देवनानी ने कहा कि प्रदेश के विद्यार्थियों को योग से दूर करने का प्रयास करते हुए गत दिनों कांग्रेस सरकार द्वारा विद्यालयों में गर्मियों की छुट्टियां बढ़ाकर 19 जून के स्थान पर 1 जुलाई से शिक्षण प्रारम्भ किये जाने के आदेश जारी किये गये परन्तु स्वस्थ तन व मन के लिए उपयोगी भारत की प्राचीन ऋषि विधा योग की महत्ता को जहां सम्पूर्ण विश्व के 192 देशों ने एकमत होकर स्वीकारा है वहीं कांग्रेस सरकार की विद्यालयों में योग दिवस का आयोजन नहीं किये जाने की इस कुटिल चाल को लेकर विद्यार्थियों व अभिभावकों में भी रोष व्याप्त हो गया था।
देवनानी ने कहा कि भाजपा के साथ-साथ प्रदेश के विद्यार्थियों व अभिभावकों के दबाव के चलते राज्य सरकार ने यू टर्न लेते हुए यह तुगलकी आदेश जारी किया है कि 20 व 21 जून को विद्यालय खुलेंगे परन्तु आदेश में शिक्षकों को यह भी छूट दी गई है कि वे चाहे तो स्वंय के विद्यालय के स्थान पर किसी अन्य विद्यालय में भी अपनी उपस्थिति दे सकते है। उन्होंने कहा कि ऐसे तुगलकी आदेश से यह सम्भव नहीं लगता कि सभी विद्यालयों में योग दिवस का विधिवत आयोजन सम्भव हो सकेगा।
देवनानी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है तब से कभी राष्ट्रवाद तो कभी कभी क्रानितकारी व महापुरूष तो कभी हमारी प्राचीन, एतिहासिक व गौरवशाली परम्पराओं के खिलाफ कोई ना कोई कदम रोजना उठाया जा रहा है।