देवनानी ने विधान सभा में शहर के व्यस्ततम मार्गो का जिक्र करते हुए कहा कि स्टेशन रोड़, मदारगेट, पृथ्वीराज मार्ग, कचहरी रोड़, वैशालीनगर, श्रीनगर रोड़, आदर्शनगर, रामगंज, पुष्कर रोड़ आदि मार्गो व क्षेत्रों में वाहनों का दबाव सर्वाधिक है। स्टेशन रोड़ की स्थिति तो यह है कि अधिकांश आॅटों, टेम्पों, मिनीडोर, सिटीबसें इस रूट पर ही संचालित होते है जबकि परिवहन विभाग द्वारा इनके अलग-अलग रूट निर्धारित है।
यातायात विभाग की अनदेखी से अनफिट वाहन भी दौड़ रहे सड़कों पर, यातायात जाम से भी बढ़ता है प्रदूषण-
उन्होंने कहा कि अजमेर शहर में गत वर्षो में वाहनों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है। यहां पर अन्य बड़े शहरों की तरह प्रदूषण मापने के स्वचालित यंत्र लगे हुए नहीं है तथा परिवहन विभाग व यातायात पुलिस द्वारा भी वाहनों के प्रदूषण स्तर की नियमित जांच नहीं की जाती है जिससे प्रदूषण की दृष्टि से अनफिट वाहन भी बिना किसी भय के सड़कों पर दौड़ रहे है। उक्त विभागों की अनदेखी से स्टेशन रोड़ पर प्रायः यातायात जाम की स्थिति बनी रहती है जिससे खड़े व रूक-रूककर अत्यन्त धीमी गति से चलते वाहनों से धुआं भी अधिक उत्सर्जित होता है।
वाहनों के प्रदूषण की नियमित जांच की व्यवस्था हो सुनिश्चित-
देवनानी ने सदन में सरकार से यह आग्रह किया कि वाहनों के जहरीले धुएं से अजमेर की जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए वाहनों के प्रदूषण स्तर की नियमित जांच किये जाने की स्थाई व्यवस्था कराई जाए साथ ही निर्धारित रूट अनुसार नगरीय वाहनों के संचालन व प्रमुख मार्गो पर यातायात जाम ना हो पाए इसके लिए आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करवाई जाए।,