीराम देवासी सहित रसद, कृषि एवं वन विभाग के विभिन्न अधिकारी उपस्थित थे।

अनुसुचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण संबंधी बैठक आयोजित
अजमेर 30 मई। अनुसुचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण के संबंध में जिला कलक्टर श्री विश्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में गुरूवार को बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर श्री शर्मा ने बैठक में अनुसुचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण एक्ट के प्रकरणों की समीक्षा की। पीड़ितों को शीघ्रता सें लाभान्वित करने के लिए आवश्यक निर्देश प्रदान किए। अन्य जिलों के 10 प्रकरण जो कि अजमेर जिले को आवंटित हो गये थे। उन्हें संबंधित जिलों को अग्रसित करने के लिए निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षण श्री राष्ट्रदीप, अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट श्री अरविन्द कुमार सैंगवा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक श्री जयप्रकाश चारण, सहायक निदेशक अभियोन श्री जुगलकिशोर दवे, कनिष्ठ विधि अधिकारी श्री नंदकिशोर बाकोलिया उपस्थित थे।
जमातुलविदा एवं ईदुलफितर पर शान्ति बनाए रखने के दिए निर्देश
अजमेर 30 मई। जिला मजिस्ट्रेट श्री विश्व मोहन शर्मा ने आगामी जमातुलविदा एवं ईदुलफितर पर्वों पर कानून, शान्ति, सुरक्षा एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एवं उप जिला मजिस्ट्रेट को निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कहा कि चन्द्र दर्शन के अनुसार मनाये जाने वाले इन पर्वों के दौरान अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट एवं उपखण्ड मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्रा में राजनैतिक दलों, विभिन्न समुदाय के सदस्यों, शांति समितियों एवं सीएलजी के प्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित करने हुए शांतिपूर्ण पर्व सम्पन्न कराने की समुचित व्यवस्था करेंगे। साथ ही असामाजिक तत्वों एवं संवेदनशील एवं अति संवदेनशील स्थानों पर नियमित निगरानी तथा सर्तकता रखते हुए पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कानून व्यवस्था, शांति, सुरक्षा एवं साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए आवश्यक कार्यवाही करेंगे।

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