हृदय रोगियों की जांच में नवीन तकनीक को अपनाएं – डाॅ विवेक

‘इंटरेक्टिव सेशन आॅन इस्केमिक हार्ट डिजीज़’ विषय पर सेमिनार सम्पन्न
अजमेर, 27 जुलाई ( )। कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅ विवेक माथुर ने कहा कि हृदय रोगियों की जांच में एंजियोग्राफी के साथ वर्तमान में प्रचलित नवीन तकनीक एवं पद्धति को भी अपनाया जाना चाहिए।

सेमिनार के अध्यक्ष डाॅ. आर के गोयल का स्वागत करते हुए मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पुष्कर रोड, अजमेर के निदेशक डाॅ. दिलीप मित्तल।
डाॅ विवेक माथुर शुक्रवार रात को मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पुष्कर रोड, अजमेर के सभागार में ‘इंटरेक्टिव सेशन आॅन इस्केमिक हार्ट डिजीज़’ विषय पर सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। सेमिनार में अजमेर के 70 से अधिक चिकित्सकगण उपस्थित थे। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डाॅ विवेक माथुर ने क्रोनिक स्टेबल एंजाईना पर चर्चा की और हृदय रोगियों की विभिन्न प्रचलित और नवीन परीक्षण पद्धतियों व तकनीक पर प्रकाश डाला। डाॅ विवेक ने हृदय रोगियों के जांच की सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी, परफ्यूजन इमेजिन, एमआरआई तथा अन्य विधियों का विश्लेषण किया। डाॅ विवेक ने हृदय रोगियों के दवाओं से उपचार, स्टेंट लगाए जाने तथा बाइपास सर्जरी किए जाने की तुलनात्मक चर्चा कर उसकी भी समीक्षा की। इस दौरान उपस्थित चिकित्सकों ने भी बढ़-चढ़ कर सवाल जवाब किए। सेमिनार में डाॅ विवेक ने बच्चों व महिलाओं में हृदय रोग से बचाव के लिए खान-पान व आहार को लेकर भी चिकित्सकों से खुली चर्चा की।
इस अवसर पर सेमिनार की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं चिकित्सालय के प्राचार्य एवं वरिष्ठ प्रोफेसर आॅफ जनरल मेडिसिन डाॅ. आर. के. गोयल ने की। डाॅ गोयल का मित्तल हाॅस्पिटल के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ विनोद विजयवर्गीय ने बुके भेंट कर स्वागत किया। निदेशक डाॅ दिलीप मित्तल ने स्मृति चिंह भेंट किया। वरिष्ठ सर्जन डाॅ एम डी दाधीच ने डाॅ विवेक का स्वागत किया, डाॅ श्याम भूतड़ा ने स्मृति चिंह भेंट किया। कार्डियोलाॅजिस्ट डाॅ राहुल गुप्ता को डाॅ बी एस करनावट ने स्मृति चिंह प्रदान किया। इससे पूर्व हाॅस्पिटल की हैड एडमिनिस्ट्रेटर डाॅ विद्या दायमा ने आगंतुक चिकित्सकों का स्वागत परिचय दिया व सेमिनार की रूपरेखा प्रस्तुत की।

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