स्वामी टेऊँराम महाराज के 133वें जन्मोत्सव
अजमेर 06 जुलाई, प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर में सत्गुरू स्वामी टेऊँराम जी महाराज के पांच दिवसीय जन्मोत्सव कार्यक्रम के तीसरे दिन का आरम्भ 11 कुण्डीय विश्वकल्याणार्थ विष्णु महायज्ञ से हुआ, यह जानकारी देते हुए आश्रम के महंत स्वामी ब्रह्मानन्द शास्त्री ने बताया कि विद्वान पण्डित श्री कृष्ण कुमार व्यास व सहयोगियों के निर्देशन में विधि विधानपूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ संत महात्मागण व देश-विदेश के लगभग 60 श्रद्धालुओं ने विश्व के कल्याण व भारत देश के कल्याण हेतु आहुतियाँ दी।
तत्पश्चात् संतों महात्माओं के सत्संग हुए । प्रेम प्रकाश मण्डलाध्यक्ष स्वामी भगतप्रकाश जी महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि हमें अनेक योनियों के बाद मानव देह मिली है जिसका सदुपयोग करो, स्वयं को पहचानों । किसी गुरू के मार्गदर्शन से ही हम इस मार्ग पर आगे बढ़ पाऐगें । अभिमान, अहंकार त्याग कर अपने मन में प्रभु के प्रति सच्चा प्रेम जागृत करें । सुख-दुःख हमारे जीवन में आते जाते रहेंगे । यह चक्र तो जीवन भर चलेगा, परन्तु सच्चा सुख हमें अपने अन्दर जाने से आत्म-साक्षात्कार से मिलेगा । गुरू चरणों में काम, क्रोध आदि विसंगतियों को छोड़ मन को झुकाओगे तो गुरू की अनन्त कृपा अपने आप होगी तथा भक्ति रूपी खजाने से आपका जीवन सफल हो जायेगा।
सायंकालीन सत्र में 4.30 बजे से दिल्ली की प्रसिद्ध मनोज-रिया एण्ड पार्टी द्वारा श्री गणेश वंदना, शिव – भस्मासुर प्रसंग, कृष्ण-जन्म प्रसंग, मोर पंख की झांकी, आदि की चल-चलित झाँकियां की मनमोहक प्रस्तुति की गई। जिसका वहां पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने आनन्द लिया आश्रम के सेवादारी जयकिशन पारवानी के अनुसार
सायंकालीन सत्संग में आश्रम के महंत स्वामी ब्रह्मानन्द शास्त्री जी ने अपने प्रवचनों में श्रद्धालुओं को नकारामत्मक विचारों से किनारा कर सकारात्मक सोच अपनाकर सुन्दर भविष्य निर्माण के लिए उनको सत्संग की ओर प्रेरित किया।
प्रेम प्रकाश मण्डल के महामण्डलेश्वर स्वामी भगतप्रकाश जी महाराज ने प्रेरणादायी प्रवचन देते हुए कहा कि नाम स्मरण से हमारे जन्म जन्मांतर के पाप कट जाते हैं। निरंतर गुरू शब्द का स्मरण गुरू के बताये हुए तरीके से करने से अंतर में अनन्त प्रकाश की ज्योति प्रकाशित होती है। इस ज्योति स्वरूप परमात्मा से हमारा आत्मसाक्षात्कार हो जाता है। एवं हमारा जीवन सफल हो जाता है। हमारी संसारिक मोहवृत्ति से पूर्णतः निवृत्ति हो जाती है।
रविवार के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए आश्रम के सेवादारी पारवानी ने बताया कि प्रातः 7.30 से 8.30 तक सामूहिक ध्यान होगा। 8.30 से 11.00 बजे तक सत्संग के होगा। सायंकालीन सभा में भी संत महात्माओं के भजन-कीर्तन व सत्संग-प्रवचन हांगें ।
सेवादारी जयकिशन पारवानी
मो. 9413040144, 9352569956
