दाहरसेन स्मारक पर शूरवीरों व देवताओं पूर्ण दर्शन महामण्डलेश्वर हंसराम

अजमेर 16 जून। सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1307वें बलिदान दिवस के अवसर पर सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक, हरिभाउ उपाध्याय नगर पुष्कर रोड पर सांतवां राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान 2019 शिव शांति संत आसूदाराम, आश्रम लखनऊ के प्रतिनिधि को प्रदान किया गया, सम्मान मंे रूपये 51000 के साथ स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल, दिया गया व देशभक्ति पर आधारित कार्यक्रम, हिंगलाज माता व जगद्गुरू श्रीचन्द्र भगवान की पूजा-अर्चना व द्ाहरसेन को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ संत महात्माओं का आर्शीवचन कबड्डी प्रतियोगित व रंग भरो प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अजमेर विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा व सिंधुपति महाराजा दाहरसेन विकास एवं समारोह समिति का सहयोग रहा।

अतिथियों का उदबोधन –
महामण्डलेश्वर स्वामी हंसराम जी महाराज ने अपने आर्शीवचन में कहा शूरवीर व देवताओं के बिना यह धरती नहीं बच सकती। दाहरसेन स्मारक पर हिंगलाज माता, जगद्गुरू श्रीचन्द्र भगवान, महाराजा दाहरसेन संत कवंरराम हेमू कालाणी जैसे शूरवीरों की दर्शन कर तीर्थयात्रा के समान है। हमारी भी ऐसी संताने हो जो देश के लिये जिये। इस अवसर पर शातानन्द आश्रम के महंत स्वामी हनुमानराम, ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महंत स्वरूदास उदासीन, नृसिंह मन्दिर के महंत श्याम शरण, स्वामी ईसरदास, भाई फतनदास, गौतम सांई, सांई अर्जुनराम के साथ आये संत महात्माओं का आर्शीवाद प्रदान किया।
पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि धरती पर यदि स्वर्ग है तो सिंध है, दाहरसेन के बिना सिंध अधूरा है व आज यह स्मारक बनाना सार्थरक हो गया। सिंध की मोइन जोदड़ों की सभ्यता सबसे पुरानी है।
समारोह में विधायक वासुदेव देवनानी, उप-महापौर सम्पत सांखला, मदस शोधपीठ की निर्देशक डॉ. लक्ष्मी ठकुर, पूर्व विभागध्यक्ष डॉ.एन.के.उपाध्याय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघ चालक सुनील दत्त जैन, पूर्व विधायक हरीश झामनाणी ने अपने विचार रखे। समारोह समिति की ओर से स्वागत भाषण कंवलप्रकाश किशनानी व आभार मोहन तुलस्यिाणी द्वारा किया गया। मंच का संचालन आभा भारद्वाज व महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया। हिंगलाज माता पर पूजा अर्चना ताराचन्द राजपुरोहित व लक्षमणदास दौलताणी ने कराई।
कार्यक्रम में सभा के जिलाध्यक्ष मोहनलाल आलवाणी, अशोक तेजवाणी, मोहन कोटवाणी, नवीन सोगानी, भैरू गुर्जर, तुलसी सोनी, जयकिशन पारवाणी, रमेश मेंघाणी, कुमार लालवाणी, गौरव मीरवाणी, कैलाश लखवाणी, महेश्वरी गोस्वामी, राम गीता मटाई, जयकि शन लख्याणी, मोहन लालवाणी, नरेन्द्र सोनी, सुनील, सहित विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता उपस्थित थे। जीव सेवा समिति व सिन्धी युवा संगठन द्वारा जल, शर्बत व प्रसाद वितरण किया गया।

देशभक्ति आधारित नृत्य व गायन कार्यक्रम
राष्ट्रगीत वन्दे मात्रम कुमारी मुस्कान कोटवाणी ने व घनश्याम भगत द्वारा निर्देशित देश भक्ति गीत देशभक्ति आधारित कार्यक्रम में स्वामी सर्वानन्द विद्यालय चंचल, हर्षिता, तुलसी, प्रेरणा,स्मरण- तेरी मिट्टी में मिल जावा….कहते हैं हमको प्यार से भारत वाले……….पूज्य सिन्धी पंचायत, पंचशील सत्यमेव जयते पर नृत्य……..ऐ वतन ऐ वतन आबाद रहे…….ईकाई वैशाली नगर ऐ मेरे वतन के लोगो…… वर्षा लालवाणी हरिसुन्दर बालिका विद्यालय गुजंन केसवाणी ने शानदार प्रस्तुतियां दी।

कबड्डी व रंगभरो प्रतियोगिता के विजेता होगें सम्मानित
सिन्धी युवा संगठन की ओर से कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था उनमें संत कवंरराम टीम विजेता व शहीद हेमू कालाणी टीम उपविजेता घोषित की गईथी उनके खिलाडियों को सम्मानित किया गया।
रंगभरो प्रतियोगिता के विजेताओं काभी सम्मान किया गया जिसमें स्वामी सर्वानन्द विद्यालय में वरिष्ठ वर्ग में प्रथम स्नेहा रामचंदाणी द्वितीय पीयूष रामचंदाणी व तृतीय सृष्टि लालवाणी व कनिष्ठ वर्ग में प्रथम ख्वाहिश रामचंदाणी, द्वितीय मोहित कलवाणी व तृतीय पायल लालवाणी विजेता रही। पूज्य सिन्धी पंचायत, पंचशील नगर में प्रथम गरिमा वरलाणी, द्वितीय देव विघाणी व तृतीय लक्ष्य शाहणी रहे। पार्वती उद्यान अजयनगर के प्रथम कुणाल कोटाई, द्वितीय प्रथम प्रदीप, तृतीय य श झमटाणी व रोहित बच्चाणी रहे। लीलेश्वर महादेव धोला भाटा में प्रथम वैष्णवी अनिल, द्वितीय कनिष्क देवनाणी व तृतीय कोमल झूराणी रहे। प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर में दो वर्गों में आयोजित की गई जिसमें वरिष्ठ वर्ग में प्रथम मयूरी लालवाणी, द्वितीय रक्षित बच्चाणी, तृतीय आरूषि आसवाणी व कनिष्ठ वर्ग में प्रथम कोमल कोडवाणी, द्वितीय तरूण कुमार व तृतीय जतिन लालवाणी विजेता रहे। सांई बाबा मन्दिर में प्रथम खुशी जज्ञासी, द्वितीय महक मनवाणी व तृतीय जिया चंदवाणी व कनिष्ठ वर्ग में प्रथम रितेश तोतवाणी, द्वितीय जतिन कर्मचंदाणी व तृतीय नितिशा सचानंदाणी , झूलेलाल मन्दिर नसीराबाद के ग्रुप प्रथम ऐश्वर्य चांदवाणी, द्वितीय दिशा चांदनाणी, गु्रप द्वितीय – प्रथम भव्या कुलवाणी द्वितीय वंशिका टिकयाणी,गु्रप तृतीय प्रथम भाविका रामचंदाणी, द्वितीय – चाहत सम्मिलित थे।

राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित संस्था का परिचय व गतिविधियां
अमर शहीद संत कवंरराम साहिब के आर्शीवाद से दुनियाभर में शिव शांति संत आसूदाराम, आश्रम लखनऊ के माध्यम सनातन धर्म से जोडकर सभी को ज्ञान मार्ग पर साथ लेकर चलने का पवित्र कार्य किया जा रहा है। जीवन मूल्यों के संरक्षण के लिये नियमित दुनियाभर में स्थापित आश्रमों में सत्संग में संतो द्वारा मार्गदर्शन व आर्शीवाद दिये जाते है। सिन्धु सभ्यता पर किये गये शोध कार्य के लिये विद्यार्थियों को सदैव प्रेरणा का कार्य किया जा रहा है जिसमें सिन्ध व हिन्द के साहित्यकारों का साहित्यिक सहयोग, लेखन कार्य में वरिष्ठ साहित्यकारों को जोडना एवं सिन्धी भाषा, सभ्यता व संस्कृति के सर्वंद्धन हेतु अनेकों किताबों का प्रकाशन करवाया गया है, जो एक मिसाल है। सिन्ध से आये विस्थापितों के परिवारों को सहयोग देना। विद्यालय, कॉलेज, धर्मशालायें, चिकित्सालय व प्रशासनिक सेवाओं के लिये प्रशिक्षण की भी सेवायें दी जा रही है।
इसके अलावा शिव शांति संत आसूदाराम, आश्रम लखनऊ के देशभर में आश्रमों में भी निरंतर अनेक सेवा कार्य, सभ्यता व संस्कृति का ज्ञान बढाने हेतु युवा पीढी में प्रेरणादायी कार्य किये जा रहे है जिसे देश दुनिया में बहुत अधिक प्रेरणादायी है।

पूर्व में दिये गये राष्ट्रीय सिन्धुपति महाराजा द्ाहरसेन सम्मान
उल्लेखनीय है कि प्रथम सम्मान वर्ष 2013 में इण्डियन इंस्ट्यिूट ऑफ सिन्धोलॉजी, आदीपुर, गांधीधाम को एवं द्वितीय सम्मान वर्ष 2014 को शदाणी दरबार, रायपुर (छतीसगढ) के सन्त युधिष्ठरलाल जी को तृतीय सम्मान वर्ष 2015 में सीमा जन कल्याण समिति जोधपुर को चतुर्थ सम्मान प्रेम प्रकाश मण्डल अमरापुर दरबार, जयपुर को, वर्ष 2017 में पांचवा हरीसेवा रिलीजियस एवं चेरिटेबिल ट्रस्ट, भीलवाडा को व वर्ष 2018 में छठवां सुधार सभा, अजमेर को समारोहपूर्वक कार्यक्रम आयोजित कर प्रदान किया गया था।

कार्यक्रम समन्वयक,
मो. 094131 35031

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