युवा एडवोकेट मनोज आहूजा 20 को राष्ट्रीय स्तर पर होंगे सम्मानित

उन्हें निर्धन लोगों की निशुल्क पैरवी करने, निःशुल्क नोटरी करने व समाजसेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है !*
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*मनोज आहूजा को इंडो नेपाल समरसता ऑर्गनाइजेशन द्वारा राष्ट्रीय समरसता अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा, समारोह में कई हस्तियां व 25 देशों के प्रतिनिधि होंगे शामिल*

हर इंसान में कोई न कोई खूबी होती है, मगर कुछ इंसान ऐसे भी होते हैं जिनमें खूबियों का भंडार होता है हालांकि ऐसे इंसान लाखों में गिने-चुने ही होते हैं। ऐसी ही एक शख्सियत की मैं बात करने जा रहा हूं वे हैं क्षेत्र के युवा एडवोकेट मनोज आहूजा जिनमें मानव सेवा का जज्बा कूट-कूट कर भरा है। यह वो शख़्स है जिसने कभी गरीब व्यक्ति से कोर्ट में केस लड़ने की फीस नहीं ली, निशुल्क नोटरी सहित विधिक क्षेत्र व समाज सेवा में वे हमेशा अग्रणी रहते हुए सहयोग करते आये हैं। इन्हें गरीबों का मसीहा कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। एक कुशल एडवोकेट होने के साथ-साथ मनोज आहूजा एक अच्छे पत्रकार भी हैं। जो समय समय पर अपनी कलम से जनहित से जुड़े मुद्दे उठाते रहते हैं। यही वजह है कि युवा एडवोकेट मनोज आहूजा को कल 20 अगस्त को देश की राजधानी दिल्ली में इंडो नेपाल समरसता ऑर्गनाइजेशन द्वारा सद्भावना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय समरसता अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार इस अवसर पर भारत, नेपाल सहित 25 देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। यह अवार्ड मनोज आहूजा को विधि के क्षेत्र में समाज सेवा करने, निःशुल्क नोटरी करने, निर्धन व्यक्तियों की निःशुल्क पैरवी करने, विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यों में सहयोग करने सहित समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए दिया जा रहा है। इस अवसर पर आहूजा को अवार्ड के साथ-साथ नेपाल की सम्मानित टोपी शाल तथा मैडल पहनाकर उनका अभिनन्दन किया जाएगा।समारोह में नेपाल सरकार के प्रथम उपराष्ट्रपति न्यायमूर्ति परमानंद झा, कुलदीप प्रसाद शर्मा, भारत सरकार के पूर्व मंत्री जगदीश टाइटलर सहित देश-विदेश की कई हस्तियां भाग लेंगी। कार्यक्रम में भारत देश की 90 प्रतिभाओं का सम्मान किया जाएगा जिसमें से विधि के क्षेत्र में एडवोकेट मनोज आहूजा का चयन किया गया है। अजमेर जिले के बांदनवाड़ा कस्बे के निवासी मनोज आहूजा वर्तमान में केकड़ी, अजमेर के न्यायालय और राजस्थान उच्च न्यायालय में वकालात का कार्य कर रहे हैं तथा इसके पूर्व राजस्थान सरकार की और से लोक अभियोजक के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।आहूजा का इस सम्मान के लिए चयन होने पर उनके इष्ट मित्रों, समर्थकों और परिवार के सदस्यों ने बधाई व शुभकामनाएं दी हैं वहीं बधाई व शुभकामनाओं का सिलसिला जारी है। उल्लेखनीय है कि निशुल्क नोटरी कार्य करने और निर्धन लोगों की निशुल्क पैरवी करने तथा समाज सेवा के मामले में आहूजा को 2 बार जिला स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। वे इंडियन असोसिएशन ऑफ लायर्स सुप्रीम कोर्ट के मेम्बर हैं तथा राष्ट्रीय अधिवेशन में राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मनोज आहूजा ने राजकीय महाविद्यालय अजमेर से डिप्लोमा इन लेबर लॉ प्राप्त कर वकालात का सफर प्रारंभ किया जो वर्ष 2000 से लगातार वकालात का कार्य समाजसेवा की भांति कर रहे हैं तथा पीड़ित लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि वे गलत व्यक्ति की कभी पैरवी नहीं करते। आहूजा महावीर इंटरनेशनल और भारत विकास परिषद के माध्यम से मेडिकल कैम्प, वृक्षारोपण, ब्लड डोनेशन कैम्प आयोजित करवा चुके हैं। वे पीड़ित मानव सेवा कार्य का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। वे वर्ष 2014 से 2016 तक राज्य सरकार की और से अपर लोक अभियोजक और राजकीय अभिभाषक के पद पर सेवाएं दे चुके हैं। ऐसी और अनेक खूबियां हैं मनोज आहूजा में जिसकी वजह से वे हर दिल अजीज हैं उन्हें इस सम्मान के लिए हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।
*ब्लॉग : तिलक माथुर 9251022331*

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