आज दिनांक 26.08.2019 – यूथ कांगेस व एन.एस.यू.आई के द्वारा सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय छात्रसंघ चुनाव 2019 के सन्दर्भ में मीटिंग ली गई जिसमें यूथ कांग्रेस के प्रदेष महासचिव डॉ. सुनील लारा ने बताया कि जिस तरह से एबीवीपी के कार्यकर्ता तथा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य मुन्नालाल अग्रवाल और उच्च षिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी जी पर जिस तरह का गलत आरोप लगा रहे है पहले अपने गिरेबान में झांक ले मैं इनके षिक्षा मंत्री जी खुद एबीवीपी के प्रत्याक्षियों का प्रचार करते थे तब भी वहॉं एबीवीपी नहीं जीत पाई, बताना चाहुंगा कि उस वक्त भी वहॉं से 5 बार में से चार बार एन.एस.यू.आई ने जीत दर्ज की जबकि उस समय तो कॉलेज में पूरा प्रषासन भाजपा का लगा हुआ था और वहॉं के व्याख्याता पूरी तरह से कॉलेज में भाजपा के एजेन्ट के रूप में कार्य करते थे और इतना ही नहीं आर.एस.एस. की विचारधारा के व्याख्यता तो एबीवीपी के लिये सोषल मिडिया के माध्यम से प्रचार भी रकते थे इनता ही नहीं उन्होने तो कॉलेज को भाजपा का कार्यलय भी बना दिया था इनके षिक्षा मंत्री खुद एबीवीपी के प्रत्याषियों के साथ खड़ा होकर प्रचार करते थे। डॉ. सुनील लारा ने कहा कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान कॉलेज से इस बारभी एन.एस.यू.आई. पूर्ण रूप से विजय हो रही है जिससे यह एबीवीपी के कार्यकर्ता हताष हो गए है इन्हें अपनी हार निष्चित नजर आ रही है इसलिए यह इस तरह से कॉलेज प्राचार्य व उच्च षिक्षा मंत्री जी भंवर सिंह भाटी पर गलत और झूठे आरोप लगा रहे है जबकि कॉलेज प्रषासन और उच्च षिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी पर गलत और झूठे आरोप लगा रहे है जबकि कॉलेज प्रषासन पूरी निष्पक्षता और ईमानदारी के साथ छात्रसंघ चुनावों की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे है। डॉ सुनील लारा ने कहा है कि यूथ कांग्रेस व एन.एस.यू.आई जीसीए के प्रषासन के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़े है अगर एबीवीपी के कार्यकर्ता ने कॉलेज प्रषासन से कोई भी अभद्र व्यवहार किया तो अजमेर जिले की यूथ कांग्रेस व एन.एस.यू.आई उनके सम्मान के लिए हमेषा खड़ी है।
बैठक में एन.एस.यू.आई जिलाध्यक्ष नवीन सोनी, यूथ कंाग्रेस के लोकष शर्मा, चन्द्रकान्त पालीवाल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष हनीष मारोठिया, प्रदष महासचिव एन.एस.यू.आई. मोहित मल्हौत्रा, पूव्र प्रदेष सचिव एन.एस.यू.आई. ईष्वर राजोरिया, यूथ कांग्रेस के पवन ओढ, सुरेष कुमार घाणा, रियाज खान, हिमांषु वर्मा, नारायण लाल गुर्जर आदि मौजूद रहे।